कलेक्टर ने वाहन चालक को दिखाई थी औकात, बालाघाट में पुलिसकर्मी ने की चालक की सार्वजनिक पिटाई, बस चालकों ने पहियों को किया जाम तो पुलिसकर्मी ने कहा माफ कर दो मुझे

बालाघाट. इसी महिने प्रदेश में बस चालकों के साथ दो बड़ी घटना देखने और सुनने को मिली. जहां हिट एंड रन कानून को लेकर बस चालकों की हड़ताल के दौरान शाजापुर कलेक्टर किशोर सान्याल के चालक को औकात दिखाने के मामले में सरकार ने उन्हें हटा दिया था. वहीं 31 जनवरी को बालाघाट में बटालियन कमांडर अनिल शर्मा ने रांग साईड से आते हुए गाड़ी में लगी टक्कर पर बस चालक की सार्वजनिक तौर से पिटाई कर दी. हालांकि उन्हें अंदेशा नहीं था कि पुलिस के रौब में पिटाई के बाद वाहन चालक ऐसा कुछ कर जाएंगे कि उन्हें हाथ जोड़कर मुझे माफ कर दो के शब्दों के साथ माफी मांगनी पड़ेगी.  

बस स्टैंड में एक निजी ट्रेव्हलर्स के बस चालक की बुधवार की प्रातः बस स्टैंड में छिंदवाड़ा में तैनात 8 वीं बटालियन के कंपनी कमांडेट अनिल शर्मा के द्वारा सार्वजनिक पिटाई के बाद बस चालकों का गुस्सा भड़क उठा और उन्होंने बसों के पहिए को जाम कर दिया. जिससे पूरे बसे अपनी जगह पर खड़ी हो गई.  घटना के बाद बस स्टैंड में एकत्रित हुए बस चालकों, परिचालकों और एजेंटो ने वाहन चालक और परिचालक संघ अध्यक्ष महेश सहारे के नेतृत्व में रैली निकालकर पुलिसकर्मी पर कार्यवाही की मांग करते हुए थाने पहुंचे.  

निजी ट्रेवल्स के बस चालक संदीप साहू ने बताया की वह बस को स्टैंड में लगाने बस को घुमाकर ला रहा था. इसी दौरान एक पुलिसकर्मी आया और वाहन में टक्कर की बात कहकर सार्वजनिक रूप से मारपीट की.  संघ अध्यक्ष महेश सहारे ने कहा कि छिंदवाड़ा में पदस्थ अनिल शर्मा ने गलत दिशा से अपना वाहन ला रहे थे, इस दौरान बस से उनके वाहन को टक्कर लग गई. जिससे उन्होंने बस स्टैंड में बस चालक के साथ गाली-गल्लौज कर सार्वजनिक रूप से मारपीट की. जिसमें हम थाने मंे मामला दर्ज कराने गए थे, यहां पुलिस अधिकारियों की समझाईश और कमांडेड अनिल शर्मा द्वारा माफी मांगने पर हमने अपना आंदोलन समाप्त कर दिया है, लेकिन ऐसा व्यवहार किसी भी व्यक्ति के साथ जिम्मेदार पदो पर बैठे व्यक्ति के साथ ना हो, इसका ध्यान रखा जाना चाहिए.  

घटना की जानकारी के बाद विधायक श्रीमती मुंजारे भी थाने पहुंची और यहां उन्होंने वाहन चालकों से घटना के बारे में जानकारी ली. इस दौरान उन्होंने पुलिस की देशभक्ति और जनसेवा पर इस घटना को लेकर सवाल भी खड़े किए और उन्होंने मामले की निंदा करते हुए मामले में पीड़ित पक्ष को न्याय दिलाने के लिए थाना प्रभारी से चर्चा की.  हालांकि घटना के लगभग ढाई से तीन घंटे बाद सार्वजनिक तौर से पुलिसकर्मी अनिल शर्मा के बस चालकों से माफी मांगने के बाद प्रदर्शन कर रहे वाहन चालकांे ने हड़ताल खत्म कर दी. जिसके बाद बसो की थमी रफ्तार को गति मिली और यात्रियो और पुलिस ने राहत की सांस ली.


Web Title : COLLECTOR HAD SHOWN THE VEHICLE DRIVER, IN BALAGHAT, THE POLICEMAN BEAT THE DRIVER PUBLICLY, THE BUS DRIVERS BLOCKED THE WHEELS, THEN THE POLICEMAN SAID FORGIVE ME