दुर्गामंदिर की धार्मिक माहौल में मनाई गई 25 वीं वर्षगांठ, विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन, गर्भगृह का स्वरूप होगा परिवर्तित

बालाघाट. कभी हनुमान चौक में युवा दुर्गा उत्सव समिति द्वारा नवरात्र में मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापना की जाती थी. प्रतिवर्ष 9 दिनों तक पूजा अर्चना के बाद प्रतिमा का विसर्जन कर दिया जाता था. उस समय समिति के सदस्यों ने विचार किया कि क्यों ना यहां माता रानी के मंदिर की स्थापना की जाए. यह विचार कब ठोस निर्णय में बदलकर मां के आशीर्वाद से मंदिर निर्माण तक पहुंच गया, यह समिति के पदाधिकारियों के लिए भी किसी आश्चर्य से कम नहीं थे और देखते ही देखते मां का मंदिर निर्माण करने का ऐसा मार्ग प्रशस्त हुआ कि ना केवल जमीन बल्कि निर्माण सामग्री भी व्यवस्था हो गई और 25 वर्ष पूर्व दुर्गा विसर्जन के बाद हनुमान चौक में मां दुर्गा मंदिर निर्माण का कार्य शुरू हो गया और यहां मंदिर 4 वर्षों में बनकर तैयार हो गया और 21 सितंबर 1998 को मां दुर्गा की मनोहारी प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा पंच दिवसीय महोत्सव के साथ की गई. जिसे 21 सितंबर 2023 को पूरे 25 साल हो गये.  

युवा दुर्गा उत्सव समिति और दुर्गा मंदिर ट्रस्ट पदाधिकारियों और सदस्यों ने देवीभक्तों के साथ मिलकर 21 सितंबर को मंदिर की 25 वीं वर्षगांठ धार्मिक माहौल में मनाई. इस अवसर पर विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया.  दुर्गा मंदिर की 25 वीं वर्षगांठ पर प्रातः से देररात तक आयोजित कार्यक्रम में मां दुर्गा का श्रृंगार, हवन-पूजन, यज्ञ, मां को 56 भोग और सवा मन बूंदी का प्रसाद अर्पित किया गया. जबकि सायंकाल सुंदरकांड का पाठ किया गया. सायंकाल सुंदरकांड के उपरांत भक्तों को बूंदी का महाप्रसाद वितरित किया गया. इस दौरान मंदिर समिति अध्यक्ष देवेन्द्र सिंह चंदेल, सचिव नितिन मिश्रा, कोषाध्यक्ष भानू अग्रवाल, पूर्व अध्यक्ष संजय कोहली सहित अन्य पदाधिकारी सदस्य एवं अन्य भक्तगण प्रमुख रूप से उपस्थित थे.

दुर्गा मंदिर समिति पूर्व अध्यक्ष संजय कोहली ने बताया कि आज वर्षगांठ के अवसर पर विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किये गये. उन्होंने मां दुर्गा मंदिर की 25 वी वर्षगांठ पर आयोजित धार्मिक कार्यक्रम में प्रातः मा दुर्गा का श्रृंगार, मातारानी को 56 भोग के साथ हवन-पूजन और सवार मन बूंदी का प्रसाद चढ़ाया गया. रात्रि में आयोजित सुंदरकांड पाठ के बाद भक्तों को महाप्रसाद का वितरण किया. उन्होंने बताया कि मातारानी के गर्भगृह को नया स्वरूप दिया जा रहा है. समिति ने यहां निर्णय लिया है कि प्रतिवर्ष नवरात्रि के दौरान मंदिर समिति द्वारा पंचमी के बाद महाप्रसाद का वितरण किया जाता है लेकिन इस वर्ष 25 वर्ष पूर्ण होने पर नवरात्रि के पहले दिन से ही मंदिर प्रांगण में महाप्रसाद वितरण का कार्य शुरू कर दिया जाएगा. वही 9 दिनों तक विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन किए जाएंगे और पंचमी और अष्टमी को फलाहारी महाप्रसाद का वितरण किया जायेगा और बारस को भंडारा आयोति किया जायेगा.


Web Title : DURGA MANDIR CELEBRATES 25TH ANNIVERSARY IN RELIGIOUS ATMOSPHERE, VARIOUS RELIGIOUS PROGRAMS WILL BE ORGANIZED, THE FORM OF THE SANCTUM SANCTORUM WILL BE CHANGED