रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार को झारखंड के दौरे पर थे. चतरा की सभा में प्रत्याशी के विरोध के बाद वे रांची पहुंचे तो सबसे पहले कार्यकर्ताओं के बीच पार्टी और देश के लिए खड़ा होने का मूलमंत्र दिया. उन्होंने अपने पहले चुनाव में उतरने से लेकर अटल बिहारी वाजपेयी तक को याद किया और कार्यकर्ताओं को यह संदेश देने की कोशिश की कि जमीनी कार्यकर्ता को टिकट नहीं मिले तो निराश न हों.
रांची, खूंटी, लोहरदगा लोकसभा के प्रभारी, कार्यकर्ताओं के बीच अपने भाषण की शुरुआत रांची से रिश्ते जोड़ते हुए कि और रांची के कार्यकर्ताओं से परिवार जैसे रिश्ते होने की बात कही. वहीं, राजनाथ ने कहा कि चुनाव को लेकर पूर्व राष्ट्रपति ने वन नेशन वन इलेक्शन पर विपक्ष से आग्रह है कि वह सुझाव दे. अब मोदीजी ने ऐसा सिस्टम बनाया है कि 100 का 100 पैसा गरीबों तक पहुंचता है. भाजपा से बड़ी कोई सेक्युलर पार्टी नहीं. हमने योजनाओं का लाभ सभी को दिलाया.
सुनील सिंह का विरोध
चतरा के कार्यक्रम में सांसद सुनील कुमार सिंह जैसे ही मंच के पास बोलने पहुंचे तो क्षेत्र की जनता का विरोध शुरू हो गया. सुनील सिंह वापस जाओ.. . के नारे लगने लगे.
पार्टी का निर्णय सर्वमान्य
विरोध के दौरान सांसद सुनील सिंह ने कहा कि पार्टी का कार्यकर्ता हूं. कार्यकर्ता रहूंगा पार्टी टिकट दे या ना दे. पार्टी का जो निर्णय होगा वह मेरे लिए सर्वमान्य होगा.
सभी सीटों पर जीत का संकल्प बाउरी
नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने कहा कि भाजपा के 370 सीटों का लक्ष्य पूरा करने की जिम्मेदारी है. सांसद संजय सेठ, अर्जुन मुंडा और समीर उरांव की सीट पर कमल खिलाना है. मोदीजी ने कहा था ना खाएंगे ना खाएंगे, इसलिए हेमंत सोरन जेल गए. कार्यक्रम में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश, रवींद्र राय, महामंत्री मनोज सिंह, उपाध्यक्ष बालमुकुंद सहाय भी मौजूद थे. बाद में बाउरी ने राजनाथ के डायनेमिक कहने पर आभार जताया.
पीएम को 14 फूलों की माला देनी है: सेठ
रांची सांसद संजय सेठ ने कहा कि रांची, लोहरदगा और खूंटी ही नहीं, झारखंड की 14 सीटों की जीत की माला प्रधानमंत्री को पहनानी है. वहीं, लोहरदगा सीट से प्रत्याशी समीर उरांव ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में पार्टी की योजनाओं के अनुसार अपने-अपने कार्यक्षेत्र में काम करना शुरू कर दिया है. पीएम मोदी की गारंटी को जनता तक पहुंचा रहे हैं. सभी नेताओं ने राजनाथ सिंह के मार्गदशन और प्रेरणादायी भाषण के प्रति आभार जताया.
4 बड़े संदेश से किया प्रेरितसंदेश 1. गांव के कार्यकर्ता को दो बार राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया
राजनाथ ने कहा कि वह भाजपा के जिलाध्यक्ष से लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष तक रहे. युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष भी रहे. कार्यकर्ताओं को कहा कि उनकी तरह वैसे ही सामने बैठा हूं, जैसे आप सामने बैठे हैं. भाजपा ही ऐसी पार्टी है जिसने गांव में काम करने वाले कार्यकर्ता को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया. राजनाथ ने समझाया कि कभी-कभी जमीनी कार्यकर्ता को टिकट नहीं मिलता, लेकिन निराश नहीं होना है. मांगने से कई बार कुछ नहीं मिलता. कार्यकर्ताओं को अपना चित जगाना चाहिए. कोई छोटा मौका नहीं मिला, जो बीजेपी कार्यकर्ता के तौर पर काम कर रहे.
संदेश 2. लाभार्थियों को कहें- नरेंद्र मोदी ने प्रणाम भेजा है
लोकसभा चुनाव में जीत के लिए राजनाथ ने कहा कि बूथ कमेटियों की बैठक करें. पन्ना प्रमुख के साथ बैठक करें. नए मतदाता से संपर्क हुआ कि नहीं, ये देखें. पन्ना प्रमुख लाभार्थी से कहें कि मोदी जी ने उन्हें प्रणाम भेजा है. लाभार्थी को यह बात दिल तक छुएगी. राजनाथ सिंह ने कहा कि हम पार्टी के कार्यकर्ता सिर्फ विजय दिलाने नहीं, देश बनाने की कोशिश कर रहे हैं. हम देश की सबसे विश्वसनीय पार्टी हैं, जो कहती है, वह करती है.
संदेश 3. राम मंदिर व धारा 370 हटाने का संदेश
राजनाथ सिंह ने कहा कि 1951 के जनसंघ के घोषणापत्र से लेकर भाजपा का घोषणापत्र देखें. हम कहते थे जिस दिन बहुमत मिलेगा 370 हटाएंगे. बहुमत आया चुटकी बजा कर धारा 370 हटायी. हम कहते थे सरकार बनेगी तो अयोध्या की धरती पर राम मंदिर बनाएंगे. लोग आलोचना करते थे रामलला आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे, तारीख नहीं बताएंगे. रामलला आ गए ये रामराज आने का संकेत है.
संदेश 4. टिकट न मिलने पर टूटे नहीं, कोई टूटे दिल से बड़ा नहीं होता
राजनाथ ने रांची कलस्टर के कार्यकर्ताओं को कहा कि भाजपा अकेली पार्टी है जिसकी अपनी विचारधारा है. इमरजेंसी में 18 माह जेल में रहने के बाद मुझे भदोही से टिकट मिला था, तब मैं 25- 26 साल का था, लेकिन नॉमिनेशन के बाद सीट चौधरी चरण सिंह की पार्टी को चली गई. ऐसे में उन्होंने खुद कार्यकर्ताओं को संबोधित किया कि उन्हें वोट ना करें. उन्हें मिला वोट कलंक के समान होगा. बाद में चरण सिंह ने खुद मेरे लिए टिकट की मांग की. अटलजी कहते थे टूटे मन से कोई बड़ा नहीं हो सकता. अपना मन टूटने नहीं देना है. राजनाथ ने कई नेताओं की प्रशंसा की. नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी को उन्होंने डायनेमिक बताया.