बालाघाट. 14 मार्च 2023 मंगलवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय में जनसुनवाई का आयोजन किया गया. इसमें कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा सहित अन्य विभागों के अधिकारियों के साथ अपनी समस्या लेकर आये आवेदकों की समस्याओं को सुना और संबंधित विभागों के अधिकारियों को उनका त्वरित निराकरण करने के निर्देश दिये.
जनसुनवाई में बिरसा तहसील के ग्राम जगला के किसान गोवर्धन पटले शिकायत लेकर आये थे कि चिन्नौर चावल को जीआई टैग मिलने के बाद बिरसा क्षेत्र में भी किसानों द्वारा चिन्नौर की फसल लगाई गई थी. वर्ष 2022 में उनके स्वयं के द्वारा एवं गांव के 10 अन्य किसानों द्वारा जैविक चिन्नौर लगाया गया था. वैली फारमर्स प्रोडयूसर कंपनी लिमिटेड (थ्च्व्) वारासिवनी द्वारा उनसे 6000 रुपये प्रति क्विंटल की दर से चिन्नौर धान खरीदने का आश्वासन दिया गया था. फसल आने पर वारासिवनी के इस एफपीओ को जगला के किसानों ने 173 क्विंटल जैविक चिन्नौर धान दिया है. इस कंपनी द्वारा प्रत्येक किसान को धान के बदले में 10-10 हजार रुपये की राशि दी गई है और अब कहा जा रहा है कि वह चिन्नौर धान के 06 हजार रुपये नहीं 5200 रुपये प्रति क्विंटल देगा. कंपनी द्वारा दो माह पहले धान ले जाया गया है और अब तक शेष राशि का भुगतान नहीं किया गया है. जिसके कारण उन्हें आर्थिक समस्या का सामना करना पड़ रहा है. अतरू उन्हें वैली फारमर्स प्रोडयूसर कंपनी लिमिटेड (थ्च्व्) वारासिवनी से धान का भुगतान शीघ्र दिलाया जाये.
कटंगी के वार्ड नंबर-01 अर्जुननाला के धनसिंह ठाकरे शिकायत लेकर आये थे कि उनकी माताजी फुलन बाई ठाकरे के नाम से 12 दिसंबर 2022 को उनके द्वारा 30 क्विंटल धान समर्थन मूल्य पर सोसायटी में बेचा गया है. लेकिन उन्हें अब तक 61 हजार 200 रुपये का भुगतान नहीं मिला है. अतः धान की राशि का शीघ्र भुगतान कराया जाये. ऐसी ही शिकायत अर्जुननाला के रामप्रताप पटले भी लेकर आये थे, उनका कहना था कि उनका 204 क्विंटल धान का 04 लाख 16 हजार रुपये का भुगतान अब तक नहीं मिला है.
जनसुनवाई में किरनापुर तहसील के ग्राम बिनोरा की ज्योति मेश्राम शिकायत लेकर आयी थी कि उसके ससुर संजय मेश्राम की 29 जुलाई 2022 को हैदराबाद में स्वास्थ्य खराब होने के कारण मृत्यु हो गई है. लेकिन उनके परिवार को अब तक संबल योजना में किसी भी प्रकार की सहायता राशि नहीं मिली है. अतरू उन्हें संबल योजना की सहायता राशि शीघ्र प्रदान की जाये. वारासिवनी तहसील के ग्राम जागपुर की मीनाक्षी शिकायत लेकर आयी थी कि वह कर्मकार मंडल की पंजीकृत श्रमिक है. उसका विवाह 14 मार्च 2022 को बुढ़ी-बालाघाट के लखनलाल के साथ ग्राम जागपुर में सम्पन्न हुआ है. लेकिन एक वर्ष बाद भी उसे विवाह सहायता राशि नहीं मिली है. अतः उसे विवाह सहायता राशि शीघ्र प्रदान की जाये.
जनसुनवाई में किरनापुर तहसील के ग्राम बिनोरा की आशा शेंडे प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाने की मांग लेकर आयी थी. आशा कहना था कि उसके पति की मृत्यु हो चुकी है और दो छोटे बच्चों का पालन-पोषण एवं पढ़ाई की जिम्मेदारी वह निभा रही है. वर्तमान में वह जिस घर में रहती है वह जर्जर हो चुका है घर की दिवार कभी भी गिर सकती है. ग्राम पंचायत में मकान बनाने के लिए उसका नाम भी आ चुका है. लेकिन ग्राम पंचायत द्वारा उसके आवेदन पर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है.
बैहर विकासखंड की ग्राम पंचायत कुकर्रा के सरपंच शिकायत लेकर आये थे कि उनकी पंचायत में 56 हैंडपंप है, जिसमें से 09 हैंडपंप में साफ पानी आ रहा है एवं 21 में लाल रंग का एवं बदबूदार पानी आ रहा है. 28 हैंडपंप पूर्ण रूप से बंद है. आंगनवाड़ी, स्कूल के बच्चे एवं ग्रामीण पानी के लिए परेशान हो रहे हैं. अतः उनके पंचायत में शीघ्र बिगड़े हैंडपंपों को सुधारा जाये और नये हैंडपंप का खनन किया जाये. कुकर्रा के सरपंच नरेन्द्र चिचाम शिकायत लेकर आये थे कि उनकी पंचायत के सचिव मो. हनीफ कुरैशी द्वारा सरपंच की जानकारी के बगैर एवं बिना हस्ताक्षर के 03 लाख रुपये की राशि पंचायत द्वारा निरस्त किये गये कार्य के नाम से निकाली गई है और वेंडर भाई कृषि फार्म ममता भारद्वाज को दर्शाया गया है. जबकि इनके द्वारा निर्माण कार्य में किसी भी प्रकार की भागीदारी नहीं की गई है.
किरनापुर तहसील के ग्राम सिंगोड़ी का उम्मेदलाल पिछोड़े शिकायत लेकर आया था कि उसकी 1. 47 एकड़ कृषि भूमि वर्ष 1971 में सड़क निर्माण के लिए अधिग्रहित की गई है. लेकिन उसे अब तक इसका मुआवजा नहीं मिला है. अतः उसे शीघ्र सड़क निर्माण के लिए अधिग्रहित जमीन का मुआवजा दिलाया जाये. बिरसा विकासखंड की ग्राम पंचायत गिडोरी के सरपंच उनके गांव में हाई स्कूल भवन बनवाने की मांग लेकर आये थे. उनका कहना था कि 10 वर्ष पहले से ग्राम गिडोरी में हाई स्कूल संचालित है. लेकिन स्कूल का भवन नहीं होने के कारण कक्षायें पंचायत भवन के एक कमरे में संचालित होती है. जिसके कारण हाई स्कूल के बच्चों को बैठने की समस्या होती है और पंचायत के कार्यों में भी व्यवधान होता है. अतरू गिडोरी में शीघ्र हाईस्कूल भवन बनवाया जाये. गिडोरी के सरपंच गिडोरी से पीपरढार तक सड़क निर्माण की मांग लेकर भी आये थे.
जनपद पंचायत कटंगी की सदस्य छविलता वाहने एवं ग्राम आगरी के ग्रामीण शिकायत लेकर आये थे कि उनके हल्के की पटवारी अनिता मेश्राम द्वारा किसानों एवं ग्रामीणों के काम नहीं किये जाते हैं और रुपयों की मांग की जाती है. अतरू जिम्मेदार पटवारी के विरूद्ध कार्यवाही की जाये.
लालबर्रा तहसील के ग्राम पिपरिया की निवासी आशा बाई शिकायत लेकर आयी थी कि वर्ष 2015 में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत ग्राम मगरदर्रा में सामुहिक विवाह कार्यक्रम में उसका विवाह हुआ है और उसे 08 जून 2015 को 10 हजार रुपये का चेक दिया गया था. यह चैक बैंक आफ महाराष्ट्र शाखा बालाघाट में जमा किया गया है, लेकिन उसे आज तक यह राशि नहीं मिली है. बैंक में पता करने पर बताया गया कि यह राशि खमरिया बैंक में जमा हुई है. खमरिया बैंक में पता करने पर बताया गया कि उसके खाते में 10 हजार रुपये की कोई राशि जमा नहीं हुई है. अतः इसकी जांच कर उसे 10 हजार रुपये की राशि दिलायी जाये.
लांजी विकासखंड के ग्राम डोंगरगांव के ईश्वरदास ढेकवार शिकायत लेकर आये थे कि उनके गांव के उदेलाल वाघाड़े के नाम से प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत हुआ है. ग्राम रोजगार सहायक दशरथ उपराड़े द्वारा उदेलाल के आवास की जियो-टेग कर बारी-बारी से 01 लाख 30 हजार रुपये की राशि का आहरण कर लिया गया है. जबकि उदेलाल का नया मकान बनना तो दूर उसकी नींव तक नहीं खोदी गई है. रोजगार सहायक दशरथ उपराड़े द्वारा गरीब लोगों से प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत कराने के 10-10 हजार रुपये मांग जाते है. अतरू रोजगार सहायक दशरथ उपराड़े से शासकीय राशि की वसूली कर उसके विरूद्ध कार्यवाही की जाये.
भानेगांव संकुल के प्राथमिक शिक्षक सुरेश कुमार वासनिक शिकायत लेकर आये थे कि 02 नवंबर 2022 को शैक्षणिक कार्य के लिए उन्हें माध्यमिक शाला मोहारा में संलग्न किया गया है. शासन के आदेश के अनुसार शिक्षकों का संलग्नीकरण समाप्त कर दिया गया है. लेकिन इसके बाद भी उन्हें मूल संस्था शासकीय माध्यमिक शाला सिहारी के लिए अब तक मुक्त नहीं किया गया है. अतरू उनका संलग्नीकरण समाप्त कर सिहारी शाला में शैक्षणिक कार्य के लिए मुक्त किया जाये. तिरोड़ी तहसील के ग्राम नवेगांव की प्रगति मंडाले पिता की 07 जून 2022 को मृत्यु होने के बाद संबल योजना का लाभ नहीं मिलने की शिकायत लेकर आयी थी.