महिला चिकित्सक की लापरवाही से मां और गर्भस्थ शिशु की मौत, परिजनों का आरोप, अस्पताल प्रबंधन बता रहा महिला के स्वास्थ्य खराब को कारण

बालाघाट. जिले के सबसे बड़े जिला चिकित्सालय की भले ही यह बड़ी उपलब्धि रही हो कि यहां नार्मल और सीजेरियन ऑपरेशन के बाद तीन और चार शिशुओं का जन्म सुरक्षित प्रसव के कारण संभव हो सका है लेकिन यह विडंबना कहे या सबसे बड़े अस्पताल में प्रसूता महिलाओं की चिकित्सकों की लापरवाही से होती मौते भी एक बदनुमा दाग हैं. जिससे झुठलाया नहीं जा सकता, हालांकि कितने ही प्रसूताओं की मौत के बाद परिजनों ने चिकित्सकों पर प्रसव के दौरान लापरवाही का आरोप लगाया है लेकिन एक मामला भी साबित नहीं हो सका है और अस्पताल प्रबंधन हर बार महिलाओं की मौत पर उठे सवाल पर प्रसूताओं के स्वास्थ्य को ही कारण बताता आ रहा है, गत दिवस भी नेवारा की प्रसव के लिए भर्ती की गई प्रसूता की मौत हो गई. जिसके बाद परिजनांे ने प्रसूता रीतु की मौत को लेकर महिला चिकित्सक डॉ. गीता बारमाटे पर महिला की मौत का आरोप लगाते हुए कहा कि महिला चिकित्सक द्वारा गलत इंजेक्शन लगाये जाने के कारण प्रसूता की मौत हुई है. जिसके बाद परिजनों ने इसका विरोध किया.  

घटना की जानकारी लगने के बाद पुलिस और सिविल सर्जन डॉ. संजय दबड़घाव भी अस्पताल पहुंचे और परिजनों से चर्चा की. इस दौरान पुलिस ने परिजनों से जानकारी ली.  महिला चिकित्सको पर आरोप लग रहा है कि यहां बिना राशि के ऑपरेशन नहीं किये जाते है. हर प्रसूता से रूपयों की मांग की जाती है. वहीं महिला के परिजन की मानें तो प्रसूता रीतु की महिला चिकित्सक द्वारा लगाये जाने वाले इंजेक्शन के कुछ ही देरबाद मौत हो गई. हालांकि सिविल सर्जन डॉ. संजय दबड़गाव का कहना है कि प्रसव के लिए राशि की मांग को लेकर आज तक उनके पास कोई लिखित शिकायत नहीं पहुंची है और जिस महिला की मौत हुई है, उसका बीपी और लंग्स मंे समस्या बताई गई. जिससे यह कहना की चिकित्सक की लापरवाही से मौत हुई है, यह निराधार है.  


Web Title : MOTHER, PREGNANT BABY DIE DUE TO NEGLIGENCE OF WOMAN DOCTOR, FAMILY ALLEGES HOSPITAL MANAGEMENT IS BLAMING WOMANS ILL HEALTH