बालाघाट. भारतीय सेना में 19 वर्षो की लंबी सेवा के बाद जिले के किरनापुर के जराही गांव के सूबेदार तोमेश्वर रहांगडाले सेवानिवृत होकर 1 जनवरी को अपने गांव आ रहे है. भारत की सीमा पर रक्षा में तकनीकी ज्ञान और बेजोड़ साहस के साथ गौरवशाली और उत्कृष्ट सेवा के बाद भारतीय सेना के सिग्नल कोर के जेई पद से सम्मानजनक सेवानिवृत्ति के अवसर पर बालाघाट रेलवे स्टेशन से युवा जागृति रैली निकाली जाएगी. उनकी धर्मपत्नी ज्योति रहांगडाले ने बताया कि सोमवार 12 बजे वे जबलपुर से बालाघाट रेलवे स्टेशन पर पहुंचेंगे. जिसके लिए परिजन सहित पूरा गांव स्वागत के लिए आतुर है. ग्राम पंचायत जराही की सहायक सचिव प्रीति गजभिये ने बताया कि गांव में उनका स्वा्गत किया जायेगा. जराही गांव में उनके अलावा अन्य युवा और युवतियॉं उच्च पदों और देश और प्रदेश की सेवा में लगे है. जिनमें मुख्य रूप से जेएनकेवी जबलपुर में डॉ. छत्रपाल रहांगडाले और छिंदवाड़ा में सहायक प्राध्यापक मीना ठाकरे अपनी उत्कृष्ट सेवाएं दे रही है. सेना में अपनी जांबाजी सेवा देने के बाद लौट रहे जवान तोमेश्वेर के सम्मांन से गांव के युवा, देशभक्ति के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित होंगे.