झारखंड के मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने सोमवार को गिरिडीह के योगीटांड़ में डेयरी प्लांट निर्माण के शिलान्यास समारोह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सिंदरी में किए गए वादे पर कटाक्ष किया. उन्होंने कहा कि यहां की जो जरूरत नहीं है, प्रधानमंत्री उसी पर ध्यान दे रहे हैं. उन्होंने रेल लाइन बढ़ाने की बात कही. यह सुविधा जरूरी भी है, लेकिन इस धरती के किसानों के लिए क्या किया? यह नहीं बताए. प्रदेश की सरकार यहां की बुनियादी सवाल व जरूरतों के अनुसार योजना बना रही है.
मुख्यमंत्री ने शहर के टाउन हॉल में आयोजित समारोह में गिरिडीह को कुल 586. 91 करोड़ रुपये की योजनाओं की सौगात दी. इसके तहत उन्होंने 156 योजनाओं का ऑनलाईन उद्घाटन और शिलान्यास किया. इनमें 57 योजनाओं का उद्घाटन और 99 योजनाओं का शिलान्यास किया. इसी दौरान उन्होंने परिसंपतियों का वितरण भी किया. सीएम ने कहा कि हमारी सरकार रोटी, कपड़ा व मकान की जरूरत को पूरा करने व बुनियादी व्यवस्थाओं को मजबूत कर रही है.
कल्पना सोरेन की सियासत में एंट्री, मंच पर हुईं भावुक
गिरिडीह. मेरी सासू मां बहुत बीमार हैं.. . कह फफक पड़ीं कल्पना सोरेन. वे सोमवार को झामुमो के स्थापना दिवस समारोह को संबोधित कर रही थीं. कल्पना ने इस कार्यक्रम से सूबे की सियासत में एंट्री की है. अपने संबोधन के बीच में जब उन्होंने कहा कि उनके ससुर काफी बूढ़े हैं और सासू मां बहुत बीमार हैं.. . फिर कुछ मिनट तक आवाज भर्रा जाने के कारण वह कुछ बोल नहीं सकी.
हालांकि बोलते हुए जब उनकी आवाज पूरी तरह से भर्रा गई और वह रुक गईं तो गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार ने जेल का ताला टूटेगा हेमंत सोरेन छूटेगा की नारेबाजी शुरू कर स्थिति संभाल ली. इस नारे के साथ मंच पर विराजमान नेताओं और सभा में मौजूद कार्यकर्ताओं ने भी इस आशय की जमकर नारेबाजी करने लगे. इससे कल्पना सोरेन को मौका मिल गया और उन्होंने अपने-आप को संभाल लिया.