प्रशासनिक कार्यवाही पर भोपाल एकेडमी ने उठाए सवाल, कहा सबको एक तराजू पर तौलना गलत

बालाघाट. बीते दिनों प्रशासनिक टीम ने कोचिंग संस्थानो में अध्ययनरत विद्यार्थियों की सुरक्षा और संसाधनो में कमी के कारण, कोचिंग संस्थानो को सीलबंद की कार्यवाही की गई. जिसके बाद से कोचिंग संस्थानो में कोचिंग पढ़ाने और पढ़ने वाले परेशान है.  प्रशासनिक की कोचिंग संस्थान को सीलबंद करने की कार्यवाही को लेकर अब भोपाल एकेडमी ने सवाल खड़े किए है. उन्होंने कहा कि कोचिंग संस्थानो में पढ़ने वालों बच्चों की सुरक्षा और उन्हें बेहतर माहौल में, बेहतर शिक्षकों से शिक्षा मिले, यह प्रशासनिक सोच के साथ हमारी भी सोच है, लेकिन एक तराजू में सबको तौलना गलत है.

उन्होंने कहा कि दिल्ली के बेसमेंट में तीन युवकों की मौत, दुःखद है लेकिन वहां और यहां की परिस्थिति अलग है. यही नहीं बल्कि प्रशासन ने जिस सात कंडिकाओ को पूरा करने की बात कही है, वह सभी कंडिकाओं को उनका कोचिंग संस्थान पूरा करता है, जिसका लिखित जवाब उन्होंने कारण बताओ नोटिस में दिया था. ना केवल भोपाल एकेडमी में पार्किंग की व्यवस्था है बल्कि कोचिंग में सीसीटीव्ही, पृथक-पृथक शौचालय, उच्च शिक्षित शिक्षक, अग्निशमन यंत्र की रिफलिंग, भवन का एग्रीमेंट सहित अन्य व्यवस्था है, बावजूद इसके कोचिंग को सील कर दिया गया. एक छोटी सी जगह में बच्चो को सटाकर पढ़ाया जा रहा है तो उन पर कार्यवाही समझ आती है लेकिन जहां सभी प्रशासनिक कंडिकाओं को पूर्ण हो, उसे बंद किया जाना, न्यायोचित नहीं है, प्रशासन सबको एक तराजू में तौलने में लगा है. जिस पर कोचिंग संस्थान ने कभी गलत टिप्पणी नहीं की और ना ही सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि निरीक्षण की रिपोर्ट बनाने वालो ने रिपोर्ट सही नहीं मनाई. जो कुछ सुनना ही नही चाहते थे, जो गलत है.


Web Title : BHOPAL ACADEMY RAISES QUESTIONS ON ADMINISTRATIVE ACTION, SAYS IT IS WRONG TO WEIGH EVERYONE ON ONE SCALE