नपा की कार्यवाही से परेशान कबाड़ी व्यवसायी, कहा जान दे दुंगा, मांसाहार सामग्री के विक्रय को लेकर नपा की कार्यवाही पर उठ रहे सवाल, औपचारिकता में सिमट रही कार्यवाही

बालाघाट. नगरीय क्षेत्र में हालिया नपा की कार्यवाही को लेकर व्यवसायियांे मंे आक्रोश बढ़ रहा है, जिसका कारण, नपा की मुंह देखकर की जाने वाली कार्यवाही को बताया जा रहा है.  गुरूवार 22 फरवरी को कार्यवाही प्रभारी सीएमओ बी. एल. लिल्हारे और स्वच्छता नोडल अधिकारी प्रिती घरते के साथ टीम ने नगर में अपंजीकृत और खुले मंे मांस विक्रय को लेकर कार्यवाही करने निकली थी. बुढ़ी में टीम एक मांस विक्रय स्थल पहुंची और उस दुकान को सील कर दिया. हालांकि इस दुकान में अपारदर्शी कांच होने के बावजूद दुकान को सील किए जाने पर दुकानदार ने नाराजगी जाहिर की. दुकानदार ने कहा कि पूर्व में नगरपालिका की टीम ने दुकान में अपारदर्शी कांच लगाने कहा था, जिसका पालन किए जाने के बाद, अब कह रहे है कि रहवासी क्षेत्र में दुकान नहीं होना.  

मांसाहार सामग्री विक्रय स्थल के नियमों पर गौर करे तो नगरपालिका अधिनियम 1961 की धारा 268 एवं 269 के अतर्गत नगरीय क्षेत्र में बिना लायसेंस मांसाहार सामग्री का विक्रय प्रतिबंधित है, इसके अलावा साफ-सफाई, कचरे का समुचित निष्पादन, मांस विक्रय खुले में ना हो तथा दुकान के सामने अपारदर्शित कांच लगा हो, जिस नियमों के साथ नोटिस पूर्व में दुकानदार को जारी किया गया था. जिसके अनुसार दुकानदार ने नियमों के तहत काम दुकान संचालित कर रहा था, जिसके बाद अब नगरपालिका ने रहवासी क्षेत्र की कंडीशन रख दी. जिस पर सवाल यह है कि अन्य दुकानें भी जो रहवासी क्षेत्र में है, उस पर नपा की नजर क्यों नहीं जा रही है? सूत्रों की मानें तो बुढ़ी में ऐसी और भी अन्य दुकानें है, जो रहवासी क्षेत्र में है.  

हालांकि नगरपालिका की यह कार्यवाही रूटिन ना होकर गत दिवस बालाघाट प्रवास पर आए सीएम डॉ. मोहन यादव के निर्देश के परिपालन में देखी गई. जिसमें महज एक मांसाहार दुकान की जांच करने के बाद नपा अमला बुढ़ी स्थित एक कबाड़ी के यहां कार्यवाही करने पहुंच गया, लेकिन उसके बाद जो घटनाक्रम सामने आया, उसके बाद अमला वापस लौट गया.

बुढ़ी स्थित मोबिन कबाड़ी के यहां पहंुची नगरपालिका टीम की कार्यवाही को देखकर कबाड़ी व्यवसायी भड़क गया और बार-बार नगरपालिका की कार्यवाही से खिन्न होकर अपनी जान देने की बात कही. कबाड़ी व्यवसायी मोबिन ने बताया कि लगातार उनकी दुकान पर नगरपालिका द्वारा कार्यवाही की जा रही है, जिसके कारण वह परेशान हो गया है. वह परिवार के सदस्यों का इकलौता पालनहार है, छोटी सी कबाड़ी की दुकान चलाता है, बावजूद इसके नगरपालिका द्वारा बार-बार कार्यवाही से परेशान किया जा रहा है, इससे पूर्व भी नगरपालिका ने उसकी दुकान में पहुंचकर सफाई ना होने पर रसीद काटकर जुर्माना वसुल किया था. जबकि आज उसकी पूरी दुकान में सफाई होने के बाद फिर नगरपालिका की टीम कार्यवाही करने आ गई. जबकि और भी लोगो की दुकानों के आगे सफाई ना होने के बावजूद नगरपालिका की टीम उन्हें अनदेखा कर रही है. जिससे लगता है कि नगरपालिका ने उसे टारगेट बना लिया है. जिससे वह परेशान हो गया है और वह अपनी जान दे देगा.  

हालिया दिनो में नगरपालिका ने स्वच्छता के नाम पर पॉलीथिन मुक्त शहर अभियान चलाया, लेकिन वह भी ढाई दिन चले अढ़ाई कोस की तरह टांय-टांय फिस्स हो गया है. आज भी बदस्तूर सिंगल यूज का उपयोग नगर के व्यापारी कर रहे है. यही नहीं बल्कि कबाड़ियों के दुकानों की जांच हो या फिर मांसाहार विक्रय स्थल की जांच हो. नगरपालिका की कार्यवाही में एकरूपता नजर नहीं आ रही है और पूरी कार्यवाही महज औपचारिकता पूरी करने को लेकर दिखाई दे रही है. जिससे नपा कार्यवाही को लेकर सवाल तो खड़े हो ही रहे है वही अभियान की हवा भी निकल रही है.


इनका कहना है

मुख्यमंत्री के आदेशानुसार और नपाध्यक्ष के निर्देशानुसार खुले में मांस विक्रय पर रजा चिकन सेंटर को सील किया गया है और अपने परिसर से ज्यादा जगह पर कबाड़ फैलाने वाले कबाड़ी पर जुर्माना कार्यवाही की गई है.

बीएल लिल्हारे, प्रभारी सीएमओ 


Web Title : SCRAP BUSINESSMEN UPSET WITH NAPAS ACTION, SAID TO GIVE LIFE, QUESTIONS RAISED ON NAPAS ACTION REGARDING SALE OF NON VEGETARIAN ITEMS, ACTION IS BEING REDUCED TO FORMALITY