बालाघाट. दो साल बीत जाने के बाद भी पैरामेडिकल के छात्र, छात्राओं की परीक्षा नहीं होने से परेशान छात्र-छात्रायें, 23 नवंबर मंगलवार को दूसरे दिन भी जनरल प्रमोशन की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां उन्होंने कलेक्टर के नहीं मिलने पर नाराजगी जाहिर की. जिसके बाद छात्र, छात्राये पैदल ही आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन के निवास स्थान पहुंचे. जहां उन्हें आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन के नहीं मिलने से मायुस होकर वापस लौटना पड़ा. जिसके बाद छात्र, छात्राओं ने फिर कलेक्ट्रेट का रूख किया. जहां कलेक्टर डॉ. गिरीश मिश्रा ने छात्र, छात्राओं से उनकी परेशानी को लेकर चर्चा कर आश्वस्त किया कि वह उनकी मांगो पर गंभीरता से विचार कर जल्द ही इसके निराकरण का प्रयास करेंगे. हालांकि अब पैरामेडिकल छात्र, छात्रायें पूरी तरह से आर-पार की लड़ाई के मूड में है. छात्र, छात्राओं का कहना है कि उन्हें जनरल प्रमोशन दिया जायें. हालांकि विगत दिनों छात्र, छात्राओं ने जनरल प्रमोशन के अलावा ऑनलाईन परीक्षा कराने और ओपन बुक से परीक्षा कराये जाने का विकल्प भी दिया था.
पैरामेडिकल छात्र-छात्राओं का कहना है कि परीक्षा नहीं होने से उनका पूरा एक साल बर्बाद हो गया है. जबकि हमने ऑनलाईन क्लासेस भी लगाई, बावजूद अब तक परीक्षा नहीं होने से भविष्य को लेकर छात्र, छात्राओं चितिंत है. जिसको लेकर लगातार दूसरे दिन 23 नवंबर को छात्र, छात्राये कलेक्टर से अपने भविष्य की चिंता को लेकर मिलने पहुंचे थे.
शहर के स्वयंश्री कॉलेज में पैरामेडिकल की पढ़ाई कर रही प्रिया राहंगडाले ने बताया कि उन्होंने सत्र 2019-20 में प्रवेश लिया था. जिसकी परीक्षा हो जानी थी लेकिन लॉकडाउन के कारण परीक्षा नहीं हो सकी लेकिन आज जब सारी गतिविधियां प्रारंभ हो गई है और पूर्व में कोविड-19 के कारण जहां महाविद्यालयो की परीक्षा ओपन बुक से कराई गई और बीएससी नर्सिंग के छात्र, छात्राओं को जनरल प्रमोशन देकर पास कर दिया गया तो फिर पैरामेडिकल छात्र, छात्राओं की अनदेखी क्यों की जा रही है. उन्होंने कहा कि जबकि बीएससी नर्सिंग के छात्र, छात्राओं और हमारी यूनिवर्सिटी एक होने के बावजूद छात्र, छात्राओ से भेदभाव किया जा रहा है. जिससे उनका भविष्य अंधकारमय हो गया है. हमारी मांग है कि यूनिवर्सिटी हमारी ऑनलाईन परीक्षा कराये, या जनरल प्रमोशन दे या फिर ओपन बुक के माध्यम से परीक्षा कराये, ताकि पैरामेडिकल छात्र, छात्राओं का भविष्य अंधकारमय न हो. उन्होंने कहा कि यदि जल्द ही इस मामले में प्रशासन हम छात्र, छात्राओं के भविष्य के बारे में नहीं सोचता है तो आगामी समय में उक्त मांगो को लेकर वह जबलपुर से लेकर भोपाल तक प्रदर्शन करेगी. बहरहाल कलेक्टर डॉ. गिरीश मिश्रा के मिले आश्वासन के बाद छात्र, छात्राओं के चेहरे पर एक उम्मीद दिखाई दे रही है.