गांव की माटी से गहरा नाता रखने वाले रामकिशोर कावरे बने राज्य मंत्री, समर्थको में खुशी की लहर, मुंह मीठा कर की जमकर आतिशबाजी

बालाघाट. युवा विधायक रामकिशोर कावरे, बालाघाट जिले की राजनीति मंे हमेशा से ही एक उगते हुए सितारे के रूप में सामने आये है. परसवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में राजनीति के दिग्गज को कड़ी पटखनी देने के बाद उन्होंने ही पहली बार परसवाड़ा में कमल खिलाया और आज 1980 के बाद बाद उनके नेतृत्व में ही प्रदेश सरकार में परसवाड़ा को प्रतिनिधित्व मिला है. राजनीतिक जानकारों के अनुसार 1980 के बाद प्रदेश की सरकार में परसवाड़ा को मंत्रीमंडल में स्थान दिलाने में उन्हें याद किया जायेगा. इसे रामकिशोर कावरे का राजनीतिक लक ही माना जायेगा कि बिना राजनीतिक पृष्ठभूमि के बाद भी उन्होंने पंच से अपने राजनीतिक कैरियर की शुरूआत की और आज वह प्रदेश के राज्यमंत्री बन गये. उन्होंने राजनीति के अब तक सफर में कई उतार-चढ़ाव देखे, लेकिन कभी हौंसला नहीं हारा. यही कारण है कि आज वह जिले की भाजपा राजनीति के एक उभरते सितारे है. जिनके राज्यमंत्री बनने के बाद अब जिले की राजनीति नई करवट लेने वाली है.

एक मध्यमवर्गीय परिवार में जन्म लेने के कारण कृषकों, खेतिहर श्रमिकों, युवाओं एवंग्रामीणजनों की समस्याओं से अच्छी तरह वाकिफ परसवाडा विधानसभा क्षेत्र के विधायक रामकिशोर कावरे का बचपन से ही गांव की माटी एवं गांव की गलियों से गहरा नाता रहा है. ग्रामीणों को ठगते निरंकुश-तंत्र के खि‍लाफ अपनाते बगावती तेवर ने ही अंतस में विद्यमान नेतृत्व क्षमता को जगाने में मुख्य भूमिका का निर्वहन किया. सौभाग्य से मध्यप्रदेश में चौथी बार मुख्यमंत्री बने शि‍वराज सिंह चौहान भी एक मध्यमवर्गीय कृषक परिवार के सदस्य ही है तथा उन्होंने अपने पहले मंत्रीमंडल विस्तार ही में जिले की परसवाडा विधानसभा क्षेत्र के विधायक रामकिशोर कावरे को मंत्री परिषद समूह में प्रमुखता से स्थान दिया. जिसकी ख‍बर लगते ही परसवाड़ा विधानसभा, जिले एवं समूचे प्रदेश में खुशी की ल‍हर व्याप्त हो गई.

एक युवा तरूणाई को राज्य मंत्री जैसा महत्वपूर्ण दायित्व सौंपे जाने से जिले में खुशी का माहौल था. ऐसा तो भारतीय जनता पार्टी में ही मुमकिन हो सकता, जहां एक छोटे से परि‍वार, जगह और परिवेश में जन्में, पले, बढ़े साधारण व्यक्तित्व के धनी आम आदमी के अपने साथी को मंत्री जैसी जिम्मेदारी दे दी गई. परसवाडा के साथ-साथ प्रदेश के युवाओं के लिए सम्मान का विषय है. इस बात से निःसंदेह भाजपा से जुडे़ लाखों कार्यकर्ताओं के मन में यह संदेश जायेगा कि आज हम जो पार्टी के सेवा कर रहे है, उसका परि‍णाम अवश्य सुखदायी मिलता है. जो श्री कावरे को मिली जवाबदेही से साफ-साफ परिलक्षित होता है. जिसकी झलक 2 जुलाई गुरूवार को श्री कावरे के मंत्री पद की शपथ ले‍ते ही साफ-साफ जिले और प्रदेश भर में दिखाई दी.

कावरे ने पेश किया कर्तव्य निष्ठा का अनुपम उदाहरण 

ऐसी युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत बने मध्यप्रदेश शासन के नवनियुक्त राज्यमंत्री रामकिशोर कावरे का जन्म 9 नवंबर 1976 को रत्ता बाई शि‍वलाल कावरे के घर जिला मुख्यालय से सटे ग्राम बघोली में हुआ था. राजनीति शास्त्र में एम. ए. तक शि‍क्षा प्राप्त करने वाले श्री कावरे का राजनीतिक कारवां 2000 ग्राम पंचायत बघोली के पंच एवं उपसरपंच से शुरू हुआ. अपने बडे भाई, गुरू राजकुमार के कुशल मार्गदर्शन में आपने सामाजिक, सार्वजनिक और राजनीतिक क्षेत्र में अपनी सक्रियता बढ़ाई. एक पुत्र एवं एक पुत्री के पिता रामकिशोर कावरे की धर्म पत्नि श्रीमती कीर्ति कावरे पग-पग में हमराही बनी रही.

जिन्होंने अध्ययन काल में अखि‍ल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के बेनर तले अनेक छात्र आंदोलन का बेजोड़ नेतृत्व किया. वे कालांतर में भारतीय जनता पार्टी के सामान्य कार्यकर्ता के तौर पर भाजयुमो मंडल महामंत्री सहित मिली हर जिम्मेदारियों को सफलतपूर्वक निभाया. 2004 से 2008 तक बालाघाट जनपद पंचायत अध्यक्ष का कार्यकाल आज भी कालजयी है. इस दौरान भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष के रूप में जिले में युवाओं को पार्टी की रीति-नीति से जोड़ने में आपने भरसक कोशि‍श की. वहीं 2008 में प्रथम बार बालाघाट जिले के विधानसभा क्षेत्र परसवाडा-110 से विजय हासिल कर भाजपा का परचम लहराया. दौर में पार्टी के प्रदेश नेतृत्व ने आपकी कार्यशैली और नेतृत्व क्षमता को देखते हुए भारतीय जनता युवा मोर्चा का प्रदेश महामंत्री बनाया. इस कार्यकाल में श्री कावरे ने परसवाडा विधान सभा क्षेत्र को अनेकों विकासमूलय सौगाते दी. जिनमें गांव-गांव स्कूल, सड़क, बिजली, घर-घर नल आदि मूलभूत सुविधा पहुंचाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जो आज भी जनपयोगी बनकर मील का पत्थर साबित हो रहे है. बावजूद 2013 में श्री कावरे को इसी क्षेत्र से हार का सामना करना पड़ाख् लेकिन बिना विचलित हार को सबक मानते हुए जनता जर्नाद्धन की सेवा में निरंतर प्राणपण से जुटे रहे है. सम्यक् इन्हें हर सुख-दुख में देखे जाना आम बात थी. कवायद में 2018 के विधानसभा चुनाव में श्री कावरे ने इसी क्षेत्र से कांग्रेस की लहर के बाद भी भारी मतों से जीत हासिल की. तब से लाकर आज तक‍ विधायक नहीं एक सेवक के रूप में इन्होंने क्षेत्र के विकास, जनसमस्या और विभि‍न्न आयामों को लेकर अनवरत संघर्षशील रहे. चाहे वह हालिया कोरोना संक्रमण से राहत हो या किसानों की समस्या, मजदूरों के हक की लड़ाई हो अथवा जन सरोकार के अन्य मुद्दे हो हर मामले में श्री कावरे ने अपनी कर्तव्य निष्ठा का अनुपम उदाहरण पेश किया.  

भोपाल जाकर दी बधाई

बहरहाल, गुरूवार को दोपहर 12 बजे मंत्री पद की राम‍किशोर कावरे ने जैसे ही शपथ ली वैसे ही जगह-जगह आमजनमानस, पार्टी कार्यकर्ताओं, पदाधि‍कारियों और चाहने वालों ने अपने नेता को भोपाल जाकर बधाई प्रेषि‍त की विनोद वराडे, सतीश लिल्हारे, संजू ब्रम्हे, भूपेन्द्र सोहागपुरे, राजेश गोमासे और अनिल नगपूरे शामिल रहे. वहीं जिला भाजपा कार्यालय, विधायक कार्यालय आंवलाझरी, मंडल परसवाडा, बालाघाट ग्रामीण, लामता, हट्टा और बालाघाट नगर के चौक-चौराहों में आतिशबाजी कर नवनियुक्त मंत्री को शुभकामनाएं देते हुए पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का आभार जताया. इस अवसर पर राजेन्द्र सिंह ठाकुर, हेमेन्द्र क्षीरसागर, मनोज पारधी, चित्रसेन पारधी, मोनिल जैन, संदेश नगपूरे, संतोष शुक्ला, सहदेव लिल्हारे, धनीराम नागश्वर, ईशुलाल धावडे, चौतन्य फाये, हेमंत राणा, प्रहलाद पारधी, निरंजन लिल्हारे, गणेश लिल्हारे, फूलचंद साहरे, ठानेन्द्र पटले, विजय बिसेन, ओमप्रकाश भोयर, राजेश मेश्राम, खि‍लेश्वर पटले, संतोष क्षीरसागर, अक्कू बघेल, झनक लिल्लहारे, सुमित यादव, महेन्द्र अजित, भीवराम डहारे, दुलिस तिलासी और सचिन कटरे आदि ने हर्ष जाहिर किया.


Web Title : RAMKISHORE KAVRE, WHO IS CLOSELY ASSOCIATED WITH THE VILLAGES MATI, BECAME THE MINISTER OF STATE, A WAVE OF JOY IN SUPPORT, A WAVE OF SWEET MOUTH AND FIREWORKS