आतंकवादी विचारधारा पर अंकुश लगाने मुस्लिम संगठन ने सौंपा ज्ञापन

बालाघाट. मध्यप्रदेश में एक बार फिर सिमी की तरह आतंकवादी विचारधारा को परोसकर मुस्लिम समाज के युवाओं को गुमराह करने काम किया जा रहा है. विगत दिनों सिवनी मंे मुल्ला हारून उमरी और उसके सहयोगियों द्वारा एक विडियो वायरल किया गया. जिसमंे आतंकवादी विचारधारा को प्रसारित करने का काम उक्त लोगों द्वारा किया गया. प्रदेश में मुस्लिम लोगों को गुमराह करने वाले ऐसे विडियों को लेकर मुस्लिम समाज स्वयं विरोध में खड़े होकर कार्यवाही की मांग कर रहा है. जिसे लेकर आज 18 अक्टूबर को मुस्लिम समाज के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री और गृहमंत्री के नाम ज्ञापन पुलिस प्रशासन को सौंपा और ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की मांग की.

ज्ञापन सौंपने पहुंचे ईमान तंजीम के प्रदेश संगठन मंत्री हाजी शोएब खान ने कहा कि सिवनी मंे मुल्ला हारून उमरी और उसके सहयोगियों द्वारा जारी एक विडियो में आतंकवादी विचारधारा को प्रसारित करने का काम किया है, जिसका पूरा मुस्लिम समाज निंदा करता है. उन्होंने बताया कि विडियो के माध्यम से उक्त लोगों ने इस्लाम धर्म की मुल संस्कृति सूफीवाद पर हमला कर भारत मंे रहने वाले मुस्लिम धर्मावलंबियों की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाई है. जिनकी यह विचारधारा, देश के भगोड़े जाकिर नाईक और सिमी की विचारधारा है. जिस पर प्रतिबंध लगाये जाने की जरूरत है अन्यथा आतंकवादी विचारधारा को लेकर यह लोग प्रदेश को एक बार सिमी जैसे गढ़ बनाकर प्रदेश को नुकसान पहुंचा सकते है.  

उन्होंने बताया कि मुस्लिम धर्मावलंबियों की सभी सरकारी व्यवस्थायें, सरकार की निगरानी में तय की जाती है, किन्तु वर्तमान समय में मुख्य रूप से वक्फ बोर्ड और अल्पसंख्यक आयोग में ऐसी विचारधारा के लोग काबिज होते चले जा रहे है, जिनके द्वारा मस्जिदों, मदरसों और दरगाहों के माध्यम से ऐसी विचारधारा के लोगों को नामजद किया जा रहा है, जो यहां पर तालिबानी, सिमी और जाकिर नाईक की विचारधारा को फैलाने का काम करके स्लिपर सेल तैयार करने का काम कर रहे है, जो प्रदेश की सुरक्षा के लिए चिंता का विषय है, जिसके लिए सरकार को ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कदम उठाये जाने की आवश्यकता है.  

आज 18 अक्टूबर को ज्ञापन सौंपने के दौरान ईमान तंजीम के प्रदेश संगठन मंत्री हाजी शोएब खान के साथ मुस्लिम वेलफेयर सोसायटी, जमाते अहले सुन्नत कमेटी, यंग ताज कमेटी, गुलशने आला हजरत कमेटी, मुस्लिम एजुकेशनल और कल्चरल सोसायटी, अहले सुन्नत वक्फ प्रोटेक्शन काउंसिल, जमात रजा-ए-मुस्तफा कमेटी, गुलामाने फारूख ए आजम कमेटी, सुन्नी युथ फोर्स और रजा एक्शन कमेटी के पदाधिकारी और सदस्य मौजूद थे.


Web Title : MEMORANDUM SUBMITTED BY MUSLIM ORGANIZATION TO CURB TERRORIST IDEOLOGY