कायाकल्प में बना जिला अस्पताल का उद्यान बना मरीजों के कपड़े सुखाने का स्थल, उद्यान में फैली गंदगी दे रही बीमारियों को बढ़ावा

बालाघाट. जिला अस्पताल को संवारने तत्कालीन कलेक्टर के कार्यकाल में कायाकल्प योजना के तहत उद्यान का निर्माण किया गया था. जहां प्रदेश के आयुष मंत्री, आयोग अध्यक्ष और अन्य जनप्रतिनिधियो के नाम से पौधे भी लगाए गए थे. उद्यान निर्माण के दौरान यह बताया गया था कि इस उद्यान से अस्पताल में आने वाले मरीजों को एक बेहतर माहौल मिलेगा, लेकिन कालांतर की इस सोच को अनदेखी की ऐसी मार पड़ी कि मरीजों और उसके परिवारों का सुकुन देने के नाम पर बनाया गया अस्पताल परिसर का यह उद्यान, अब मरीजों और मरीजों के परिजनों के कपड़े सुखाने के काम का आ रहा है. यही नहीं बल्कि उद्यान परिसर में पड़ी गंदगी, बीमारियों का न्यौता दे रही है.  

बालाघाट शहर में विकास के नाम पर लाखो-करोड़ो रूपये खर्च किये गये, लेकिन आज विकास कार्यो की हालत देखकर लगता है कि विकास के नाम से लाखो-करोड़ो रूपयो की फिजूलखर्ची कर दी गई. जिसका अस्पताल परिसर में बना उद्यान एक जीवंत उदाहरण है.   ऐसा नहीं है कि यह अस्पताल प्रबंधन को नजर नहीं आता लेकिन इस उद्यान को देखकर लगता है कि अस्पताल प्रबंधन, इसकी जानबूझकर अनदेखी कर रहा है. जहां जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के नाम से लगाए गए पेड़, अपने अस्तित्व को तलाश रहे है. तो वहीं दूसरी ओर पेड़ो की सुरक्षा के लिए लोहे के लगाए गए एंगल, मरीजों के पकड़ सुखाने में मदद कर रहे है, यही नहीं पास ही स्थिति हॉटल के सामानो की धुलाई भी यही होती है. जिससे उद्यान का यह पूरा परिसर, गंदगी से बजबजा रहा है और बदबू मारता है.

जिला चिकित्सालय में लाखो रूपये खर्च करने के बावजूद बनाए गए इस उद्यान की यह हालत देखकर लगता है कि जिम्मेदार, अपनी जिम्मेदारियों से यदि मंुह फेरते है तो हालत कैसे बदत्तर हो जाते है.  यही नहीं कभी उद्यान बनाते वक्त, यहां लगाए गए पेवरब्लॉक भी अपनी जमीन छोड़ रहे है. बालाघाट में विकास कार्यो की ऐसी हालत और ऐसी अनदेखी, जनता से किये जाने वाले विकास से ना केवल लोगों का विश्वास उठ रहा है, बल्कि लोगों को लग रहा है कि विकास के नाम पर रूपयों को फूंकने का काम हो रहा है. हालांकि इस मामले मंे जिम्मेदार तो अधिकारिक बयान तो नहीं दे रहे है लेकिन उनका कहना है कि अस्पताल के कायाकल्प योजना के तहत इसका निर्माण कराया गया था. जिस पर ध्यान दिया जाएगा.


Web Title : DISTRICT HOSPITAL GARDEN IN KAYAKALP BECOMES A PLACE FOR DRYING PATIENTS CLOTHES, PROMOTING DISEASES SPREADING DIRT IN THE GARDEN