पेट्रोल के बढ़े दाम में जिले में बनाया रिकॉर्ड,उच्चतम स्तर पर पहुंचे दाम, सरकार मस्त-जनता त्रस्त, कांग्रेस का मन मौन

बालाघाट. जिले का नाम कीर्तिमान बनाने में हमेशा आगे रहा है, फिर वह चाहे प्रशासन के कार्यो हो, खेल हो या फिर राजनीति का मैदान. इन दिनों बालाघाट की सूबे में सबसे ज्यादा चर्चा जिले में पेट्रोल के उच्चतम दाम को लेकर है, प्रदेश का एकमात्र ऐसा जिला है, जहां के नागरिक पेट्रोल की उच्चतम दर 112. 40 पैसे में पेट्रोल लेकर सरकार को अपना पेट काटकर टैक्स चुका रहे है. सरकार मस्त है और जनता त्रस्त है, बताया जाता है कि प्रदेश के अनूपपुर के बाद बालाघाट में पेट्रोल सर्वाधिक महंगा बिक रहा है. जिसके कारण आम लोगो का वाहन चलाना दूभर हो गया है, बताया जाता है कि बीते एक पखवाड़े में पेट्रोल के दाम 4 रूपये तक बढ़े है, मजबूरीवश जनता की आवाज उठाने वालों के मौन रहने से जनता मजबूरीवश महंगे दामो में पेट्रोल भरवाने मजबूर है.  

कांग्रेस शासनकाल में पेट्रोल के दामो मंे मामुली बढ़ोत्तरी पर घर सिर पर उठाने वाले पेट्रोल के महंगे दामो पर खामोश रहकर आराम से दबड़े में पसरे है और विपक्ष में बैठी कांग्रेस जिले में इस बड़े मुद्दे के बावजूद कमजोर नजर आ रही है, जहां पूरे प्रदेश में पेट्रोलियम के बढ़ते दामों और महंगाई को लेकर कांग्रेस के आंदोलन देखने और सुनने में आ रहे है, वहीं जिले में कांग्रेस मन से मौन नजर आ रही है. जबकि प्रदेश सरकार के मंत्री, पेट्रोल, डीजल के दामो में बढ़ोत्तरी को जनहित में बता रहे है. जिले में कांग्रेस सोशल मीडिया से बाहर ही नहीं निकल पा रही है, जमीनी आंदोलन तो दूर की बात है, आलम यह है कि कांग्रेस के वरिष्ठ प्रादेशिक पदाधिकारियों के निर्देश पर जिले में हवा, हवाई नजर आ रहे है. विगत गुरूवार को महिला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने प्रदेश के सभी जिलो की महिला इकाईयों को महंगाई के खिलाफ आंदोलन करने के निर्देश जारी किये थे लेकिन जिले में यह निर्देश सुन बटे सन्नाटा की तरह रहा. हालांकि दो दिन पहले महिला कांग्रेस सचिव जुबेदा अंसारी ने महंगाई के खिलाफ आंदोलन तो किया लेकिन वह भी सांकेतिक रूप से ही नजर आया. महज चंद उनके सहयोगी, संभवतः साथ बैठी महिलायें भी कांग्रेसी नहीं थी, वह, वहां बैठी थी. आलम यह है कि बालाघाट के कांग्रेस, अपने नये अध्यक्ष के इंतजार में दिखाई दे रही है ताकि कोई बने तो वह जिम्मेदारी ले, यही आलम कमलनाथ द्वारा युवक कांग्रेस को कोरोना से हुई मौतों के निर्देश और हाल ही में कांग्रेस के जिला प्रभारी गंगाप्रसाद तिवारी द्वारा कांग्रेस के कोरोना योद्धाओं की नियुक्ति को लेकर दिखाई दे रहा है, जिलाध्यक्ष विश्वेश्वर भगत ने अपने क्षेत्र में जरूर कांग्रेस कोरोना योद्धाओं को नियुक्त करने की जानकारी सामने आई है, जबकि पूरे बालाघाट में कांग्रेस के कोरोना योद्धाओं की नियुक्ति ठंडे बस्ते में है. जिससे साफ है कि जिले में कांग्रेस बड़े मुद्दो पर भी मौन साधे बैठे है और विपक्ष की भूमिका मीडिया निभा रही है.  


Web Title : PETROL PRICE RISES TO RECORD HIGHEST LEVEL IN DISTRICT, GOVT SUFFERS FROM MAST JANTA, CONGRESS SILENCES