अब लंपी मरीज कहां है पता नहीं, संक्रमित मरीज संक्रमित बीमारी को दे सकता है बढ़ावा, पशु चिकित्सा विभाग मौन

बालाघाट. जिले में लंपी बीमारी को लेकर पशु चिकित्सा विभाग, कितना गंभीर है, इसका अंदाजा गत दिवस शहर में आवारा घूमते लंपी बीमारी के मरीज को देखने के बाद साबित हो गया. पशु चिकित्सा विभाग मानता है कि लंपी बीमारी पर अंकुश है लेकिन सामने आ रहे प्रकरणों से विभाग के दावे, पर सवाल खड़े हो रहे है. ताजा मामला नगरीय क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 25 में गत दिवस सामने आया था. जिसकी सीएम हेल्पलाईन और और लगातार मिन्नतों के बाद पशु चिकित्सा विभाग ने उसकी सुध ली लेकिन इस आवारा मवेशी को एक स्थान में नहीं रखा जाने के बाद लंपी ग्रसित मरीज, संपूर्ण उपचार के पहले ही लापता हो गया. अब वह कहां है और किस स्वास्थ्य मवेशी को संक्रमित कर लंपी बीमारी को बढ़ाने में मददगार बनेगा, इसका कोई जवाब पशु चिकित्सा विभाग के पास नहीं है.

जिले में पशु चिकित्सा विभाग की कार्यप्रणाली, लंपी बीमारी को लेकर संदेहास्पद रही है. जिले में लंपी बीमारियों से पशुओं के मौत का आंकड़ा, पशु चिकित्सा विभाग के दर्शाये गये आंकड़े से कही ज्यादा है, ठीक उसी तरह जिस तरह जिले में कोरोनो मरीजों के मौत के शासकीय आंकड़ो से मरने वालों की संख्या कहीं ज्यादा थी. बहरहाल शासन और प्रशासन, विभागीय आंकड़ो को ही मानता है, जबकि वास्तविकता इससे  परे होती है. बालाघाट जिले मंे लंपी ग्रसित मवेशी के आवारा घूमने की घटना के बाद दूसरे दिन विभाग ने लंपी ग्रसित मवेशी की सुध लेना मुनासिब नहीं समझा. जबकि लोगों को कहना है कि मवेशी दूसरे दिन फिर नजर नहीं आया. वहीं दूसरे ओर इस मामले में सीएम हेल्पलाईन में शिकायत करने वाले वरिष्ठ पत्रकार पर पशु चिकित्सा विभाग द्वारा की गई शिकायत को वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है. यही नहीं बल्कि पशु चिकित्सा विभाग की विवशता भी नजर आती है कि वह स्वयं के पास मरीज के रखने के कोई साधन नहीं होने के बावजूद वह नगरपालिका से इस मामले में चर्चा भी नहीं कर सकता है, बल्कि वह स्वयं शिकायतकर्ता को कह रहा है कि वह नगरपालिका से बात करें, जिससे साफ है कि लंपी बीमारी को लेकर पशु चिकित्सा विभाग कितना गंभीर है. फिलहाल इस मामले में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों की चुप्पी भी, समझ से परे है. सूत्रांे की मानें तो एक नहीं बल्कि कई लंपी ग्रस्त आवारा मवेशी, घूमकर इस बीमारी को बढ़ाने में वाहक का काम कर रहे है और पशु चिकित्सा विभाग, बीमारी के अंकुश में होने का दावा कर आराम की नींद फरमा रहा है.


Web Title : NOW WE DO NOT KNOW WHERE THE LUMPY PATIENT IS, INFECTED PATIENT CAN PROMOTE INFECTED DISEASE, VETERINARY DEPARTMENT SILENT