स्वच्छता सर्वेक्षण में नेशनल और प्रदेश रैकिंग में पिछड़ी बालाघाट नगरपालिका, प्रदेश में 2 नंबर से सीधे 35 वें नंबर पर पहुंची पालिका, कैसे स्वच्छ होगा शहर

बालाघाट. स्वच्छ और सुंदर बनाने के मंच से होने वाले नगरपालिका के दावे मैदानी हकीकत में कितनी मजबूत है, यह किसी से छिपी नहीं है. रही सही कसर गुरूवार को जारी स्वच्छता सर्वेक्षण ने पूरी कर दी. गुरूवार को जारी हुए स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 के घोषित हुए परिणाम में बालाघाट नगरपालिका पिछड़ गई. जहां 2022 मंे बालाघाट नगरपालिका एक लाख से कम जनसंख्या वाली में दूसरे स्थान पर थी. उस स्थान से सीधे लुढकर अब वह 35 वंे स्थान पर आ गई है. जो साबित करता है कि स्वच्छता को लेकर नपा, स्वच्छता के दावों से ज्यादा मैदानी हकीकत में कितनी फिसड्डी है. बालाघाट नगरपालिका स्वच्छता सर्वेक्षण में नेशनल के साथ ही प्रदेश रैकिंग में काफी पिछड़ी है. जिसके लिए कौन जिम्मेदार है, यह तो नगरपालिका को तय करना है,  लेकिन यदि अच्छी रैकिंग की शाबाशी पाते है तो रैकिंग की गिरावट में भी जिम्मेदारी तय होनी चाहिए.  

देश के स्वच्छ शहरों में हमारा शहर काफी पीछे रह गया. स्वच्छता के भारी दावांे के बावजूद स्वच्छता सर्वेक्षण सर्वे में हम आगे बढ़ना तो दूर, बल्कि स्थान को भी बरकरार नहीं रख सके है.   स्वच्छता सर्वेक्षण में स्वच्छता अभियान से जुड़ी स्पर्धा में बालाघाट नगरपालिका, पिछड़ गई. जहां  पिछले साल नेशनल रैकिंग में बालाघाट नगरपालिका 21 वें स्थान पर थी, वहीं इस वर्ष वह 73 वंे स्थान पर है, जबकि प्रदेश में दूसरे स्थान के बाद इस वर्ष वह 35 वें स्थान पर है. यह रैंक नगरपालिका क्षेत्र में स्वच्छता को लेकर बयानबाजी करने वाले जिम्मेदारों के लिए एक जवाब है.   नोडल अधिकारी प्रिती घरते भी मानती है कि यह रैकिंग निराशाजनक है पर उन्हें उम्मीद है कि हम इस वर्ष अपनी रैकिंग मंे सुधार कर लेंगे.  श्रीमती प्रिती का मानना है कि स्वच्छता को लेकर कई प्रकार की स्पर्धा होती है. जिसमें घर-घर कचरा संग्रहण करना, सूखा और गीला कचरा अलग-अलग, इसके निष्पादन सहित अन्य ऐसे कई बिंदु होते है. जिसमें स्वच्छता सर्वेक्षण में लिया जाता है.  स्वच्छता सर्वेक्षण में बालाघाट नगरपालिका का इस स्थान पर खड़ा होना, उस समय और भी निराशाजनक और चिंतनीय है, जब बालाघाट नगरपालिका में निर्धारित संख्या से ज्यादा अमला है, भारी भरकम वाहन साधन है और केवल कचरा संग्रहण में ही लाखो रूपए खर्च किया जा रहा है. बावजूद इसके परिणामो में सुधार नहीं होना, जिम्मेदारी की कार्यप्रणाली पर भी सवाल है.  


इनका कहना है

स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 में नगर पालिका परिषद बालाघाट ने एक लाख से कम जनसंख्या की कैटेगरी में नेशनल रैंक में 73 वां और स्टेट रैंक में 35 वां स्थान हासिल किया हैं. स्वच्छ सर्वेक्षण मंे कुल 9500 अंक में 6804 अंक प्राप्त हुए है. जबकि कचरा मुक्त शहर में बालाघाट नगरपालिका को थ्री-स्टार और ओडीएफ डबल प्लस सर्टिफिकेट मिला है. रैकिंग गिरना जरूर निराशाजनक है, हम प्रयास करेंगे कि 2024 की रैकिंग में सुधार हो.  

प्रिती घरते, नोडल अधिकारी, स्वच्छता


Web Title : BALAGHAT MUNICIPALITY LAGS BEHIND IN NATIONAL AND STATE RANKING IN CLEANLINESS SURVEY, REACHED NUMBER 35 FROM NUMBER 2 IN THE STATE, HOW WILL THE CITY BE CLEAN