पुलिस ने सड़को पर जगह-जगह लगाये बेरिकेट, लॉक डाउन के दौरान बेवजह घूमने पर पुलिस की नजर, नागपुर से पैदल चलकर बालाघाट पहुंचे मजदूर

बालाघाट. कोरोना वायरस कोविड-19 से बचाव को लेकर पूरे जिले में आगामी 14 अप्रैल तक लॉक डाउन है, जिससे लोगों के अनावश्यक कार्यो से घर से बाहर निकलने पर पूरी तरह से रोक है. इस दौरान लोग जरूरत के सामान के लिए भी घर से न निकले, इसके लिए प्रशासन ने होम डिलेवरी सहित बड़ी संख्या में हाथठेले से सब्जी और फलों की सप्लाई की रियायत दी है. इसके बाद भी यदि लोग लॉक डाउन को देखने बाहर निकल रहे है तो पुलिस उन्हें समझाईश देकर घर की ओर रवाना करने का भी काम कर रही है.  

21 दिनों के लॉक डाउन के सातवे दिन 1 अप्रैल को शहर मंे पुलिस ने शहर के सभी प्रमुख चौक हनुमान चौक, आंबेडकर चौक, काली पुतली चौक सहित प्रमुख मार्गो को बेरिकेट से पूरी तरह से बंद कर दिया है. इसके अलावा शहर के सभी प्रमुख चौक, चौराहो पर लगा पुलिस बल भी लोगों की आवाजाही पर नजर बनाये हुए है. पुलिस द्वारा बेवजह सड़को पर आवागमन की आवाजाही को लेकर सख्त नजर आ रहा है. इस दौरान शहर में वाहनों से आवागमन करने वालों से पुलिस पूरी जानकारी के बाद ही उसे आगे जाने दे रही है. बुधवार को शहर के मेनरोड और हनुमान चौक सहित अन्य चौक, चौराहों पर तैनात पुलिस बल ने वाहनों से निकले लोगों से पूछताछ और कारण जानने के बाद ही आगे बढ़ने दिया.  

1 अप्रैल को फिर नागपुर से पहुंचे कुछ मजदूर

1 अप्रैल को एक बार फिर एक दर्जन से ज्यादा मजदूर दिखाई दिये. कोई नगरपालिका के सामने और तो बस स्टैंड के यात्री प्रतिक्षालय में घर जाने की आस को लेकर बैठा था. मजदूरों ने बताया कि वह बैहर के रहने वाले है और सभी लोग नागपुर से पैदल चलते हुए बालाघाट पहुंचे थे. जिसमें कुछ महिलायें, पुरूष और युवा मजदूर थे. वह किसी भी तरह अपने गांव बैहर जाना चाहते थे.  

Web Title : POLICE PUT UP A BARKET ON THE ROADS, THE POLICE LOOKED AT THE UNNECESSARY STROLL DURING THE LOCK DOWN, AND THE LABOURERS RUSHED TO BALAGHAT ON FOOT FROM NAGPUR