घर में पधारों गजाननजी मेरे घर में पधारो,घर-घर में की गई भगवान गणेश की स्थापना, दस दिनों तक होगी प्रथम पूज्य भगवान गणेश की आराधना

बालाघाट. भाद्र शुक्ल की चतुर्थी तिथि 10 सितंबर से पूरे जिले में 10 दिवसीय गणेशोत्सव का प्रारंभ हो गया. गणेश चतुर्थी पर विधि विधान से घर-घर में भगवान गणेश की स्थापना की गई. 10 दिनों तक मनाये जाने वाले गणेशोत्सव पर्व को लेकर घरो में खुशी का माहौल है. हालांकि इस वर्ष कोरोना संकट के कारण सार्वजनिक स्थानों पर गणेश पंडालों की रौनक कम ही दिखाई दे रही हैं, वही गणेशोत्सव को लेकर सार्वजनिक स्थलों में मूर्ति की उंचाई को लीेकर कोई दिशा निर्देश जारी नहंीं होने से इस बार मूर्तिकारो ने पूर्व वर्ष की तरह ही लगभग 6 फिट तक ही मूर्ति का निर्माण किया.  

गौरतलब हो कि जगत के कल्याण के लिए भगवान गणेशजी, भगवान शिव और देवी पार्वत्ी की तपस्या से प्रसन्न होकर भाद्र मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को कैलाश पर भगवान शिव और माता पार्वती के पुत्र के रूप में प्रगट हुए थे. जिसके बाद से ही भाद्र मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी पर भगवान गणेश का जन्मोत्सव मनाया जाता है. ऐसी मान्यता है कि अन्य किसी भी दिनों की अपेक्षा इस दिन गणेशजी की पूजा और आराधना का फल जल्दी प्राप्त होता है.

भले ही कोरोना संकट की वजह से सार्वजनिक स्थानों में प्रतिमाओं को कम ही विराजित किया जा रहा है लेकिन आराध्य भगवान गणेश के भक्त अपने-अपने घरो में ‘‘घर में पधारो गजाननजी मेरे घर में पधारो’’ कहकर भगवान गणेश की मनोहारी प्रतिमा लेकर पहुंचे और विधि विधान से उसकी स्थापना कर पूजा-पाठ की.

सुबह ही मूर्तिकारों के यहां भगवान गणेश की प्रतिमा लाने पहुंचे भक्तगण

नगर में मूर्तिकारों के यहां सुबह से ही भगवान गणेश की प्रतिमा को लाने भक्तगण पहुंचे थे. जहां से भक्तगण भगवान गणेश की आकर्षक प्रतिमा लेकर घर पहुंचे और विधि विधान से भगवान का आसन तैयार कर उन्हें विराजित किया. अब दस दिनों तक घर-घर में भगवान गणेश की आराधना की जायेगी. जिले में गणेशोत्सव का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. घर-घर में भक्तगणों ने अपने प्रथमपूज्य आराध्य भगवान गणेश की स्थापना कर उसकी पूजा पाठ कर मनोकामना पूर्ति का आशीर्वाद मांगा.


Web Title : GO TO MY HOUSE GAJANANJI, LORD GANESHA INSTALLED FROM HOUSE TO HOUSE, WORSHIP OF FIRST REVERED LORD GANESHA FOR TEN DAYS