बार रूम में बैठकर अधिवक्ताओं ने जताया विरोध, दिल्ली घटना को लेकर कार्य से विरत रहे अधिवक्ता

बालाघाट. विगत 2 नवंबर को दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में पुलिस और अधिवक्ताओं के बीच हुई झड़प के बाद जहां दिल्ली में अभी भी अधिवक्ता हड़ताल पर है, वहीं उस घटना को बालाघाट में भी अधिवक्ताओं ने अपनी आक्रोश जाहिर किया. हालांकि अधिवक्ता जिले मंे धारा 144 के लागु होने के कारण परिसर के बाहर निकालकर प्रदर्शन नहीं कर सके, जिसके चलते उन्होंने बार रूम में एकजुटता के साथ दिल्ली वाली घटना पर आक्रोश जाहिर करते हुए प्रतिवाद दिवस मनाया और न्यायालयीन कार्य से विरत रहे. अधिवक्ताआंे ने एक निजी चैनल के खिलाफ भी नाराजगी जाहिर की गई. जिसके द्वारा इस मामले की कवरेज के दौरान अधिवक्ताओं को काला कोट वाला गुंडा कहा था. अधिवक्ताओं ने कहा कि निजी ने इस तरह की खबर चलाकर अधिवक्ताओं को बार-बार अपमानित करने का काम किया है.  

जिला अधिवक्ता संघ जिलाध्यक्ष दीनेन्द्र ज. सोनवाने कहा कि 2 नवंबर को दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में जो पुलिस ने किया वह पूरी तरह से अपराधिक मामला है, जिस पर पुलिस को कार्यवाही की जानी चाहिये. उन्होंने कहा कि तीस हजारी अदालत में पुलिस द्वारा अधिवक्ताओं के साथ गंभीर रूप से मारपीट की गई और गोली चलाकर को घायल किया गया. जिसको लेकर आज 11 नवंबर को बालाघाट में अधिवक्ताओं ने कोई न्यायालयीन कार्य नहीं किया, सभी अधिवक्ता साथी न्यायालयीन कार्य से विरत रहे. जिसकी पूर्व सूचना संघ के माध्यम से दे दी गई थी. अधिवक्ताओं के न्यायालयीन कार्य से विरत रहने के दौरान पक्षकारों को परेशानियों का सामना करना पड़ा, जो अपने न्यायालयीन कार्य से न्यायालय पहुंचे थे.  

आज बार रूप में विरोध दर्ज करने के दौरान जिला अधिवक्ता संघ पदाधिकारी सचिव विकास श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष शंकर कन्नौजिया, सहसचिव धनंजय देशमुख, संतोष मेश्राम, कोषाध्यक्ष संजय अग्निहोत्री, महेन्द्र पटेल, कार्यकारिणी सदस्य मनोहर केतकी, पंचम खैरवार, राजेश पटेल, डिगंबर ढेकवार, दिलीप चौधरी सहित बड़ी संख्या में अधिवक्ता साथी मौजूद थे.  

Web Title : ADVOCATES SITTING IN BAR ROOM PROTEST, ADVOCATES ABSTAINING FROM WORK ON DELHI INCIDENT