बालाघाट. लालबर्रा क्षेत्र के जाम पंचायत उपवन में लगे फलदार पेड़ जाम, आम, जामुन, चिचवा, नींबु सहित अन्य फलदार पेड़ों पर आरी चलाकर काट दिए जाने के मामले के बाद ग्राम में नाराजगी का माहौल है. 09 अप्रैल की इस घटना को लेकर ग्राम पंचायत जाम सरपंच सुरेन्द्र बालोने और स्वयंसेवी संस्था अध्यक्ष राजीव लिल्हारे सहित ग्रामीणो ने कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपा और आरी से पेड़ो को काटने वाले मो. इकबाल और जफर खान पर कार्यवाही की मांग की.
पंचायत सरपंच सुरेन्द्र बलोने ने बताया कि 09 अप्रैल को प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम में बालाघाट पहुंचे थे. तभी हमें सूचना मिली कि उपवन में लगे पेड़ो का काटा जा रहा है, मैने तत्काल सचिव को फोन लगाया. जिसके बाद सचिव के वहां पहुंचने पर पेड़ काटने वाले भाग गए. जिसकी हमने एसडीएम और थाने में शिकायत की है और आज हम कलेक्टर महोदय से इस मामले में कार्यवाही की मांग को लेकर बालाघाट पहुंचे है. उन्होंने कहा कि कार्यवाही नहीं होती है तो इसके खिलाफ ग्रामीणों द्वारा आंदोलन किया जाएगा.
स्वयंसेवी संस्था अध्यक्ष राजीव लिल्हारे ने बताया कि वर्ष 2000 में ग्राम में उपवन को लेकर पंचायत से भूमि की मांग की थी. वर्ष 2001 में पंचायत ने हमें हाईस्कूल के सामने एक खाली मैदान दिया था. जहां संस्था ने साफ-सफाई की और उसे उपवन के रूप में विकसित करने की योजना बनाई. जहां वर्ष 2006 में पंचायत के सहयोग से मनरेगा के तहत उपवन में बड़ी संख्या में फलदार पौधे लगाए गए. जो आज बढ़कर फलदार हो गए थे. जिसे 09 अप्रैल को गाव के दो लोगों मो. इकबाल खान और जफर खान ने चार-पांच आदमियों की मदद से आरी से कटवा दिया. जब हम और गांव के लोग, वहां पहुंचे तो वह भाग गए. उन्होंने कहा कि पेड़, वर्तमान समय की आवश्यकता है. हम पेड़ लगा रहे है और वह पेड़ काट रहे है. जिसको लेकर हमने कार्यवाही की मांग की है. उन्होंने कहा कि जब जमीन हमें मिली थी तो उसके किए गए सीमांकन में उक्त जमीन पर कोई रास्ता नहीं था. उन्होंने बताया कि जानकारी अनुसार, उक्त लोगों के पेट्रोल बन रहा है, जिसके कारण उन्होंने बिना किसी अनुमति के फलदार, पेड़ों को काट दिया. जिससे पूरा गांव नाराज है. बिना पंचायत को सूचना दिए, पेड़ो को बेरहमीपूर्वक धराशाही करने वाले के खिलाफ ग्राम के लोग कार्यवाही चाहते है और यदि कार्यवाही नहीं होती है तो आंदोलन किया जाएगा.