बीएमओ डॉ. सुनील सिंह पर एमबीबीएस की फर्जी डिग्री का आरोप, जांच के लिए शिकायतकर्ता ने सीएम से लेकर पुलिस तक की शिकायत

बालाघाट. फर्जी डिग्री के आधार पर नौकरी करने के पूर्व में भी सामने आते रहे है लेकिन ताजा मामला, बिरसा के बीएमओ डॉ. सुनीलसिंह के खिलाफ है, जिन पर एमबीबीएस की डिग्री की जांच किए जाने की शिकायत, शिकायतकर्ता ने सीएम से लेकर पुलिस अधीक्षक तक की है. आरोप है कि डॉ. सुनील सिंह के पास जो जो एमबीबीएस की डिग्री है, वह फर्जी है, जिसके आधार पर वह नौकरी कर रहे है और लोगों का ईलाज कर रहे है. जिसको लेकर शिकायकर्ता ने कारण भी बताए है. शिकायत के आधार पर शिकायतकर्ता की मानें तो डॉ. सुनील सिंह अपना गृहजिला रीवा बताते है लेकिन अवधेश प्रतापसिंह विश्वविद्यालय रीवा के अंतर्गत शासकीय श्यामशाह चिकित्सा महाविद्यालय रीवा में जब उन्होंने वर्ष 2000 में प्रवेश लिया था, उसमें डॉ. सिंह ने अपना पता बजरंग कालोनी मुरैना बताया है, जबकि उनके पंजीयन प्रमाण पत्र में उनके निवास का पता मनोहर नगर ओवरब्रिज के पास मुरैना बताया गया है. जो साफ फर्जीवाड़े को दर्शाता है. दूसरा आरोप है कि डॉ. सिंह ने अपना डिग्री का पंजीयन नंबर नहीं लिखा है, जकि मध्यप्रदेश मेडिकल काउंसिल भोपाल, द्वारा सभी चिकित्सकों को एक पंजीयन नंबर दिया जाता है. जिसे चिकित्सक को अपने नाम के सामने लिखना अनिवार्य होता है परंतु डॉ. सुनील सिंह द्वारा कहीं भी अपना पंजीयन नंबर नहीं लिखा जाता है. उनके द्वारा जो विभाग में पंजीयन नंबर प्रमाण पत्र जमा किया गया है वह अस्थायी है जिसकी वैद्यता मात्र एक वर्ष होती है और वह पंजीयन नंबर 766/06 की अवधि 2007 में खत्म हो गई है.  तीसरा आरोप है कि डॉ. सुनीलसिंह द्वारा शासकीय नौक्री मेडिकल ऑफिसर के रूप में ज्वाईन की गई तो उन्होंने अपना गृहजिला बालाघाट दर्शाया है, जो विभाग की वरियता सूची में क्रमांक 1937 पर दर्ज है जबकि उनकी डिग्री में गृह जिला मुरैना लिखा है.  

शिकायतकर्ता ने आरोपों के अलावा अपनी शिकायत में और कई तरह के बिंदुओं पर जांच की मांग की है. अब देखना है कि बिरसा बीएमओ डॉ. सुनील सिंह की शिकायकर्ता द्वारा की गई जांच में क्या पाया जाता है लेकिन चिकित्सक जैसे पेशे में फर्जी एमबीबीएस डिग्री से होना और ईलाज करना, कहीं ना कहीं मरीजों के ईलाज से खिलवाड़ है, इससे पहले भी बैहर में एक मामला सामने आ चुका है.  

इनका कहना है

शिकायतकर्ता की शिकायत के आधार पर उनकी डिग्री की जांच के लिए विश्वविद्यालय से जानकारी मांगी गई है. जिसके आते ही यदि डिग्री फर्जी पाई जाती है तो नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी.

डॉ. मनोज पांडेय, सीएचएमओ

मेरे दस्तावेजों का सत्यापन कर ले, सभी दस्तावेज सत्य है, मैने वहीं से किया है. जो जानकारी है, उसका सत्यापन हो जाएगा.

डॉ. सुनील सिंह, बीएमओ, बिरसा


Web Title : BMO DR SUNIL SINGH ACCUSED OF FAKE MBBS DEGREE, COMPLAINANT COMPLAINS TO CM TO POLICE FOR INVESTIGATION