बालाघाट में नकली खाद का मामला, सिवनी के दलाल से होती थी नकली खाद की सप्लाई, पुलिस के हत्थे चढ़ा आरोपी दलाल, दो मामले में 07 आरोपी गिरफ्तार

बालाघाट. किसानों के साथ धोखाधड़ी करने वाले कृषि केन्द्र विकेताओं, सप्लायर और दलालों पर पुलिस शिकंजा कसते जा रही है. जिले के कृषि विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम की कार्यवाही में वारासिवनी क्षेत्र में नकली खाद, बीज और कीटनाशक दवा मामले के खुलासे के बाद वारासिवनी पुलिस ने अब तक 07 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.  शुक्रवार को देरशाम पुलिस ने एक खाद, बीज और कीटनाशक दवाओं की कंपनियो के माध्यम से विक्रेताओं तक दलाली करने वाले आरोपी सिवनी निवासी जमील अंसारी को गिरफ्तार किया है. पुलिस को एग्रीजोन संचालक अजय कटरे से पूछताछ में यह जानकारी मिली थी कि सिवनी निवासी जमील अंसारी ने खाद की सप्लाई की थी. चूंकि आरोपी जमील अंसारी भी जानता था कि आरोपी अजय कटरे और उसके साथी, कंपनियों से मंगाई गई खाद, बीज और कीटनाशक दवा को ब्रांडेड कंपनियों के नाम से बेचकर धोखाधड़ी कर रहे है. जिसके चलते पुलिस ने उसे भी आरोपी बनाया है.

पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में वारासिवनी पुलिस किसानों के साथ धोखाधड़ी करने वाले गिरोह की अंतिम कड़ी तक पहुंचने में जुटी है, ताकि किसानों से खाद, बीज और कीटनाशक दवा के नाम से धोखाधड़ी करने वालो को सबक मिल सके.  इस मामले में पुलिस ने वारासिवनी पुलिस ने थाना में दर्ज पहले मामले में आरोपी रमेश अजीत और विनय बिसेन तथा दूसरे मामले में अजय कटरे और जमील अंसारी को 24 तक पुलिस रिमांड मंे लिया है. पुलिस को उम्मीद है कि इस मामले में आरोपियों से पूछताछ में और भी महत्वपूर्ण जानकारी हाथ लग सकती है.

गौरतलब हो कि कृषि विभाग और वारासिवनी पुलिस की संयुक्त कार्यवाही में जिले में किसानों को ब्रांडेड कंपनी के नाम से सस्ती नकली खाद, बीज और कीटनाशक दवा बेचने के मामले को पता चला था. जिसके बाद कृषि विभाग और पुलिस की टीम ने संयुक्त कार्यवाही करते हुए दो जगह पर दबिश दी थी. जहां से पुलिस को बड़ी मात्रा में ब्रांडेड कंपनी इफको और अन्य कंपनी की बोरी और सस्ती नकली खाद की बोरियां, बीज और कीटनाशक दवा मिली थी. जिसमें कृषि विभाग के अधिकारी की शिकायत पर वारासिवनी पुलिस ने दो अलग-अलग मामले कायम किए थे.  

जिसमें 13 जुलाई को वारासिवनी क्षेत्र के कोस्ते में मुनेश्वर चौहान के घर से 2 वाहन सेे माध्यम से खाली हो रही और भंडारित की गई नकली डीएपी और सुपर फास्फेट की 72 बोरियों को जप्त किया था. जिन पर आरोप था कि ब्रांडेड खाद कंपनी इफको के बोरियो में यह नकली खाद भरकर किसानों को बेचकर धोखाधड़ी कर रहे है. जिसमें कृषि विभाग के अधिकारी की शिकायत पर वारासिवनी पुलिस ने उवर्रक निर्माण कंपनी देवास के साथ ही सिद्धि विनायक कृषि केंद्र वारासिवनी के संचालक दीक्षांत जैतवार, मुनेश्वर चौहान और अजित रमेश के खिलाफ एफआईआर कराई गई थी. जिस मामले में पुलिस ने चार तीन आरोपियों को 54 वर्षीय रमेश अजीत, 24 वर्षीय दीक्षांत जैतवार, 35 वर्षीय कोस्ते निवासी मुवनेश्वर चौहान को आरोपी बनाया था. इसी मामले की जांच में कृषि विभाग और पुलिस टीम को अगासी निवासी 33 वर्षीय विनय पिता ओमप्रकाश बिसेन के घर से रत्नम खाद और प्रधानमंत्री भारतीय उर्वरक परियोजना की खाली बोरियां मिली थी. जो भी इन आरोपियों से जुड़ा था. जिसे भी पुलिस ने मामले में आरोपी बनाकर गिरफ्तार किया था.

जबकि 14 जुलाई को जिले के किसानों को नकली खाद, बीज और कीटनाशक दवाओं को ब्रांडेड कंपनी के नाम से बेचकर धोखाधड़ी करने वाले एग्रीजोन कृषि केन्द्र संचालक नरोड़ी निवासी अजय कटरे, खरखड़ी निवासी पौरूष भगत और जुबिलेंट एग्री एंड कंजुमर प्रा. लि. सिंहपुर राजस्थान एवं बायो फर्टिलाईजर्स परमालकसा राजनांदगांव के खिलाफ वारासिवनी पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता 318(4), 3(5), आवश्यक वस्तु अधिनियम की धारा 3,7, उर्वरक (नियंत्रण) आदेश 1985 की धारा 7,8,35,19, बीज अधिनियम 1966, बीज (नियंत्रण) आदेश 1983 की धारा 9, कीटनाशी अधिनियम 1971 की धारा 3, 13(1), 10(1)(डी) के तहत पुलिस ने अपराध कायम कर विवेचना में लिया था.

जिसमें पुलिस ने फरार चल रहे आरोपियों एग्रीजोन कृषि केन्द्र के संचालक नरोडी निवासी 32 वर्षीय अजय पिता गोमाजी कटरे और उसके साथी खरखड़ी निवासी 27 वर्षीय पौरूष पिता विजय भगत को गत 18 जुलाई को गिरफ्तार किया था. जिसमें पौरूष भगत को पुलिस ने जेल भिजवा दिया है. वहीं अजय कटरे से मिली जानकारी पर पुलिस ने सिवनी निवासी कृषि उत्पाद कंपनी के दलाल जमील अंसारी को गिरफ्तार किया है.  

Web Title : FAKE FERTILIZER CASE IN BALAGHAT, FAKE FERTILIZER WAS SUPPLIED FROM SEONIS BROKER, ACCUSED BROKER ARRESTED IN TWO CASES, 07 ACCUSED ARRESTED