अंडरपास ब्रिज की प्रशासनिक मियाद आज होगी खत्म, अब भी अधूरा ब्रिज, रेलवे ने दिया 30 जून तक समय, सेतु विभाग और ठेकेदार को नोटिस जारी

बालाघाट. जिले की बहुप्रक्षित रेलवे ओवरब्रिज की मांग, लंबे समय बाद पूरी तो हुई, लेकिन इसके बनने के बाद जो आवागमन में लोगों को तकलीफे झेलनी पड़ रही है, वह किसी से छिपी नहीं है. पहले तो ओवरब्रिज के लिए मार्ग बंद करने से आवागमन को डायवर्ट करने, लंबा भागदौड़ की गई और जब मार्ग को डेंजर रोड से  गोंगलई-नवेगांव होते हुए डायवर्ट किया गया तो, डायवर्ट मार्ग को आवागमन की दृष्टि से बेहतर नहीं बनाया जा सका. जिसका खामियाजा वर्तमान मंे मार्ग से आवागमन करने वाले लोगों को उठाना पड़ रहा है. आलम यह है कि बायपास मार्ग, इतना जर्जर हो गया है कि यहां से गुजरने वाले वाहन, कब पलट जाए, कहा नहीं जा सकता है.  

सरेखा रेलवे ओवरब्रिज बनने से आवागमन में हो रही परेशानियों को लेकर रेलवे द्वारा पास से ही अंडरपास ब्रिज बनाया जा रहा है, लेकिन उसकी भी कच्छप गति के कारण, वह कब तक पूरा होगा, यह अभी तय नहीं है. हालांकि पूर्व महिने में कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा ने सरेखा अंडरपास ब्रिज की धीमी गति पर ठेकेदार को धकियाते हुए 30 अप्रैल तक काम को पूर्ण करने के निर्देश दिए थे, जो समयावधि 30 अप्रैल को खत्म हो रही है, जबकि अभी भी अंडरपास ब्रिज में काफी काम बाकी है. जिससे यह पूरी तरह से तय है कि प्रशासनिक मियाद में अंडरपास ब्रिज नहीं बन सकेगा.  हालांकि अंडरपास ब्रिज को प्रशासनिक मियाद में पूरी करने के लिए ठेकेदार, जिम्मेदार नहीं है, चूंकि यह ठेका, ठेकेदार द्वारा रेलवे विभाग से हासिल किया गया है और उसकी मियाद 30 जून है और जिस तरह से काम चल रहा है, उससे साफ है कि इसी मियाद को लेकर ही ठेकेदार काम कर रहा है.

दूसरी एक और परेशानी अंडरपास ब्रिज के निर्माण में बताई जा रही है, विभागीय सूत्रो की मानें तो अंडरपास ब्रिज के निर्माण कार्य की सीमा में एक व्यक्ति की निजी भूमि आ रही है, जिसे देने को लेकर भू-स्वामी, तैयार नहीं है और वह इसे बचाने राजनीतिक दांवपेंच में लगा है, जिसके कारण भी रेलवे ठेकेदार को समस्या आ रही है.  वहीं अंडरपास ब्रिज के निर्माण में हो रही देरी को लेकर रेलवे ठेकेदार और सेतु विभाग को नोटिस भी जारी होने की बात कही जा रही है. जिसमें निर्माण में हो रही देरी पर ठेकेदार और विभाग से जवाब मांगा गया है.  सूत्रों की मानें तो मियाद में अंडरपास ब्रिज का निर्माण कार्य धीमा होने पर कलेक्टर डॉ. मिश्रा, नाराज है, जिसको लेकर उन्हें सेतु विभाग के अधिकारी को फटकार लगाई है और आगामी दिनो में वह इसका निरीक्षण भी करने वाले है.  मुख्यालय में गर्रा रेलवे क्रार्सिंग और सरेखा ओवरब्रिज पर बन रहे ओवरब्रिज की धीमी रफ्तार के कारण, लोगों को आवागमन मंे सफर करना पड़ रहा है. अक्सर ट्रेन के गुजरने के दौरान इन दोनो स्थानो में फाटक बंद होने से इस भीषण गर्मी में लोगों को  परेशान होना पड़ रहा है. वहीं निर्माण क्षेत्र में व्यवसाय भी पूरी तरह से ठप्प हो गया है.  

पूर्व पार्षद राजेश लिल्हारे ने भी अंडरपास ब्रिज के धीमी गति पर नाराजगी जाहिर करते हुए इसे प्रशासनिक और रेलवे की कमजोरी बताया है. उन्होंने कहा कि समस्या को देखते हुए अंडरपास ब्रिज का निर्माण जल्द होना चाहिए.  ओवरब्रिज का काम देख रहे सेतु विभाग के एसडीओ अर्जुनसिंह सनोडिया का कहना है कि निर्माण को लेकर ठेकेदार को निर्देशित किया गया है और हमारा प्रयास है कि निर्माण कार्य में और तेजी लाए.


Web Title : ADMINISTRATIVE TERM OF UNDERPASS BRIDGE WILL END TODAY, BRIDGE STILL INCOMPLETE, RAILWAY GAVE TIME TILL JUNE 30, NOTICE ISSUED TO BRIDGE DEPARTMENT AND CONTRACTOR