गुटखा पाउच के विक्रय एवं भंडारण पर लगाया गया प्रतिबंध, बाहर से आने वाले हर व्यक्ति को देना होगा सेल्फ डिक्लेयरेशन

बालाघाट. किराना दुकानों से गुटखा पाउच खरीद कर लोगों द्वारा रास्ते पर थूकने से कोरोना वायरस के संक्रमण की संभावना को देखते हुए कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी दीपक आर्य ने जिले की समस्त किराना एवं अन्य दुकानों से गुटखा पाउचों के विक्रय एवं भंडारण पर प्रतिबंध लगा दिया है. किराना व्यवसायियों से भी अपेक्षा की गई है कि वे अपनी दुकानों से गुटखा पाउचों का विक्रय न करें और न ही इसका भंडारण करें. यदि कोई व्यवसायी इस प्रकार के गुटखा पाउच का भंडारण एवं विक्रय करते हुए पाया जायेगा तो उसके विरूद्ध खाद्य सुरक्षा एवं प्रमाणक नियंत्रण अधिनियम-2011 के तहत उचित वैधानिक कार्यवाही की जायेगी. जिले के समस्त नगरीय निकायों के  मुख्य नगर पालिका अधिकारियों एवं जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे अपने स्वास्थ्य अमले, ग्राम पंचायतों के सचिव एवं ग्राम रोजगार सहायक के माध्यम से किराना दुकानों की जांच करायें और किराना दुकानों में गुटखा पाउच का भंडारण एवं विक्रय करना पाये जाने पर तत्काल कार्यवाही करें.

खाद्यान्न बैंक में अब तक 4410 किलोग्राम

चावल, 249 किलो दाल एवं अन्य सामग्री दान में प्राप्त

कोरोना महामारी से निपटने के लिए संपूर्ण देश में 14 अप्रैल 2020 तक के लिए टोटल लाख डाउन घोषित किया गया है. टोटल लाक डाउन होने के कारण गरीब असहाय लोगों को भोजन की समस्या ना हो और उन्हें पर्याप्त भोजन उपलब्ध कराया जा सके इसके लिए कलेक्टर श्री दीपक कार्य की पहल पर बालाघाट जिले में खाद्यान्न बैंक बनाया गया है और इसके लिए दानदाताओं से अपील की गई है कि वे अनाज एवं खाद्य सामग्री का दान करें. खाद्यान्न बैंक के नोडल अधिकारी सहायक कलेक्टर श्री अक्षय तेम्रावाल के मार्गदर्शन में दानदाताओं से खाद्यान्न एकत्र कर जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाया जा रहा है.

कलेक्टर श्री आर्य की पहल पर जिले के नागरिकों ने सकारात्मक रूख अपनाया है और गरीबों की मदद के लिए खद्यान्न का दान देने में बड़ी संख्या में आगे आये है. अब तक जिले में बनाये गये खाद्यान्न बैंक में 4410 किलोग्राम चावल, 249 किलोग्राम दाल, 205 किलो पोहा, 65 किलो गेहूं, 100 किलो शक्कर, 354 लिटर तेल, 520 किलो नमक, 2248 किलो आटा, 6 किलो चना एवं 16 किलो मुर्रा दान में प्राप्त हो चुका है.

जिले के दानदाताओं से अपील की गई है कि यदि कोई व्यक्ति अनाज, दाल, तेल आदि खाद्य सामग्री दान में देना चाहे तो दूरभाष नंबर 07632-240430 पर सम्पर्क करें. अनाज का दान करने वाले व्यक्तियों द्वारा सूचित किए जाने पर वाहन भेजकर उनके पास से अनाज का संग्रहण कर लिया जाएगा. जिला मुख्यालय से बाहर के दानदाता अनाज दान करने के लिए अपने क्षेत्र के एसडीएम से संपर्क कर सकते हैं.

06 अप्रैल को श्री के सी पंत प्रेमनगर बालाघाट द्वारा 10 किलो चावल, श्रीमती आशा बेदी द्वारा 10 किलो चावल व 25 किलो दाल, श्री राजकुमार गाँधी द्वारा 15 किलो आटा एवं राइस मिल एसोसियेशन द्वारा 850 किलोग्राम चावल दान में दिया गया है. खाद्यान्न बैंक में जमा खाद्य सामग्री जरूरत मंद लोगों को वितरित भी की जा रही है. खाद्यान्न बैंक की टीम ने आज नगर के किन्नरों को खाद्य सामग्री का वितरण उनके घर जाकर किया है.

खाद्यान्न बैंक में सर्व शिक्षा अभियान के सहायक यंत्री श्री भास्कर शिव, खाद्य सुरक्षा अधिकारी श्री वाजिद मोहिब एवं जिला पंचायत के श्री रवि पालेवार द्वारा सेवायें दी जा रही है और दानदाता द्वारा दूरभाष नंबर 07632-240430 पर सूचना प्राप्त होने पर उनके घर जाकर दान में प्राप्त खाद्यान्न एकत्र किया जा रहा है.

किरनापुर के ग्रामों में जरूरतमंदों को किया गया खाद्यान्न का वितरण

कोरोना संक्रमण के अंतर्गत किरनापुर जनपद पंचायत में जरूरतमंदों को भोजन के लिए 220 किलोग्राम चावल, 17 किलोग्राम दाल, 15 किलो तेल, 50 किलो आटा एवं 10 किलोग्राम पोहा दिया गया है. किरनापुर एसडीएम सुश्री आयुषी जैन एवं जनपद पंचायत किरनापुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री बिंदेश्वरी प्रसाद श्रीवास्तव ने गांवों में जाकर जरूरतमंद लोगों को इस खाद्यान्न का वितरण किया है. किरनापुर के अधिकारियों ने ग्राम गोदरी के धनसिंह को 10 किलो चावल, 2 किलो दाल, 1 किलो पोहा एवं 10 किलो आटा, ग्राम नेवरगांव के संतोष कुमार, राजू, सरवन, रामजी एवं दुलारी को एक-एक किलो दाल, एक-एक लीटर तेल, एक-एक किलो पोहा एवं ग्राम सोनपुरी के समारू सोनवानी को 10 किलो चावल, 2 किलो दाल, एक लीटर तेल दिया गया है. यह सभी जरूरतमंद लोग थे और प्रशासन ने आगे आकर इनकी मदद की है.

खाद्यान्न बैंक से बार्डर पर भोजन व्यवस्था के लिए किया गया अनाज का वितरण

कोरोना महामारी संकट के दौरान जिले में बाहर से वापस लौटे लोगों एवं जरूरतमंद गरीब लोगों के भोजन आदि के इंतजाम के लिए कलेक्टर श्री दीपक आर्य के मार्गदर्शन में खाद्यान्न बैंक बनाया गया है. इस खाद्यान्न‍ बैंक में दानदाताओं द्वारा अनाज एवं अन्य खाद्य सामग्री का दान दिया जा रहा है. खाद्यान्न बैंक के नोडल अधिकारी सहायक कलेक्टर अक्षय तेम्रावाल ने बताया कि खाद्यान्न बैंक से अब तक मोवाड़ बार्डर पर 100 किलो चावल, 10 किलो दाल एवं मिर्ची, हल्दी, मसाला, रजेगांव बार्डर पर 100 किलो चावल, 10 किलो दाल, 10 किलो पोहा, 50 किलो आटा, 15 लीटर तेल एवं बोनकट्टा बॉर्डर पर 100 किलो चावल, 20 किलो दाल, 100 किलो आटा, 5 लीटर तेल बाहर से आये लोगों को भोजन कराने के लिए प्रदाय किया गया है. इसी प्रकार नगर पालिका धर्मशाला में 5 किलो दाल, 2 लीटर तेल, वृद्धाश्रम में 50 किलो चावल, 5 किलो दाल, 50 किलो आटा, 5 लीटर तेल, नगर पालिका बालाघाट की दीनदयाल रसोई को 100 किलोग्राम हरी सब्जियां दी गई है. इसके अलावा डेरे में रहने वाले ऐसे गरीब लोग, जिनके पास लाकडाउन के कारण अनाज की कमी हो गई है, उनके लिए 40 किलो चावल, 4 किलो दाल, 4 किलो पोहा, 20 किलो आटा, 4 लीटर तेल एवं 2 पैकेट नमक का वितरण किया गया है. खाद्यान्न बैंक के नोडल अधिकारी सहायक कलेक्टर श्री तेम्रावाल ने जिले के दानदाताओं से अपील की है कि वे गरीब एवं जरूरतमंद लोगों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए खुल कर दान दें. उनके द्वारा दिये गये दान का उपयोग गरीब, बेसहारा, असहाय लोगों को भोजन उपलब्ध कराने में उपयोग किया जायेगा. दानदाताओं से इसके लिए दूरभाष नंबर 07632-240430 पर सूचना देने कहा गया है. सूचना प्राप्त होने पर उनके घर जाकर दान में प्राप्त खाद्यान्न एकत्र किया जा रहा है.

राष्ट्रीय आजीविका मिशन के माध्यम समूह कर रहे है मास्क निर्माण

कोरोना महामारी के संकट में स्वास्थ्य सुरक्षा संबंधी सामाग्रियों का बड़ा अभाव होना एक समस्या बन रहा था. लेकिन राष्ट्रीय आजीविका मिशन से जुड़ी महिलाओं ने इस समस्या का निदान निकाल लिया है और रात-दिन महेनत कर मास्क तैयार कर रही है. महिलाओं के समूहों द्वारा बनाये गये मास्क स्वास्थ्य सुरक्षा में लगे अमले के लिए उपयोगी साबित हो रहे हैं और महिलाओं के समूहों द्वारा मास्क विक्रय के भी प्रयास किये जा रहे है. इससे उनके लिए सेवा के साथ ही आय का जरिया भी मिल रहा है. कोरोना महामारी संकट के चलते बडी संख्या में लोग पलायन कर जिले के गावों में में लौट रहे है. उनके द्वारा ना तो मास्क का उपयोग किया जा रहा है और ना ही वह सेनिटाइजर का प्रयोग किया जा रहा है. इस परिस्थिति में स्वास्थ विभाग की टीम भी बाहर से आने वाले लोंगो को मास्क उपलब्ध नही करा पा रही है. क्योंकि देश की सबसे बडी आपदा में स्वास्थ्य सामग्री एक ही स्थान के लिये उपलब्ध हो पाना असंभव सा है. राष्ट्रीय आजीविका मिशन के विकासखंड लांजी के प्रबंधक श्री नरेन्द्र कुमार सोनवाने ने बताया कि स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा मास्क का निर्माण कर क्षेत्र के स्वास्थ्य, सुरक्षा और सफाई के प्रहरियों को सुरक्षित रहने के लिए प्रदान किया जा रहा है. महिला समूहों की दीदीयों द्वारा बाहर से आने वाले लोंगो को भी मास्क का विक्रय किया जा रहा है. जनपद पंचायत लांजी के अंतर्गत ग्राम बापडी के शक्ति आजीविका ग्राम संगठन, ग्राम ककोडी के लक्ष्मी महिला आजीविका ग्राम संगठन, पूर्वाटोला के दीप शिखा महिला आजीविका ग्राम संगठन द्वारा मास्क बनाये जा रहा है एवं ग्राम बापडी के मां वैभव आजीविका स्व सहायता समूह द्वारा साबुन निर्माण किया जा रहा है. आजीविका मिशन के जुड़े समूहों की इन महिलाओं द्वारा कोरोना महामारी में घर पर रहकर सिलाई मशीन से मास्क निर्माण कर पंचायत स्तर पर दिया जा रहा है. वह अपने अनुसार इन मास्क को जरूरतमंदों को दे रही है. महिला समूहों का यह कार्य निरंतर जारी है. मास्क निर्माण में लाकडाउन के कारण थोडी समस्या कच्ची सामग्री की आपूर्ति में आने के बाद भी महिलायें मास्क बनाने में जुटी है. अब तक लांजी विकासखंड के सभी समूह द्वारा 1500 मास्क बनाये जा चुके हैं और उनका लांजी क्षेत्र में वितरण किया जा रहा है.

किराना सामान की होम डिलीवरी के लिए सम्पर्क नंबर

टोटल लाक डॉउन की स्थिति में किराना सामान की होम डिलीवरी के लिए किराना दुकानों के मोबाईल नंबर जारी किये गये है. इन मोबाईल नंबरों पर व्हाट्सएप मैसेज से किराना समान की सूची अपने पूरे पते के साथ भेजी जा सकती है. सूची प्राप्त होने पर किराना दुकान द्वारा सामान की होम डिलीवरी की जायेगी. प्रशासन द्वारा किराना दुकानों को बंद करा दिया गया है. नगरीय क्षेत्र बालाघाट के नागरिक अमर किराना भंडार गुजरी चौक बालाघाट के मोबाइल नंबर 9302933737 या 9074746688 पर, इसी प्रकार ओम मार्ट हनुमान चौक बालाघाट से किराना सामान की होम डिलीवरी के लिए रीजवान खान के मोबाइल नंबर 9009933220 पर, अंकुल किराना गुजरी चौक के मोबाइल नंबर 9713342012, सागर किराना गुजरी चौक के मोबाइल नंबर 9993940322, नारायण किराना गुजरी चौक के मोबाइल नंबर 7415593507, आहुजा किराना गुजरी चौक के मोबाइल नंबर 8982653660 एवं कोमल किराना गुजरी चौक के मोबाइल नंबर 8982313126 पर सम्पर्क किया जा सकता है. किराना सामान एवं अन्य जरूरी सामानों की होम डिलीवरी के लिए फ्रेश रस बहार के मोबाईल नंबर 9301444457 एवं 9302444457 पर, जय लक्ष्मी किराना भंडार, रियल फोटोकॉपी के पास, काली पुतली चौक बालाघाट के मोबाईल नंबर 9424999400 एवं 9425842440 पर एवं नाइस निड्स किराना के मोबाईल नंबर 9179673743, 9981934554 पर, महावीर भवन, जयहिंद टाकीज के पास स्थित शिव श्रद्धा ट्रेडर्स के मोबाईल नंबर 9301210211 पर सम्पर्क किया जा सकता है. नागरिक अपने क्षेत्र की दुकानों के इन मोबाईल नंबर पर व्हाट्सएप से अपने पूरे पते सहित सूची भेज कर किराना सामान की होम डिलीवरी प्राप्त कर सकते है.

सर्विलेंस टीम की रोटेशन से ड्यूटी लगाने के निर्देश

कोविड19 अभियान में सर्विलेंस टीमों की रोटेशन से ड्यूटी लगाने के निर्देश जारी किये गये हैं. सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी और सिविल सर्जन से कहा गया है कि रोटेशन से ड्यूटी का चार्ट इस प्रकार बनायें, जिससे प्रत्येक टीम को साप्ताहिक विश्राम मिल सके. स्वास्थ्य केन्द्रों में दीर्घकालीन रोगों की दवाएँ उपलब्ध कराने के निर्देश राज्य शासन ने सभी सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में उच्च रक्तचाप और मधुमेह जैसी दीर्घकालीन बीमारियों के उपचार के लिये आवश्यक दवाएँ उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं. स्वास्थ्य केन्द्रों पर इन रोगों की दवाएँ न मिलने की शिकायतों पर यह कार्यवाही की गई है.

अस्पतालों में मरीजों से नहीं लें पंजीयन शुल्क

लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अंतर्गत संचालित सभी अस्पतालोंध्चिकित्सा संस्थानों में किसी भी मरीज से कोई भी पंजीयन शुल्क या अन्य शुल्क नहीं लेने के निर्देश जारी किये गये हैं. सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सिविल सर्जन और रानी दुर्गावती चिकित्सालय, जबलपुर, जनसेवा रुग्णालय, इटारसी तथा सिविल अस्पताल, बैरसिया के अधीक्षकों से कहा गया है कि कोविड-19 संक्रमण के संभावित जोखिम को ध्यान में रखते हुए किसी भी मरीज से पंजीयन शुल्क नहीं लें. वर्तमान में रोगी कल्याण समिति के सुदृढ़ीकरण के लिये बीपीएल, गर्भवती महिला, दिव्यांगजन और वृद्धजन के अलावा अन्य सभी मरीजों से पंजीयन शुल्क लिया जाता है. इस कारण मरीजों को दो बार लाइन में लगाना पड़ता है और संक्रमण का खतरा बढ़ता है. इसलिये सभी मरीजों से आगामी आदेश तक पंजीयन शुल्क नहीं लेने का निर्णय लिया गया है.

प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना अंतर्गत चावल का वितरण होगा

सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना अंतर्गत उचित मूल्य दुकानों से चावल का वितरण किया जायेगा. संचालक खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण द्वारा अपने पत्र में चावल के आबंटन का उठाव कर अंत्योदय एवं प्राथमिकता परिवारों को प्रति सदस्य पांच किलोग्राम के मान से निरूशुल्क वितरित कराने के निर्देश दिए गये हैं. हितग्राही को माह अप्रैल और मई की सामग्री एक साथ वितरित की जायेगी. बताया गया कि माह जून 2020 के लिए भी अतिरिक्त चावल का आबंटन और वितरण भी शीघ्र ही किया जायेगा. संचालक ने निर्देश दिए हैं कि चावल वितरण के समय सोशल डिस्टेंसिंग के मापदंड और कोविड-19 के संबंध में जारी दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गये हैं.

बाहर से आने वाले हर व्यक्ति को देना होगा सेल्फ डिक्लेयरेशन

कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने जिले के नागरिकों से लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन करने की अपील की है. श्री आर्य ने कहा कि जिले में कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा अभी टला नहीं है. जिले के ग्रामीण क्षेत्रों एवं अन्य नगरीय निकायों में बाहर से आ रहे लोगों के मूवमेंट को देखते हुए प्रशासन के सामने चुनौती अब ज्यादा बढ़ गई है. कलेक्टर श्री आर्य ने कहा कि जिले में बाहर से आने वाले हर व्यक्ति का रिकार्ड रखा जा रहा है, उनकी ट्रेकिंग की जा रही है तथा प्रवेश मार्ग पर उनके स्वास्थ्य की जाँच भी की जा रही है. जिले में बाहर से आने वाले हर व्यक्ति के लिए सेल्फ डिक्लेयरेशन देना अनिवार्य किया गया है. ऐसे प्रत्येक व्यक्ति को पन्द्रह दिनों के लिए होम क्वारेंटाइन में रहना होगा. यदि सर्दी, खांसी, बुखार के लक्षण दिखाई देते हैं तो उन्हें क्वारेंटाइन में रखा जायेगा. कलेक्टर श्री आर्य ने बताया कि जिले में प्रवेश करने वाला व्यक्ति यदि अपने आने की सूचना छिपाता है तथा होम क्वारेंटाइन और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का उल्लंघन करना है तो उसके विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही की जायेगी. ऐसे व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई जायेगी. कलेक्टर श्री आर्य ने कहा कि शहर और जिले के ऐसे क्षेत्रों में जहां लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों के उल्लंघन के ज्यादा मामले सामने आयेंगे उन क्षेत्रों को कंटेनमेंट एरिया घोषित कर दिया जायेगा और इन क्षेत्रों की दूध, दवा, फल-सब्जी और किराना दुकानों को बंद करा दिया जायेगा. उन्होंने नागरिकों से अपने घरों में ही रहने और अपने एवं अपने परिवार को कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षित रखने का आग्रह किया है.


Web Title : BAN IMPOSED ON SALE AND STORAGE OF GUTKHA POUCHES, WILL HAVE TO BE GIVEN TO EVERYONE COMING FROM OUTSIDE.