सड़क, बिजली नहीं तो वोट नहीं

बालाघाट. बालाघाट शहर में नगरपालिका चुनाव के दौरान, लोग अब मुखर होकर व्याप्त समस्याओं को लेकर सामने आने लगे है, हालांकि मनाने का दौर भी, राजनीतिक दलों के आकाओं ने शुरू कर दिया है, लेकिन यह मान-मनोव्वल ने साबित कर दिया है कि विकास के दावे, उने कितने खोखले है, आज नहीं तो कल फिर उन्हें जनता के बीच ही जाना है, यदि जनता को लगातार छलने का काम किया जाता रहा तो निश्चित ही चुनावी जैसे महोत्सव में जनता सबक सिखाने से भी पीछे नहीं हटेगी.  

बात करें बालाघाट नगरीय क्षेत्र की तो यहां वार्डो में व्याप्त समस्याओं पर मुखर होकर वार्डवासी अपने वोटों की ताकत का अहसास शासन, प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को करा रहे है, जहां पार्षद चुनाव में एक-एक वोट मायने रखता है, वहीं दर्जनों वोटों की गलियों में विकास नहीं होने से रहवासी परेशान है और नपा चुनाव का बहिष्कार कर वोट नहीं देने की बात कर है. शहरी क्षेत्र के एक और वार्ड से सड़क, बिजली नहीं तो वोट नहीं का नारा बुलंद किया जा रहा है, शहरी क्षेत्र का यह वार्ड क्रमांक 13 है, जहां निवासरत महिला श्रीमती अरूणा, पप्पु तुरकर और छबिलाल भोंडेकर का कहना है कि सालों से गली की सड़क और यहां लगे खंबो में बिजली की रोशनी नहीं होने वह परेशान है, जिसको लेकर शासन, प्रशासन और नपा तक अपनी आवाज पहंुचाने का प्रयास किया गया लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया. जिसके कारण कच्ची सड़क पर बरसात के दौरान जलभराव के साथ ही कीचड़ जमा हो जाता है और बच्चों से लेकर निवासरत लोगो को आने जाने में परेशान होना पड़ता है.

रहवासी पप्पू तुरकर समेत अन्य ने बताया कि लंबे समय से वार्ड क्रमांक 13 की सड़क निर्माण के लिए आवेदन किया जा रहा है, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है उन्होंने बताया कि बारिश होने की स्थिति सड़क पूरी तरह से कीचड़ में तब्दील हो जाती है जिससे वाहनों को बाहर सड़क पर ही खड़ा करना पड़ता है. जिससे उनके चोरी होने का खतरा भी बढ जाता है. वहीं सड़क पर कीचड़ होने से स्कूली बच्चें, बुर्जग, महिलाओं को अधिक समस्या का सामना करना पड़ता है. कीचड़ होने के कारण नौकरी, स्कूल सहित अन्य कामों से घर से बाहर नहीं निकल पाते है. जिसके चलते ही इस समस्या के समाधान के लिए उन्होंने आज प्रदर्शन किया है.

रहवासी छबीलाल भोंडेकर, अरुणा गोते समेत अन्य ने बताया कि उनके वार्ड में लाइट भी नहीं है. जिसके चलते शाम होते ही अंधेरा हो जाता है. जिससे रहवासी रात के समय घर के बाहर नहीं निकल पाते है और कीचड़ एवं गंदा पानी जमा होने की स्थिति के चलते जीव-जंतु घरों के अंदर घुस जाते है. जिससे कई बार स्थिति गंभीर हो जाती है. उन्होंने बताया कि उनके वार्ड में करीब 50 घर है, जो सड़क व बिजली की समस्या से कई सालों से परेशान हो रहे है, लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है और यदि उनकी समस्या का समाधान नहीं किया जाता है तो सभी रहवासी चुनाव में मतदान नहीं करेंगे.


Web Title : ROAD, NO ELECTRICITY, NO VOTE