कैप निर्माण के भ्रष्टाचार को दबाने जिला पंचायत के जांच दल ने बना दिया झूठा पंचनामा,शिकायकर्ताओं का आरोप, मोवाड़ सचिव के अनियमिता के जांच की मांग

बालाघाट. कहते है एम गजब है तो बालाघाट अजब है, यहां भ्रष्टाचार की जांच करने वाले ही भ्रष्टाचार में लिप्त है, आलम यह है कि शिकायत की जांच को जांच के नाम पर दबा दिया जाता है और जिसके खिलाफ शिकायत होती है, उसे सांठगांठ कर आर्थिक स्वार्थ की पूर्ति की जाती है.  

जिले में तत्कालीन कलेक्टर दीपक आर्य के कार्यकाल में धान को सुरक्षित रखने के लिए 13 लाख रूपये से ज्यादा राशि के केप का निर्माण करवाया गया था. जिसका निर्माण जिले के अधिकांश स्थानो पर किया गया. जिस तरह से कैप निर्माण में शासकीय राशि की होली खेलकर कैप का घटिया निर्माण किया गया. उसके चलते हालत यह है कि कैप निर्माण का वित्तिय वर्ष पूरा भी नहीं हो पाया है कि कैप के घटिया निर्माण की पोल खुलने लगी हैं. ताजा मामला सेवा सहकारी समिति मोवाड़ के अंतर्गत ग्राम डोंगरिया में बनाये गये कैप का है, जिसके निर्माण में दरारें आ गई है.

ग्रामीणों का मानना है कि कैप में निर्माण का फटकर दरारों के रूप में नजर आना, घटिया निर्माण की वजह है. जिसको लेकर एक बार फिर जांच किये जाने की मांग को लेकर खैरलांजी जनपद पंचायत के पूर्व जनपद सदस्य श्री नगपुरे की अगुवाही में शिकायतकर्ता ने कलेक्टर को शिकायत सौंपकर केप निर्माण और पंचायत क्षेत्र में किये गये निर्माण कार्यो में की गई अनियमितता कर आर्थिक स्वार्थपूर्ति करने वाले सचिव विनोद बोरकर के कार्यकाल में किये गये कार्यो की जांच किये जाने की मांग की है.

शिकायत लेकर कलेक्टर पहंुचे पूर्व जनपद सदस्य नगपुरे ने कहा कि केप निर्माण में ग्रामीणों और पंचो की शिकायत के बाद जिला पंचायत से आये जांच दल ने सांठगांठ से अनियमितता करने वाली निर्माण एजेंसी पंचायत को बचाते हुए पंचनामा बनाया, जिसको लेकर पंचनामा पर दस्तखत करने शिकायतकर्ता ग्रामीणों और पंचो ने मना कर दिया. जिसके बाद जांच दल ने पंचायत में बैठकर शिकायकर्ताओं के फर्जी हास्ताक्षर से पंचनामा बनाकर शिकायत की जांच में नस्ती कर दिया और उसे दबा दिया. जिसकी पुष्टि आरटीआई से निकाले गई जानकारी से मिलती है. उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत सचिव विनोद बारेकर द्वारा न केवल सरपंच और मेट से सांठगांठ कर पंचायत और हितग्राहियों के विकास के लिए आने वाली विकास योजनाआंे में भ्रष्टाचार किया गया है बल्कि केप निर्माण में भी जमकर आर्थिक अनियमितता की गई है. जिसको लेकर एक बार फिर वह जांच की मांग को लेकर आये है.  

शिकायकर्ता नगपुरे की मानें तो कपिलधारा कूप निर्माण, प्रधानमंत्री आवास योजना में अपात्रों को लाभ देने, डोंगरिया उपवन में मनरेगा से किये गये सीपीटी कार्य, सड़क निर्माण, पौधारोपण कार्य, नाला पथोपचार, सह स्टाफडेम सहित अन्य निर्माण कार्यो में शासन की राशि का दुरूपयोग कर जमकर होली खेली गई है.


Web Title : DISTRICT PANCHAYAT PROBE TEAM CREATES FALSE PANCHNAMA TO SUPPRESS CORRUPTION IN CAP CONSTRUCTION, COMPLAINANTS ALLEGE, DEMAND PROBE INTO MOWAR SECRETARYS IRREGULARITY