महिला की शिकायत पर वनरक्षक के खिलाफ मामला दर्ज, वन्यप्राणी शेही के शिकार मामले को वनरक्षक ने किया था उजागर, पुलिस कार्यवाही पर उठ रहे सवाल

बालाघाट. गढ़ी पुलिस ने एक महिला की शिकायत के आधार पर वनरक्षक रूपसिंह पिता फुलवासिंह मरावी के खिलाफ 384 के तहत अपराध पंजीबद्व किया है. मामले की विवेचना कर रहे गढ़ी थाना के एएसआई कैलाश पटेल ने बताया कि 26 अगस्त को बफर जोन में अपने बीट की गश्त के दौरान वनरक्षक रूपसिंह मरावी को वन्यप्राणी शेही के शिकार की जानकारी मिली थी. चूंकि मामला कान्हा नेशनल पार्क के कोरजोन का होने के कारण वन अपराध को कोर जोन की टीम को सुपुर्द कर दिया था. जिसमें कोरजोन की टीम ने वन्यप्राणी शेही के शिकार मामले में तीन आरोपी सुंदर, फग्गन और एक अन्य को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में पेश किया है. जहां से उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भिजवा दिया है.  

जिस मामले में 8 लोगों से 40 हजार रूपये लेकर मामला को रफा-दफा करने की शिकायत आरोपी सुंदरसिंह मरावी के पत्नी ने गढ़ी थाना मंे दर्ज कराते हुए बताया कि वनरक्षक रूपसिंह ने मामले में 40 हजार रूपये में मामला रफा-दफा करने का वादा किया था. जिसके कारण सभी 8 लोगो ने किसी तरह राशि का बंदोबश्त कर उसे दिये. जिसके बाद भी वन अपराध दर्ज किया गया. जिस मामले में शिकायत के बाद गढ़ी पुलिस ने वनरक्षक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.

बताया जाता है कि विगत 26 अगस्त को बफर जोन के बीट मंे गश्त के दौरान वनरक्षक रूपसिंह को देखकर कुछ ग्रामीण भाग गये थे और भागते समय एक थैला फेंककर गये थे. जिसमें वन्यप्राणी दो शेही मृत हालत में थे. जिस मामले को रफा-दफा करने के मामले में वनरक्षक द्वारा पैसा लिये जाने की बात शिकायत में कही गई.

वहीं दूसरी ओर इस मामले को लेकर सवाल खड़े हो रहे है. बताया जाता है कि इस मामले में महिला की शिकायत के बाद गढ़ी थाने में दर्ज अपराध में वनरक्षक को 31 अगस्त को पूछताछ के लिए बुलावाया गया था. जिसे थाने में ही बैठालकर रखा गया. आज 1 सितंबर को जब रेंजर सुपखार और भेशानघाट अपने वन अमले के साथ गढ़ी थाना पहुंचे, जहां उसे अपने साथ जमानत पर लेकर आये है.  

पुलिस कार्यवाही को लेकर खड़े हो रहे सवाल यह है कि शासकीय सेवक द्वारा क्षेत्र में हो रहे वनअपराध पकड़ रहा है, उस मामले की बिना जांच के पुलिस ने एफआईदर्ज कैसे कर ली? जबकि इस मामले में पुलिस महानिदेशक भोपाल के निर्देश है कि किसी भी शासकीय सेवक के खिलाफ बगैर जांच के मामला न कायम किया जायें, फिर किस आधार पर गढ़ी पुलिस द्वारा वनरक्षक के खिलाफ अपराध पंजीबद्व किया. जबकि उसी के द्वारा वन्यप्राणी सेही के शिकार मामले को उजागर किया गया था. बहरहाल मामले में विवेचना कर रहे गढ़ी थाना एएसआई कैलाश पटेल का कहना है कि मामले की जांच जारी है, जांच के बाद कार्यवाही की जायेगी.


Web Title : CASE FILED AGAINST FOREST GUARD ON WOMANS COMPLAINT, WILDLIFE CASE OF SHEHI EXPOSED BY FOREST GUARD, QUESTIONS RAISED OVER POLICE ACTION