बालाघाट. यदि भाजपा सरकार के जनप्रतिनिधियों की मांगे पूरी नहीं हो रही है तो आम जनता की मांगो पर क्या विचार होता होगा, यह बात समझी जा सकती है. बालाघाट जनपद पंचायत में भाजपा की सरकार है, यहां भाजपा के जनप्रतिनिधि अध्यक्ष और सभापति है, बावजूद इसके जनपद के सहायक यंत्री को हटाने, भाजपा जनप्रतिनिधि को लोहे के चने चबाने पड़ रहे है. सरकार होने के बाद भी सहायक यंत्री को हटाने की मांग की सुनवाई नहीं होने पर जनपद लोक निर्माण विभाग सभापति भुवनेश्वर रजक का कहना है कि हमारा दुर्भाग्य है कि सरकार होने के बावजूद, सहायक यंत्री को हटाने हमें ज्ञापन और आंदोलन का सहारा लेना पड़ रहा है.
जिले में लांजी नगर परिषद के सीएमओ को हटाने को लेकर भाजपा और विपक्षियों पार्षदो को लामबंद होने के बाद भी उन्हें केवल आश्वासन दिया जा रहा है, वहीं मुख्यालय की जनपद पंचायत बालाघाट में सहायक यंत्री को हटाने भाजपा और विपक्षियों के लामबंद होने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हो रही है. जिले के निर्वाचित जनप्रतिनिधि, लाल फीताशाही के सामने घुटनो के बल नजर आ रहे है. जनपद पंचायत बालाघाट के सहायक यंत्री खरे को हटाने को लेकर लामबंद जनपद सदस्यों ने, जनपद सदस्य एकता संघ के बैनर तले कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा और सहायक यंत्री को हटाए जाने की मांग की.
जनपद सदस्य एकता संघ के जिलाध्यक्ष महेश शरणागत ने बताया कि त्रिस्तरीय पंचायतीराज के तहत निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को बिना जानकारी दिए जनपद पंचायत बालाघाट के सहायक यंत्री काम कर रहे है. जो जनपद सदस्य की आवश्यकता को नजरअंदाज कर रहे हैं. जो जनपद सदस्यों की गरिमा के खिलाफ है. उन्होंने कहा कि चिचगांव में गौठान और पड़ाव की भूमि को सोसायटी का अनाज गोदाम बनाने बनाने की स्वीकृति दे दी गई है. जिसका जानकारी क्षेत्रीय जनपद सदस्य को नहीं है. यही नहीं बल्कि समतलीकरण मैदान को समतलीकरण के नाम पर 25 लाख रूपए की स्वीकृति सहायक यंत्री खरे द्वारा दी गईं. जिससे साफ है कि खरे, भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे है. जो मैदान समतल है, उसके 25 लाख रूपए से समतलीकरण की स्वीकृति दिया जाना, भ्रष्टाचार किए जाने को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि सामान्य सभा की बैठक में सहायक यंत्री खरे को हटाए जाने के प्रस्ताव कोई कार्यवाही नहीं की गई. जिससे जनपद सदस्यों में आक्रोश है और यदि सहायक यंत्री खरे को नही हटाया जाता है तो हम आमरण अनशन आंदोलन करेंगे.
जनपद पंचायत निर्माण विभाग सभापति भुवनेश्वर रजक कहा कि दुर्भाग्य है कि हमारी सरकार होने के बाद भी सुनवाई नहीं हो रही है. पूर्व में प्रेसवार्ता और आज ज्ञापन के बाद भी सहायक यंत्री खरे को नहीं हटाया जाता है तो आगामी समय में जनपद सदस्य भुख हड़ताल करेंगे. एक सवाल के जवाब में निर्माण सभापति भुवनेश्वर रजक ने कहा कि निश्चित ही राजनीतिक संरक्षण के चलते खरे अपने पद में बने है. गौरतलब हो कि एक जाति विशेष से होने के कारण सहायक यंत्री खरे पर जनपद पंचायत में कार्यप्रणाली को लेकर सवाल खड़े होने के बावजूद उनके बने रहने को लेकर जनपद सदस्य, सवाल खड़े करते रहे है. अब देखना है कि जिले में प्रशासनिक अधिकारियों को लेकर जनप्रतिनिधियों और खासकर सत्ताधारी सरकार के जनप्रतिनिधियों को आ रही दिक्कतों को लेकर प्रशासन क्या कदम उठाता है.