झारखंड में मंगलवार को भी बारिश के बीच कई जगह वज्रपात हुआ. इस दौरान 12 लोगों की मौत हो गई और डेढ़ दर्जन झुलस गए. मृतकों में हजारीबाग व लोहरदगा के 3-3, गिरिडीह व बेरमो के 2-2 तथा रामगढ, कोडरमा, पलामू व रांची के मेसरा के एक-एक लोग शामिल हैं. हजारीबाग में वज्रपात की दो घटनाएं हुईं. हजारीबाग स्थित ऐतिहासिक सिलवार जगन्नाथ धाम मंदिर परिसर में शाम में रथयात्रा पर आयोजित मेले में वज्रपात से दो किशोरों की मौत हो गयी. दोनों की उम्र 17 वर्ष के आसपास है. बताया जाता है कि शाम 4. 45 बजे जब मेला उफान पर था उसी समय तेज हवा के साथ बारिश शुरू हो गई. इसी दौरान अचानक वज्रपात हुआ और बचने का मौका भी नहीं मिला. इस घटना के बाद मेले में भगदड़ मच गई. इस घटना में डेढ़ दर्जन लोग जख्मी हैं. इधर, केरेडारी में भी ठनका से बच्चे की मौत हो गई.
रांची के मेसरा में वज्रपात से बच्ची की मौत
दूसरी ओर रांची के मेसरा में वज्रपात से एक बच्ची की मौत हो गई. वहीं कोडरमा के चंदवारा में गया के 1 मजदूर की जान चली गई. रामगढ़ के चितरपुर में एक महिला की मौत हो गई. पलामू के नौडीहा में भी महिला की मौत हुई है. ऐतिहासिक जगन्नाथ धाम मंदिर परिसर में मंगलवार की शाम रथयात्रा के मौके पर आयोजित मेला में वज्रपात से दो किशोरों की मौत हो गयी. दोनों की उम्र 17 वर्ष के आसपास है. इस वज्रपात से मेला में शामिल लगभग डेढ़ दर्जन लोग घायल हुए हैं. शाम 4. 45 बजे जब मेला अपने उफान पर था उसी समय तेज हवा के साथ बारिश शुरू हो गई. इसी दौरान अचानक वज्रपात हुआ और लोगों को बचने का मौका भी नहीं मिला. वज्रपात की इस घटना के बाद मेला में भगदड़ मच गई.
जगन्नाथ रथयात्रा मेला में वज्रपात से 4 की मौत
जानकारी के अनुसार मुफस्सिल थाना क्षेत्र अंतर्गत जगन्नाथ धाम मंदिर में हर साल की तरह इस साल भी रथयात्रा का आयोजन किया गया था. रथयात्रा के अवसर पर यहां मेला का भी आयोजन होता है. मेला में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे. रथयात्रा शुरू होने के पहले अचानक तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू हो गई. मेला में पहुंचे लोग छिपने की जगह तलाश रहे थे इसी बीच अचानक वज्रपात हुआ. लोगों के अनुसार मंदिर परिसर स्थित श्री गणेश मंदिर के पास आकाशीय बिजली गिरी और मौके पर ही दो लड़कों की मौत हो गई. मरने वालों में मंदिर के मुख्य पुजारी के नाती सिलवार निवासी सुधांशु उर्फ धौनी और रोला निवासी अरुण कुमार गुप्ता शामिल हैं. वहीं इस घटना में पेटो निवासी भोला राणा, आकाश वर्मा, जागो बेला निवासी सोमर मुर्मू, सिन्दूर निवासी अजय, गिद्दी ए निवासी महेंद्र प्रसाद और उनकी पत्नी प्रमिला देवी, आबदा खातून, अजय कुमार, गुड़िया देवी, दीपक यादव, प्रभात कुमार और रेखा कुमारी सहित डेढ़ दर्जन लोग घायल हो गए.
हरकत में आया प्रशासन, ऐसे बचाई जान
घटनास्थल पर मौजूद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने तत्काल एंबुलेंस मंगवाया और घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा. मामले की जानकारी मिलते ही सदर एसडीओ, एसडीपीओ एवं अन्य प्रशासनिक पदाधिकारी अस्पताल पहुंचे और राहत का कार्य शुरू करवाया. दूसरी तरफ केरेडारी के बुंडू गांव में ठनका से 10 वर्षीय सूरज कुमार पिता जितेंद्र तुरी की मौत हो गई. एचएमसीएच के अधीक्षक डॉ विनोद ने बताया कि अब सभी मरीजों की स्थिति स्थिर है. 15 मिनट में डॉक्टर आ गए थे. सर्जरी एचओडी, सीनियर डॉक्टर भैया हिमांशु, एसओडी, पीओडी आदि को बुला लिया गया था. भीड़ के कारण थोड़ी अफरातफरी हुई.