व्यापारियों पर प्रशासनिक कार्यवाही के खिलाफ चेंबर के बंद का आव्हान,व्यापारियों को परेशान कर रहा प्रशासन, हो रही अवैध वसुली-अभय सेठिया

बालाघाट. जिले में कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को दृष्टिगत रखते हुए आगामी 31 मई तक जिले में कोरोना कर्फ्यू लगाया गया. जिसके सख्ती से पालन को लेकर कर्फ्यू में दुकान खोलने वाले व्यापारियों की दुकानो को सील किया जा रहा है तो व्यापारियों के साथ अभद्रता किये जाने की घटनायें भी सामने आ रही है. 23 मई को फिर गुजरी बाजार में दुकान खोलने वाले व्यापारियों के साथ प्रशासनिक टीम द्वारा अभद्रता किये जाने की घटना को लेकर व्यापारियों की शिकायत के बाद चेंबर ऑफ कामर्स ने प्रशासनिक कार्यवाही के खिलाफ नगर किराना एवं अन्य व्यवसाय को 24 मई से संपूर्ण बंद करने का आव्हान किया है.  

चेंबर ऑफ कामर्स के जिलाध्यक्ष अभय सेठिया ने बताया कि 23 मई की सुबह गुजरी बाजार में दुकान खोल रहे कुछ व्यापारियों के साथ तहसील कार्यालय के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा पुलिस बल और नपा अमले के साथ मौजूद होकर कानूनी कार्यवाही की धौंस दिखाकर दुकान को बंद कराने का प्रयास किया. जिसकी जानकारी मिलने पर वह चंेबर ऑफ कामर्स के संरक्षक रमेश रंगलानी, उपाध्यक्ष महेन्द्र सुराना एवं सदस्य मोनिल जैन के साथ गुजरी बाजार पहुंचे. जहां प्रशासनिक अधिकारी और पुलिसकर्मियों से चर्चा की. बावजूद इसके प्रशासन का रवैया अड़ियल दिखाया दिया और प्रशासनिक अधिकारी व्यापारियों से दुकान बंद करने को लेकर अभद्रता करते हुए धारा लगाकर जेल में बंद करने की बात कही गई. उन्होंने कहा कि लंबे समय से कोरोना कर्फ्यू के कारण व्यापारियों का पूरा व्यवसाय बंद है, ऐसे में जब जिले में संक्रमण शनैः शनैः कम होता जा रहा है तो व्यापारी थोड़ा व्यवसाय और दुकानों को साफ करने के लिए दुकान खोल रहे है लेकिन लगातार उनके खिलाफ कार्यवाही कर दुकानों को सील किया जा रहा है. जबकि शासन एवं प्रशासन के निर्देशानुसार होम डिलेवरी के लिए दुकान को खोला जाना जरूरी है अन्यथा वह कैसे सामान की डिलेवरी करेगा? लेकिन प्रशासन इस पर कोई ध्यान न देकर अपना तानाशाही रवैया दिखा रहा है, जिससे व्यापारियों में नाराजगी का माहौल है.  

अध्यक्ष अभय सेठिया ने कहा कि सील की गई दुकानो को खुलवाने कार्यालय जाने वाले व्यापारियों से दुकान खुलवाने के नाम पर जुर्माना के साथ ही अतिरिक्त राशि वसुली की जा रही है. ऐसे अनेक व्यापारियों है, जिनके द्वारा दुकानों को खुलवाने के लिए कार्यालय में जुर्माने के साथ ही अतिरिक्त राशि प्रदान की गई है, जो एक तरह से नियमों के नाम पर वसुली का धंधा है, जिससे भी व्यापारियो को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है.

चेंबर अध्यक्ष सेठिया ने सभी व्यापारी की सहमति से 24 मई से किराना एवं सभी व्यवसाय पूर्ण रूप से बंद करने का आह्वान एवं अपील की है और कलेक्टर दीपक आर्य से व्यापारियों को आ रही परेशानियों को बालाघाट आपदा प्रबंधन समिति की तत्काल बैठक बुलाकर उचित निर्णय लेने की अपील की है. जब तक व्यापारियों द्वारा निर्णय नहीं होने तक पूर्ण रूप से बाजार बंद की चेतावनी दी गई है.  

चेंबर अध्यक्ष ने प्रशासन द्वारा कोरेाना कर्फ्यू के नाम पर व्यापारियों के प्रतिष्ठानों को सील करने, व्यापारियों से अभद्रता और वसुली करने के मामले में चेंबर अध्यक्ष द्वारा फोन के माध्यम से इसकी सूचना राज्यमंत्री रामकिशोर कावरे, विधायक गौरीशंकर बिसेन, सांसद ढालसिंह बिसेन को देते हुए कहा कि व्यापारियों से हो रही अभद्रता को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. उन्होंने कहा कि यदि पूर्ण रूप व्यापार बंद होने के कारण जनता को हो रही परेशानी होगी तो इसके लिए प्रशासन जिम्मेदार होगा. यदि प्रशासन ने व्यापारियों को लेकर कोई संतोषजनक निराकरण नहीं निकाला तो आगामी समय में नगर सहित जिले में व्यापार अनिश्चितकालीन तक बंद करने का निर्णय भी लिया जा सकता है.


Web Title : CHAMBERS BANDH CHALLENGE AGAINST ADMINISTRATIVE PROCEEDINGS ON TRADERS, ADMINISTRATION HARASSING TRADERS, ILLEGAL RECOVERY ABHAY SETHIA