देशसेवा करने वाले भूतपूर्व सैनिकों को नहीं मिल रहा रोजगार, उनके हक पर कोई और डाल रहा डाका, मिलन समारोह में सैनिकों ने सुनाई समस्या

बालाघाट. देशसेवा करके लौटने वाले जिले के भूतपूर्व सैनिक रोजगार सहित स्वास्थ्य की समस्या से जूझ रहे है, देशसेवा में लगे सैनिकों को सम्मान देने वाले इस देश, प्रदेश और जिले में सैनिकों की इस हालत के लिए आखिर कौन जिम्मेदार है, उनके रोजगार के हक पर कोई और डाका डाल रहा है और हम विभिन्न सेना में सेवा देने वाले भूतपूर्व सैनिकों को उनका हक नहीं दिलवा पा रहे है, जो न केवल सोचनीय है बल्कि चिंतनीय भी.  

एक जानकारी के अनुसार जिले में लगभग 132 भूतपूर्व सैनिक है, जो सरकार, प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से रोजगार और स्वास्थ्य सुविधा की मांग कर रहे है, सीमा पर खड़े होकर हमारी सेवा करके लौटने वाले भूतपूर्व सैनिक आज स्वयं अपनी सुरक्षा को लेकर चितिंत है. नववर्ष पर भूतपूर्व सैनिक कल्याण संघ के तत्वाधान में गर्रा के वनस्पतिक उद्यान में आयोजित भूतपूर्व सैनिक मिलन समारोह कार्यक्रम में भूतपूर्व सैनिकों की यह व्यथा, समस्या के रूप में सुनने को मिली.  

भूतपूर्व सैनिक कल्याण संघ जिलाध्यक्ष शैलेन्द्र सिंह भगत ने बताया कि जिले के भूतपूर्व सैनिक परिवारों के आपसी मिलन और उनकी समस्याओं को जानने के लिए संघ के माध्यम से मिलन समारोह का आयोजन किया गया था. जिसमें भूतपूर्व सैनिकों के साथ ही उनका परिवार शामिल था. जहां सभी भूतपूर्व सैनिकों ने अपनी बात रखी. उन्होंने बताया कि जिले में लगभग वर्तमान में 132 भूतपूर्व सैनिक है, जबकि कही भूतपूर्व सैनिक अन्य जगह विस्थापित हो गये है. अध्यक्ष भगत ने बताया कि यह बड़ी विडंबना और दुर्भाग्य का विषय है कि एफसीआई गोदाम में भूतपूर्व सैनिकों को सिक्युरिटी गार्ड पर नहीं रखकर गोंदिया की एजेंसी के लोगों को काम दिया गया. यही नहीं बल्कि बालाघाट की प्राकृतिक गोद में भरे-पड़े माईंस सेक्टर में भी नागपुर से सिक्युरिटी गार्डो को पदस्थ किया जा रहा है, तो फिर भूतपूर्व सैनिकों के लिए रोजगार कहां है? एक बड़ी समस्या भूतपूर्व सैनिकों के साथ स्वास्थ्य की है, यदि कोई भूतपूर्व सैनिक का स्वास्थ्य खराब हो जाता है तो उसे ईलाज के लिए मिलिट्री अस्पताल में ही सुविधा मिलती है, जबकि मामुली स्वास्थ्य की जांच को लेकर भी बालाघाट में सुविधा नहीं मिल रही है. हमारी आगामी समय में शासन, प्रशासन से मांग रहेगी कि जिला सैनिक बोर्ड के माध्यम से भूतपूर्व सैनिकों को हो रही रोजगार और स्वास्थ्य की समस्या पर गंभीरता से विचखर किया जाये, ताकि हमें भी लगे कि अपने जीवन के अमूल्य पद देशसेवा में देने के बाद देशवासी हमें आज भी चाहते है.


Web Title : EX SERVICEMEN SERVING THE COUNTRY ARE NOT GETTING EMPLOYMENT, SOMEONE ELSE IS PUTTING THEIR RIGHTS ON THEIR RIGHTS, SOLDIERS HEAR PROBLEM AT MILAN CEREMONY