मंत्री कावरे ने आयुर्वेद औषधालय और बांस हस्त शिल्प कला केंद्र का किया निरीक्षण,जनपद उपयंत्री सुनील पटले को हटाने के मंत्री ने दिये निर्देश

बालाघाट. मध्यप्रदेश शासन के राज्य मंत्री आयुष (स्वतंत्र प्रभार) एवं जल संसाधन विभाग रामकिशोर “नानो’’ कावरे ने आज 05 दिसंबर को बैहर एवं परसवाड़ा तहसील के अंतर्गत ग्राम सरेखा के आयुर्वेद औषधालयों और बांस हस्त शिल्प केन्द्र बैहर का निरीक्षण कर वहां की व्यवस्थाओं को देखा. निरीक्षण के दौरान जिला आयुष अधिकारी डॉ. शिवराम साकेत भी उपस्थित थे.

मंत्री श्री कावरे ने बैहर एवं सरेखा के आयुर्वेद औषधालयों के निरीक्षण के दौरान वहां के प्रभारियों को निर्देशित किया कि वे अस्पताल की सेवाओं का लाभ आम जनता को अधिक से अधिक उपलब्ध करायें. औषधालय में आने वाले मरीजों से अच्छा व्यवहार किया जाये और उन्हें जरूरत के अनुसार निःशुल्क दवायें प्रदान करें. आयुर्वेद औषधालय में सभी व्यवस्थायें बेहतर होना चाहिए और साफ-सफाई अच्छी होना चाहिए. मरीजों को आयुर्वेद औषधालय में उपचार कराने के बार संतुष्टी का एहसास होना चाहिए. आयुर्वेद औषधालयों को वेलनेस सेंटर के रूप में विकसित करने की दिशा में काम चल रहा है और आम जनता को इसका लाभ मिलेगा.

मंत्री श्री कावरे ने सरेखा के आयुर्वेद औषधालय के निरीक्षण के दौरान वहां पर मरीजों को वितरण के लिए रखी दवाओं को भी देखा. उन्होंने सरेखा के औषधालय भवन के जिर्णोद्धार कार्य को शीघ्र पूर्ण करने भवन के परिसर में औषधीय पौधे लगाने एवं आंगन में पेवर ब्लॉक लगाने के निर्देश दिये. इस दौरान उन्होंने सरेखा में काम कर रहे जनपद पंचायत के उपयंत्री सुनील पटले को हटाने के निर्देश भी दिये.

बांस हस्त शिल्प कला केंद्र बैहर का किया निरीक्षण

राज्य मंत्री रामकिशोर “नानो’’ कावरे ने वन विभाग द्वारा संचालित बांस हस्त शिल्प कला केंद्र बैहर पश्चिम सामान्य उत्तर वन मण्डल बालाघाट बैहर का निरीक्षण किया और बांस बनायी जा रही कलाकृतियों, सामग्री एवं फर्नीचर को देखा. उन्होंने बांस शिल्पी राजू बंजारा एवं वन विभाग के कर्मचारियों से वहां किये जा रहे कार्यों की जानकारी ली और कहा कि बांस शिल्प से अधिक से अधिक ग्रामीणों को जोड़ा जाये. इससे इस क्षेत्र के युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगें.

ग्रामीण आजीविका मे बांस एवं उससे बनी कलाकृतियां, सामग्री एवं फर्नीचर का महत्वपूर्ण योगदान हो सकता है. प्रदेश का बालाघाट जिला बांस उत्पादन का सबसे बड़ा केन्द्र कहा जाता है. उल्लेखनीय है कि बांस उत्पादन करने वाले बालाघाट जिले को राज्य स्तरीय बांस शिल्प स्पर्धा 2014 में प्रथम स्थान मिला था. भोपाल में आयोजित राज्य स्तरीय बांस शिल्प प्रतियोगिता में बालाघाट वन वृत्त के कारीगारों को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है.


Web Title : MINISTER KAVARE INSPECTS AYURVEDA DISPENSARY AND BAMBOO HANDICRAFTS CENTRE, DIRECTS MINISTER TO REMOVE JANPAD SUB ENGINEER SUNIL PATLE