सत्याग्रह आंदोलन कर रहे बेरोजगारों से पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने की मोबाईल पर बात, सरकार बनते ही बेरोजगारों पर ध्यान देगी कांग्रेस-कमलनाथ, नितिन भोज के मोबाईल से हुई बात

बालाघाट. देश सहित प्रदेश में बड़ी तेजी से बेरोजगारी बढ़ रही है, युवा बेरोजगार को रोजगार नहीं मिल रहा है, नई भर्तियां नहीं निकाली जा रही है और विभागो में पद खाली है, बावजूद इसके सरकारी नौकरियो में भर्ती को लेकर सरकार द्वारा कोई रोजगार नहीं निकाले जाने से बेरोगार युवा, अब सड़को पर आकर आंदोलन कर रहे है. 29 सितंबर को बालाघाट में युवा बेरोजगारों ने सत्याग्रह आंदोलन किया. संविधान निर्माता डॉ. बाबा साहेब की प्रतिमा स्थल आंबेडकर चौक पर धरना देकर रैली निकाली और हनुमान चौक स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा स्थल पहुंचे. जहां जिला कांग्रेस कार्यकारी जिलाध्यक्ष नितिन भोज ने जिले में बेरोजगारो के रोजगार को लेकर किये जा रहे आंदोलनकारियों से मुलाकात की और उनकी पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष नितिन भोज ने अपने मोबाईल से बात कराई. यहां मोबाईल से रोजगार के लिए सत्याग्रह आंदोलन कर रहे युवा बेरोजगारों को भरोसा दिलाया कि प्रदेश मंे 12 महिने बाद यदि कांग्रेस की सरकार आती है तो सबसे पहले युवाओं के भविष्य, उसकी आशा और सपने को पूरा करने का प्रयास किया जायेगा और युवाओं को नौकरी दी जायेगी. इस दौरान कमलनाथ ने कहा कि शिवराजसिंह चौहान, केवल घोषणा करते है. मैं मानता हूॅं कि नौजवानों के सामने भविष्य की चुनौती है, उनकी कुछ आशा और सपने है. जिस पर प्रदेश की भाजपा सरकार ने कभी ध्यान नहीं दिया. इस दौरान निशांत मिश्रा, रिकाब मिश्रा, अंशु अवस्थी, अजीम खान सहित अन्य बेरोजगार युवा उपस्थित थे.

रोजगार की नाम को लेकर जिले के बड़ी संख्या में युवा बेरोजगार, आंबेडकर चौक में स्वस्फूर्त पहुंचे थे. जहां उन्होंने सरकार से रोजगार-रोजगार की आवाज को बुलंद किया. युवा अनुभव मिश्रा की मानें तो यह एकदिवसीय प्रदर्शन था. जिसमें स्वस्फूर्त होकर युवा आंदोलन में पहुंचे है. जिसमें कोई राजनीति नहीं है, युवा अपना हक और अधिकार मांग कर रहा है. 5 सालो से केवल युवा रोजगार के लिए इंतजार ही कर रहा है. ऐसे में कई की उम्र पार हो गई तो किसी की उम्र लगातार रोजगार के लिए कम होती जा रही है. उन्हांेन कहा कि सरकार हाईकोर्ट में रोक की बात कहती है लेकिन जानकारी अनुसार कोई रोक नहीं है.  

युवा महिला सारिका ने कहा कि एक ओर तो सरकार महिलाओं की समान भागीदारी चाहती है, वहीं दूसरी ओर महिलाओं को रोजगार के लिए बारे में नहीं सोच रही है, जबकि कई युवतियां आज विभिन्न विभागो में रिक्त पदों पर निकलने वाली भर्तियों की तैयारी कर रही है. वह स्वयं पीएससी कर रही है. दूसरी ओर लड़कियों पर शादी का दबाव अलग होता है. जिसके पास नौकरी के लिए केवल कम समय हो, वह भी बिना नौकरी के है.

युवा रितेश की मानें तो 2018 से सरकार नौकरी नहीं निकाल रही है. सरकार कहती है कि वह एक लाख नौकरी देगी, लेकिन सरकार उसे दिवास्वप्न ना बनाये बल्कि उसे धरातल पर उतारे. बड़ी संख्या में 29 सितंबर को बड़ी संख्या में युवा बेरोजगार, रोजगार मांगने सड़को पर उतरे थे.


Web Title : FORMER CHIEF MINISTER KAMAL NATH TALKS TO UNEMPLOYED PEOPLE ON MOBILE, CONGRESS KAMAL NATH WILL PAY ATTENTION TO THE UNEMPLOYED AS SOON AS THE GOVERNMENT IS FORMED, TALK TO NITIN BHOJS MOBILE