आओ लौट चले बचपन की ओर कार्यक्रम में बचपन के खेले गये खेल,जनप्रतिनिधियों और नागरिकों ने खेल में की सहभागिता

वारासिवनी. आज के आधुनिक युग में हर इंसान लगातार दौड़ता दिख रहा है. रूकने और पीछे मुड़कर देखने का समय किसी के पास नही है. जिसका परिणाम है लोग अब मानसिक तनाव एवं बिमारियों के शिकार हो रहे है. इसी बात को ध्यान मे रखते हुए बेफिक्री भरे बचपन की यादों को ताजा करने एवं बचपन के खेलों का याद करने के लिए प्रश्न चिन्ह व्हाटस्एप ग्रुप के तत्वावधान में आओ लौट चले बचपन की ओर कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस दौरान खनिज विकास निगम अध्यक्ष प्रदीप जायसवाल, भाजपा जिला उपाध्यक्ष गौरव पारधी, निवर्तमान नपाध्यक्ष विवेक पटेल, डॉ. नीरज अरोरा, श्रीकांत अग्रवाल, पूर्व नपाध्यक्ष निर्दोष माडल, पूर्व नपाध्यक्ष अनीश बेग, आनंद बिसेन, प्रदीप शरणागत, मनोज हरिनखेडे़ के अलावा प्रश्नचिन्ह व्हाटस्एप गु्रप के सैकडों सदस्यों ने शािमल होकर बचपन की यादों को ताजा किया.

कार्यक्रम का संचालन असपाक खान एवं अनिल पिपरेवार ने आमिन सियानी एवं फिल्मी कलाकारों की आवाज में सफलता पूर्वक किया.   जानकारी अनुसार प्रश्नचिन्ह व्हाटस्एप ग्रुप के तत्वावधान मे आयोजित आओ लोट चले बचपन की ओर कार्यक्रम में नगर के युवाआंे ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. इस कार्यक्रम में आधुनिक इंटरनेट जमाने के पूर्व के खेल कंचे, लट्टू, टिप्पु, मटकी फोड, पतंगबाजी, कागज से हवाई जहाज बनाना, बुलबुले बनाना, फुग्गे फुलाना, टायर चलाना, अंताक्षरी, गटागट, संतरा पीपरमेट, गटागट, लॉलीपॉप, नडडे, बर्फ का गोला खाने जैसे अनेक यादों को शामिल किया गया. कार्यक्रम को सफल बनाने में ग्रुप एडमिन राहुल अरोरा, अभिषेक सुराना, कैलाश दुल्हानी, असपाक खान, सुधीर शर्मा, सिकंदर मिश्रा, अमन पटेल, दीपक जैन का विशेष योगदान रहा.

लाली पाप से सबका स्वागत

बचपन के माहौल का ऐहसास उसी समय से होना प्रारंभ हो गया. जब कार्यक्रम में पहुंचने वाले सभी सदस्यों का स्वागत लॉली पाप से किया गया. लालीपाप चुसते हुए जनप्रतिनिधियों और लोगों ने कार्यक्रम में शिरकत की. जिसके बाद श्रीकांत अग्रवाल की ओर से खिलाड़ियों को टास्क दिये गये. जिसमें पर्स मे माता जी एवं पत्नि की फोटो होने पर सोनु सोहाने, नेल पालिस लगी होने पर विक्की ऐडे़ ने टॉस्क जीता.

पुराने गानों ने बांधा शमा

कार्यक्रम में वैसे अनेक गतिविधियों शामिल रही. जिसमें बचपन के खेलों के आलावा बचपन की शरारतों का स्मरण विशेष रहा. जबकि कार्यक्रम मे शामिल सदस्यों ने गायन एवं नृत्य कला का भी प्रदर्शन किया. जिसमें विरेन्द्र ठाकुर का मै शायर तो नही.. , संजीव जायसवाल का एक अजनबी हसीना से यूं मुलाकात हो गई.. . , गिरधारी चिमनानी का जिन्दगी की न टूटे लडी.. . , प्रबल जायसवाल का तू इस तरह से मेरी जिंदगी मे शामिल है.. . दिनेश बोरकर का भोले भोले ओ भोले.. . , आदित्य खजांची को पापा कहते है बडा काम करेगा.. . , के अलावा डॉ, नीरज अरोरा का जीवन से भरी तेरी आखे.. . जैसे गीतो ने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया.  

निगम अध्यक्ष जायसवाल, पारधी एवं पटेल ने फुलाया फुग्गा

कार्यक्रम के सभी पार्ट खुशी देने वाले किन्तु उस समय सबसे अधिक तालियां एवं सीटियां बजी. जब मुह मंे लॉली पॉप चुसते हुए मंच में शासन के खनिज निगम अध्यक्ष प्रदीप जायसवाल, युवा नेता गौरव पारधी, पूर्व नपाध्यक्ष विवेक पटेल, निर्दोष मॉडल, मनोज हरिनखेडे, शैलेन्द्र तिवारी, विक्की ऐडे, दीपक जैन, राजू गोयल, सोनू सोहाने, अनीश बेग, मनीष खंडेलवाल पहंुचे और उन सभी को सबसे कम समय में बडा फुग्गा फुलाने एवं फुलाकर फुग्गा फोडने का टास्क दिया गया. पहले फुग्गा फुलाने के प्रयास मंे लगातार फुटते फुग्गों की आवाज के साथ दर्शकों के चिल्लाने एवं तालियों आवाज ने कार्यक्रम को सफल बना दिया.

पारंपरिक खेलों से परिचय

कार्यक्रम संयोजक अभिषेक सुराना ने बताया कि आज इंटरनेट एवं कम्प्यूटर के इस दौर में हमारी नई पीढी हमारे पारंपरिक खेलों से विमुख हो गई है. आज की नई पीढ़ी मोबाईल एवं कम्प्यूटर में सिमटकर रह गई है. पहले मैदानी खेलों से बच्चे स्वस्थ्य रहते थे किन्तु आज नई पीढी मोबाईल एवं कम्प्यूटर के कारण अपनी आंखे खराब कर रही है. इसलिए हमने प्रश्नचिन्ह व्हाटस्एप ग्रुप के बेनर तले पारंपरिक खेलों का आयोजन किया. जिसमे नगर के लगभग 200 सदस्यों ने हिस्सा लिया.  

बचपन के खेल खेलकर लौटे बचपन में

गु्रप एडमिन राहुल अरोरा ने बताया कि हमारा उद्देश्य बचपन के खेलों को खेलकर बचपन की यादों को ताजा करना था. इस कार्यक्रम में जहां जनप्रतिनिधियों ने उपस्थित होकर बचपन के खेल खेलकर अपनी बचपन की यादो को ताजा किया. वही गु्रप के सदस्यों ने फुल मस्ती की. कार्यक्रम की थीम आओ लौट चले बचपन की ओर थी. जिसमे कार्यक्रम का पूरा माहौल पारंपरिक खेलों का रहा. जिसमें जनप्रतिनिधियों, युवा नेता, नागरिकों ने पारंपरिक खेल खेलकर अपने बचपन की यादों को ताजा किया.

Web Title : CHILDHOOD GAMES, PEOPLES REPRESENTATIVES AND CITIZENS PARTICIPATED IN THE GAME IN THE PROGRAMME TOWARDS AAO LAUT CHALE BACHPAN