आंध्रप्रदेश और जबलपुर के व्यापारी को पुलिस ने किया न्यायालय में पेश, व्यापारियों की जमानत याचिका निरस्त, आज मुख्य आरोपी और रिमांड के आरोपी को पेश करेगी पुलिस

बालाघाट. 20 करोड़ से ज्यादा सायबर फ्राड के मामले में पुलिस रोज ही किसी ने किसी आरोपी को गिरफ्तार कर रही है. पुलिस ने जहां गत दिवस आंध्रप्रदेश से ट्रांजिट रिमांड पर लाये गये आंध्रप्रदेश के रागीमनु स्ट्रीट मिट्टुर चिट्टूर निवासी एचसीएल बैंगलोर में कार्यरत साफ्टवेयर इंजीनियर 28 वर्षीय हरिप्रसाद पिता सुनदरा मुरती और योगा टीचर एम. डी. श्रवण कुमार पिता स्व. एम. एस. दसारथी के साथ ही जबलपुर से अंकित मोबाईल शॉप संचालक ऋतिक अग्रवाल को पेश किया. जहां से उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भिजवा दिया गया है. जबकि इसी मामले में पूर्व में गिरफ्तार किये गये बालाघाट और गोंदिया के मोबाईल व्यापारी अरिहंत मोबाईल शॉप संचालक वार्ड क्रमांक 15 गौली मोहल्ला निवासी 31 वर्षीय अनुराग पिता प्रमोद जैन, ओम मोबाईल शॉप संचालक शांति भवन के पास वार्ड क्रमांक 18 निवासी 31 वर्षीय विनोद पिता हरिराम दात्रे, पंकज मोबाईल शॉप संचालक वार्ड क्रमांक 32 जैन बेकरी के पास नर्मदा नगर निवासी 32 वर्षीय पंकज पिता दामोदर चावला, नेहा मोबाईल शॉप संचालक वार्ड क्रमांक 17 महावीर चौक निवासी 43 वर्षीय शैलेष पिता भंवरलाल जैन, रेणुका मोबाईल शॉप संचालक वार्ड क्रमांक 27 प्रेमनगर निवासी 38 वर्षीय श्रीकांत पिता गोविंद गचके और गोंदिया के पंकज मोबाईल शॉप संचालक श्रीनगर वार्ड निवासी 32 वर्षीय पंकज पिता बीरभान चंदवानी 

13 आरोपियों की जमानत याचिका को निरस्त कर दिया है.

फर्जी ग्राहक का नाम बताकर ऑनलाईन फ्लिपकार्ड से भारी मात्रा में मोबाईल मगाकर उसके अवैध कारोबार करने वाले आरोपियों को न्यायालय ने जमानत देने से इंकार कर दिया. 18 जून को माननीय न्यायालय मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट,  राजेश शर्मा की अदालत ने आरक्षी केन्द्र कोतवाली बालाघाट के अप. क्रं. 400/2021 धारा 413, 411, 120 बी, 467, 468, 201, भादवि एवं धारा 66 बी एवं 66 डी आईटी एक्ट में आरोपियों शैलेश जैन, पंकज चावला, विनोद दात्रे, हरिप्रसाद, एम. डी. श्रवण कुमार, श्रीकांत गचके, ऋतिक अग्रवाल, अनुराग जैन, पंकज चंदवानी, झारखंड के जिला रांची के अरगोडा थाना अंतर्गत भट्टागढ़ निवासी 35 वर्षीय प्रभात कुमार पिता तारकेश्वर प्रसाद की जमानत निरस्त करते हुए उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में रखते हुए जेल भेजने का आदेश दिया है. अभियोजन की ओर से पैरवी श्री विमल कुमार सिंह सहायक जिला अभियोजन अधिकारी, बालाघाट द्वारा की गई.

मुख्य आरोपी संतोष मेहतो को ट्रांजिट रिमांड पर बालाघाट लेकर पहुंची कोतवाली पुलिस, आज करेगी पेश

मामले के मुख्य आरोपी झारखंड प्रदेश के जिला देवगढ़ थाना मारकोमुंडा अंतर्गत अर्जुनका निवासी 21 वर्षीय संजय पिता संतोष मेहतो को पुलिस 18 जून को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर बालाघाट पहुंची. इस दौरान पुलिस ने संतोष मेहतो से पुलिस ने मामले को लेकर उसके बयान दर्ज किये. साथ ही दो दिनों की रिमांड पर लिये गये रांची के हरमु पटेल चौक निवासी 21 वर्षीय सुशांत पिता संजय कुमार और झारखंड प्रदेश के जमशेदपुर खरसावा सराईकिला बड़ा गमरिया कैलाश नगर निवासी 19 वर्षीय नितिन उर्फ विकास पिता सतेन्द्रसिंह से पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर बयानों को परखा. मुख्य आरोपी सहित रिमांड पर लिये गये दोनो ही आरोपियों की 19 जून को रिमांड खत्म होने पर पुलिस आज तीनों को न्यायालय में पेश करेगी.  

क्या है घटनाक्रम 

बालाघाट पुलिस ने गृह मंत्रालय भारत सरकार और मध्यप्रदेश पुलिस, झारखंड पुलिस, आंध्रप्रदेश पुलिस सहित 18 स्टेट में फैले 20 करोड़ से ज्यादा राशि के बड़े सायबर फॉड का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने नेटवर्क के एक सर्किट को पकड़ा है, जबकि इस पूरे मामले में 700 लोगों के शामिल होने की आशंका है, जो देश और प्रदेश का सबसे बड़ा सायबर फ्रॉड होगा. बालाघाट पुलिस ने अभी इस मामले में बालाघाट से नेटवर्क से जुड़े किरनापुर थाना अंतर्गत रमगढ़ी निवासी 28 वर्षीय हुकुमसिंह पिता योगीराज बिसेन, बालाघाट कोतवाली थाना अंतर्गत भटेरा वार्ड क्रमांक 2 निवासी 38 वर्षीय मनोज पिता ढुंडीलाल राणा सहित पुलिस झारखंड और आंधप्रदेश के आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. जिनके पास से पुलिस ने मोबाईल और क्रेडिड, डेबिड कार्ड बरामद किये है.  

गौरतलब हो कि ओटीपी और क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी के माध्यम से की गई ठगी की राशि से सायबर फ्रॉड कर रहा नेटवर्क ऑनलाईन मार्केटिंग के माध्यम से फर्जी आईडी, मोबाईल नंबर, पते पर मोबाईल सहित अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स सामान बुलवाकर कालाबाजारी को बढ़ावा देकर उत्पाद बिक्री में कर चोरी, मनी लांड्रिग और आदतन चोरी के माल के लेनदेन में शामिल विभिन्न चरणों को चला रहे थे. यह बड़ा नेटवर्क भारत के 18 से अधिक राज्यों में चल रहा है. आर्थिक अपराधों और सायबर अपराधों के खिलाफ अंतर्राज्यीय समन्वय बनाते हुए देश की कानून प्रवर्तन एजेंसियों की मदद से इन धोखेबाजों के वित्तिय ट्रेस के साक्ष्य जुटाये गये. जिससे धोखेबाजों की धोखाधड़ी, कालाबाजारी और कर चोरी का पता चला. इस पूरे मामले में 20 करोड़ रूपये से अधिक के मनी लॉड्रिंग का पता चला है. जिसमें आगामी समय में और भी बड़े खुलासे होंगे. इस मामले में जीएसटी से लेकर आयकर विभाग और ईडी भी मामले की जांच करेगी.  

इस नेटवर्क के लोगों से बालाघाट के मोबाईल व्यापारी भी जुड़े थे, जो इनके द्वारा मंगाये जाने वाले मोबाईल फोन को बेचकर चांदी काटने का काम कर रहे थे. इस मामले में बालाघाट के पकड़ाये गये दो आरोपियों से पूछताछ में मिली जानकारी के बाद शहर के पांच मोबाईल व्यापारियों के पास से पुलिस ने मोबाईल की बरामदगी भी की है, वहीं इस मामले में आरोपियों के पास से मिले रजिस्टर पर भी कई व्यापारियों से लेनदेन की जानकारी होने की बात कही जा रही है, जिससे भी कई व्यापारियों के चेहरों से नकाब उतर सकता है. हालांकि उस डायरी में क्या है, यह अब तक सामने नहीं आ सका है. फिलहाल पुलिस मामले में आरोपियो को लाने में लगी है, ताकि सभी को मामले में न्यायालय में पेश समय सीमा में पेश कर सकें. जिसके बाद मिल रहे तथ्यों के आधार पर पुलिस मामले में अग्रिम कार्यवाही करेगी.


इनका कहना है

आंध्रप्रदेश के दो आरोपियों और जबलपुर से गिरफ्तार किये गये व्यापारी को गिरफ्तार करने के बाद न्यायालय में पेश किया है. जहां से उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भिजवा दिया गया है. इस मामले में फ्राड का मुख्य आरोपी संतोष मेहतो भी बालाघाट पुलिस ने ट्रांजिड रिमांड पर लाया है. जिसे 19 जून को रिमांड अवधि पूरी होने पर दो अन्य आरोपियों के साथ पेश किया जायेगा.  

मंशाराम रोमड़े, थाना प्रभारी कोतवाली थाना


Web Title : ANDHRA PRADESH AND JABALPUR BUSINESSMEN PRODUCED BEFORE COURT, BAIL PLEA OF TRADERS REJECTED, POLICE TO PRODUCE MAIN ACCUSED AND REMAND ACCUSED TODAY