पुलिस मुख्यालय का आदेश जिले में कितना व्यवहारिक, उपभोक्ता संरक्षण समिति ने आदेश पर जताई नाराजगी, होगा पुलिस पेट्रोल को आर्थिक नुकसान, पुलिस कर रही पत्राचार

बालाघाट. नगरीय क्षेत्र में वन स्टॉफ सेंटर के पास मोती तालाब रोड स्थित पुलिस विभाग के पेट्रोल पंप में लगे फ्लेक्स से पेट्रोलियम पदार्थ उपभोक्ता हैरान है, दरअसल, पुलिस मुख्यालय के आदेशानुसार, पेट्रोल पंप में एक बोर्ड लगाया गया है, जिसमें साफ कहा गया है कि 15 नवंबर के बाद पेट्रोल पंप से पेट्रोलियम पदार्थ, ऑनलाईन ही विक्रय किया जाएगा. 15 नवंबर से नगद भुगतान बंद कर दिया गया है.  

जिसे जिले के परिदृश्य में व्यवहारिक नहीं माना जा रहा है, दरअसल, जिला का अधिकांश भाग ग्रामीण क्षेत्र में आता है, जहां अब भी यूपीआई जैसे डिजीटल प्लेटफार्म को लोग अपना नहीं रहे है और इसका कोई सर्वे भी नहीं है कि इसे बड़े महानगरों या जिले से जोड़ा जा सके. हालांकि डिजीटल प्रक्रिया को डिजीटल पेमेंट करने वाले पारदर्शिता के लिए बेहतर बता रहे है लेकिन उनका मानना है कि नगद भुगतान को एकाएक बंद ना किया जाए, अन्यथा लोगों को परेशानी होगी. वहीं यदि ऐसा होता है तो पुलिस विभाग के वेलफेयर प्रयोजन से चलाए जा रहे पेट्रोल पंप को आर्थिक नुकसान होगा. चूंकि वर्तमान में ना केवल पुलिस विभाग के पेट्रोल पंप अपितु अन्य पेट्रोल पंप में भी रोजाना का पेट्रोलियम पदार्थ का विक्रय, डिजीटल पेमेंट से ज्यादा नगद भुगतान का है.

फिलहाल पुलिस विभाग के एएसपी विजय डाबर बताते है कि इस मामले में पत्राचार किया जा रहा है, साथ ही पेट्रोल पंप से नगद और डिजीटल लेनदेन की जानकारी मांगी गई है. चूंकि पीएचक्यु के आदेश है, इसलिए हमने इसे लगाया है, इसमें पत्राचार के बाद उपभोक्ताओं के हितों को ध्यान में रखा जाएगा.  दूसरी ओर उपभोक्ता संरक्षण समिति ने इस निर्णय को गलत ठहराया है. समिति अध्यक्ष संतोष असाटी का कहना है कि यह न्यायसंगत और उचित नहीं है. जिले के अधिकांश ग्रामीण क्षेत्र के लोग यूपीआई नहीं चलाते है, अन्याय होगा. व्यवस्था यथावत रखी जानी चाहिए. इस मामले में उपभोक्ता संरक्षण समिति मुख्यमंत्री और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पत्राचार कर उपभोक्ताओं के हित में निर्णय को वापस लिए जाने की मांग की जाएगी.


Web Title : HOW PRACTICAL IS THE ORDER OF THE POLICE HEADQUARTERS IN THE DISTRICT, THE CONSUMER PROTECTION COMMITTEE EXPRESSED DISPLEASURE OVER THE ORDER