रेंगाटोला-गर्रा सीमा में नपा के कचरा डम्प पर तत्काल रोक की मांग, वैनगंगा में मिल रहा डम्प का गंदा पानी, नगर को जलापूर्ति के माध्यम से पिलाया जा रहा विषैला पानी-वैभवसिंह

बालाघाट. बालाघाट नगरीय क्षेत्र से जो सारा कचरा और मृत जानवर निकलते है, उन्हें नपा द्वारा रेंगाटोला-गर्रा सीमा के पास फेंका जाता है. जिसके कारण हो रहे प्रदूषण और परेशानी को लेकर रेंगोटोला सहित उसके आसपास लगी पंचायतों ने प्रस्ताव लेकर रेंगोटोला में नपा के कचरा डम्प को बंद किये जाने की मांग की है.

जनपद सदस्य वैभवसिंह ने बताया कि नगरपालिका परिषद द्वारा ग्राम पंचायत रेंगाटोला में फेंके जा रहे कचरे, मृत जानवरों और प्लास्टिक से ग्राम रेंगाटोला सहित ग्राम पंचायत गर्रा के साथ-साथ सीमावर्ती सभी ग्राम पंचायत में प्रदूषण फैल रहा है. नगरपालिका रेंगाटोला में अव्यवस्थित तरीके से कचरा एकत्रितकरण कर आसपास के पंचायतों में प्रदूषण फैलाने का काम कर रही है, जिसके लिए रेंगाटोला सहित आसपास के पंचायतों द्वारा इसका विरोध किया और वहां से कचरा संग्रहण को हटाये जाने का प्रस्ताव पारित किया. जनपद सदस्य वैभवसिंह बिसेन ने कहा कि जिला प्रशासन सहित प्रधानमंत्री से लेकर पर्यावरण मंत्रालय, जिला एवं जनपद पंचायत के सीईओ और नपा बालाघाट सीएमओ को पत्र देकर रेंगाटोला में कचरा संग्रहण को बंद किये जाने की मांग की है और यदि इस पर कोई गंभीरता नहीं दिखाई जाती है तो तो क्षेत्र की जनता के साथ सड़क पर उतरकर आंदोलन किया जायेगा.

जनपद सदस्य वैभवसिंह बिसेन ने कहा कि नपा प्रबंधन द्वारा रेंगाटोला में फेंके जाने वाले कचरा और प्लास्टिक की रिसाईकिल की बात कही गई थी, किन्तु वह कागजो तक की सीमित है. जिसके कारण लगातार वहां कचरा फेंके जाने से उसकी बदबू के कारण आसपास के लोगों का हाल बेहाल है, आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है. इसके अलावा नपा द्वारा कचरा फेंके जाने के लिए बाउंड्रीवाल बनाई गई है बावजूद इसके ग्राम पंचायत गर्रा की भूमि पर भी कचरा फेंका जा रहा है, जिस पर गर्रा पंचायत को घोर आपत्ति है और पंचायत द्वारा कचरा फेंकने पर रोक के लिए पंचायत में प्रस्ताव भी लिया है.

जनपद सदस्य वैभवसिंह बिसेन ने नपा पर आरोप लगाया कि नगर सहित आसपास के क्षेत्र में नपा प्रदूषण फैलाने का काम कर रही है, कचरा और मृत मवेशियों को, रेंगाटोला कचरा स्थल तक खुले में लाया जाता है, जिससे वाहन के गुजरने वाले मार्ग पर चलने वाले लोगों को बदबू और कीटाणुओं का सामना करना पड़ता है. उन्होने कहा कि कचरा स्थल में कचरा और मृत जानवरों को फेंके जाने के कारण उसके सामने की रोड़ से गुजरने वाले को कठिन समस्या होती है, बदबू और कीटाणुआंे से लोंगो के स्वास्थ्य पर विपरित प्रभाव पड़ रहा है. नपा के कचरा डम्प के सामने से होकर गुजरने वाली सड़क से रोजाना ही मजदूर, किसान, स्कूल, कॉलेज के विद्यार्थी और रोजगार के लिए लोगों को आना-जाना पड़ता है, जिनके लिए यहां से गुजरते समय सांस लेना तकलीफदेह हो गया है. जिससे निपटने के कोई प्रयास नपा द्वारा नहीं किये गये, जिसके कारण पंचायत में यह डम्प, अब ग्रामीण नहीं चाहते है.

वैनगंगा नदी में मिलता है कचरे और मृत जानवरों से होकर गुजरने वाला पानी

जनपद सदस्य वैभवसिंह बिसेन ने रेंगाटोला कचरा डम्प स्थल को लेकर एक और गंभीर बात कही है, उनका कहना है कि वैनगंगा नदी का जो पानी जलापूर्ति के माध्यम से आम जनता को पिलाया जा रहा है, वह भी पूरी तरह शुद्ध नहीं है, चूंकि डम्प स्थल में अक्सर बरसात के कारण पानी जमा हो जाता है, जो यहां से रिसाव के दौरान यहां की गंदगी को अपने साथ बहा ले जाता है, जो आगे जाकर वैनगंगा नदी में मिल जाती है. जिसके कारण यहां का गंदा पानी भी वैनगंगा नदी में चला जाता है. जिससे न केवल जलापूर्ति से सप्लाई पानी पीने से लोग बीमारियों से ग्रसित होंगे. वहीं जलीय जीवजंतु पर भी इसका विपरित असर पड़ रहा है. उन्होंने बालाघाट नगर की जनता से भी अपील की है कि वह जिस पानी को जलापूर्ति के माध्यम से पी रहे है, उसमें कचरा डम्प से आने वाला पानी कितना गंदा आ रहा है, जो कचरे और मृत जानवरों से होकर आ रहा है.  

Web Title : DEMAND FOR IMMEDIATE BAN ON NOPA GARBAGE DUMP IN RENGATOLA GARRA BORDER, DIRTY WATER OF DUMP IN VANGANGA, TOXIC WATER BEING FED TO THE CITY THROUGH WATER SUPPLY VAIBHAVSINGH