बालाघाट. किरनापुर थाना अंतर्गत हिर्री और जामड़ी के बीच बहने वाली सोननदी में 2 जनवरी की दोपहर नहाते समय डोह कालागोटा में डूबे तीन बालकों का शव तीन दिनों में बरामद किये गये. नदी में डूबे तीसरे बालक 13 वर्षीय लक्की पिता रामु नागेश्वर का शव घटना के तीसरे दिन 5 जनवरी की सुबह नदी में तलाशी अभियान में जुटी एसडीईआरएफ और स्थानीय गोताखोरो की मदद से ढूंढ निकाला गया. लक्की का शव नदी के चट्टानो में फंसा था. जिसके शव को किरनापुर पुलिस द्वारा बरामद करने के साथ ही पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया है. घटना के बाद से मढ़कापार गांव के तीन नाबालिगों की नदी के गहरे डोह में डूबने से मौत के बाद सन्नाटे और मातम का माहौल है. गांव में हर परिवार गमजदा है, एक के बाद एक बालक के नदी से मिलते शव और उसकी अंतिम यात्रा में गांव कर हर शख्स के आंखो में आंसु दिखाई दिये. गांव के नागेश्वर और बारेकर परिवार में बच्चों की मौत के गम में आंसु रूकने का नाम नहीं ले रहे है.
गौरतलब हो कि किरनापुर थाना अंतर्गत मढ़कापार निवासी 17 वर्षीय दयाशंकर पिता विजय बारेकर, 16 वर्षीय राजा पिता रामु नागेश्वर और भाई 13 वर्षीय लक्की पिता रामू नागेश्वर, 2 जनवरी को दोपहर लगभग 2 से 2. 30 बजे के दरमियान मोटर सायकिल से हिर्री मोबाईल रिचार्ज करने निकले थे. जिनके घर वापस नहीं लौटने पर परिजनों ने उनकी हर जगह तलाश की, लेकिन कोई पता नहीं चल सका था. जिसके बाद 3 जनवरी की सुबह लापता बालकों को लेकर चितिंत परिजनों ने फिर खोजबीन की. इस दौरान हिर्री और जामड़ी के बीच से होकर बहने वाली सोननदी के कदमघाट के किनारे मोटर सायकिल और कपड़े दिखाई दिये. जिसके बाद सोननदी के डोह कालागोटा में डूबने की आशंका के चलते घटना की जानकारी परिजनों द्वारा किरनापुर पुलिस को दी गई थी.
घटना की जानकारी के बाद किरनापुर थाना प्रभारी रत्नेश मिश्रा सहित थाने के अमले ने घटनास्थल पहुंचकर बालाघाट से नदी में शवों की तलाशी अभियान के लिए बुलाये गये एसडीईआरएफ और स्थानीय गोताखोरों की टीम की मदद से शवों की तलाशी अभियान चलाया गया. जिसमें 3 जनवरी को लगभग 4 बजे बालक राजा नागेश्वर का शव पुलिस ने बरामद कर लिया था. जबकि दयाशंकर बारेकर और लक्की का शव काफी खोजबीन के बाद भी नहीं मिलने से पुलिस ने फिर 4 जनवरी को नदी में तलाशी अभियान चलाया, जिसमें पुलिस ने बालक दयाशंकर का शव बरामद किया था, लेकिन अब भी नदी में डूबे बालक लक्की के शव की तलाश पूरी नहीं हो सकी थी. जिसके चलते 5 जनवरी को फिर सुबह से नदी में तलाशी अभियान चलाया गया और लगभग 8. 30 से 9 बजे के बीच नदी मंे डूबे तीसरे बालक लक्की का शव भी पुलिस ने बरामद कर लिया.
तीन दिनों तक चला रेस्क्यु अभियान, पुलिस, एसडीईआरएफ और मछुआरों की टीम जुटी रही
हिर्री और जामड़ी के बीच बहने वाली सोननदी के डोह कालागोटा में नहाने उतरे थाना अंतर्गत मढ़कापार के तीन बालक 16 वर्षीय राजा पिता रामू नागेश्वर, 17 वर्षीय दयाशंकर पिता विजय बारेकर और 13 वर्षीय लक्की पिता रामु नागेश्वर के डूब जाने की घटना के बाद नदी में उनके शवों की तलाशी के लिए 3 जनवरी से तलाशी अभियान से शुरू किया गया था तो 5 जनवरी तक जारी रहा. 3 दिनों तक चले तलाशी अभियान में किरनापुर पुलिस, एसडीईआरएफ और मछुआरों की टीम सतत नदी में डूबे बालकों की तलाश में जुटी रही. जिसके चलते हर एक दिन एक बालक का शव खोजा जा सका.
इनका कहना है
नदी में डूबे तीन बालकों में 5 जनवरी को तीसरे बालक लक्की का शव बरामद कर लिया गया है. नदी में डूबे सभी बालकों के शव मिल चुके है. जिनका पीएम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया गा है. मामले की जांच की जा रही है.
रत्नेश मिश्रा, थाना प्रभारी, किरनापुर थाना