छात्र, छात्राओं का सपना: कोई स्पेस साइंटिस्ट, कोई सिविल जज तो कोई आईएएस ऑफिसर, इंजीनियर और शिक्षक, छात्र, छात्राओं ने बांटे अनुभव

बालाघाट. जो सपने खुली आंखो से देखे जाते है वह सपने जरूर साकार होते है. खुली आंखो से अपने सपनों को परवान चढ़ाने के जुनुन में जुटने से पहले जिले में दसवी परीक्षा परिणाम में प्रदेश की प्रावीण्य सूची और जिले की प्रावीण्य सूची मंे नाम दर्ज कराने वाले छात्र, छात्राओं ने मीडिया से चर्चा करते हुए अपने सपनों के बारे में बताया. प्रदेश और जिले की प्रावीण्य सूची में नाम दर्ज कराने वाले अधिकांश छात्र, छात्रायें छोटे परिवार से आते है, बावजूद इन्होंने कभी भी अपने सपनों को पूरा करने में उसे बाधा नहीं बनने दिया. माता-पिता के सहयोग और गुरूजनों की शिक्षा के दाम पर आज वह पूरे जिले में पहचाने जाने लगे है. सिटीलाईव परिवार ऐसे होनहार विद्यार्थियों को सलाम करता है और प्रार्थना करता है कि हर वह छात्र, जो खुली आंखो से सपना देख रहा है, उसके लिए वह पूरी मेहनत, लगन और जुनुन से उस सपने को साकार करें तथा अपना, परिवार, क्षेत्र और जिले का नाम रोशन करें.

जिले के पांच होनहार छात्र, छात्राओं ने प्रदेश की प्रावीण्य सूची में अपना नाम दर्ज कराया है. प्रदेश की प्रावीण्य सूची में 5 वें स्थान पर शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय कटंगी की छात्रा कुमारी शैली शरणागत पिता रामलाल शरणागत, आठवें स्थान पर शासकीय हाईस्कूल रिसेवाड़ा के छात्र हेमप्रकाश लिल्हारे पिता राजकुमार लिल्हारे, 9वें स्थान पर शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय की छात्रा कुमारी भौमिका परिहार पिता चेतनप्रसाद परिहार, 10 वें स्थान पर शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मनेरी की छात्रा कुमारी पायल चिखले पिता राजकुमार चिखले और शासकीय हाईस्कूल की छात्रा कुमारी दिव्या कुटारिया पिता रूपलाल कुतरिया रही. इसी तरह जिले की प्रावीण्य सूची में जिसमें प्रथम स्थान पर शासकीय हायर सेकेंडरी कटंगी की छात्रा जुही पिता सुरेन्द्र नेवारे, जबकि तीसरे स्थान पर दादाबाड़ी जैन हायर सेकेंडरी स्कूल की छात्र हसबुन पिता अब्दुल मलिक कुरैशी, द रॉयल हेरिटेज स्कूल हाईस्कूल के छात्र जय फुलवाधवा मनोहरलाल फुलवाधवा ने अपना नाम दर्ज कराया है.  

लगातार पढ़ाई करने से शैली ने की सफलता अर्जित

छात्रा शैली शरणागत, जिले के पांच होनहार छात्र, छात्राओं शामिल है, जिन्होंने प्रदेश की प्रावीण्य सूची में अपना नाम दर्ज कराया है. प्रदेश की प्रावीण्य सूची में 5 वें स्थान पर शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय कटंगी की छात्रा कुमारी शैली शरणागत पिता रामलाल शरणागत ने बताया कि वह दसवीं कक्षा में सफलता के लिए लगातार प्रयास करते रही. माता-पिता के सहयोग और गुरूजनों के मार्गदर्शन एवं दोस्तो के बढ़ाये गये हौंसलों के कारण आज वह प्रदेश की प्रावीण्य सूची में पांचवा स्थान अर्जित करने छात्रा बनी है. शैली का कहना है कि अभी उसने तय नहीं किया है, उसे क्या बनना है, लेकिन उसके सपने उंचे है और उसे पूरी उम्मीद है कि वह एक दिन अपने सपने को पूरा करेगी.  

इंजीनियर बनना चाहता है हेमप्रकाश 

प्रदेश की प्रावीण्य सूची में आठवें स्थान पर शासकीय हाईस्कूल रिसेवाड़ा के छात्र हेमप्रकाश लिल्हारे पिता राजकुमार लिल्हारे ने अपना नाम दर्ज कराया है. घर के बड़ा बेटा हेमप्रकाश, इंजीनियर बनना चाहता है और उसी के अनुसार वह आगे की पढ़ाई करना चाहता है. हेमप्रकाश के पिता की एक इलेक्ट्रॉनिक की दुकान है. हेमप्रकाश अपनी सफलता का श्रेय परिवार और स्कूल परिवार देता है. पिता राजकुमार लिल्हारे की मानें तो हेमप्रकाश शुरुवात से ही पढ़ने में आगे रहा है.

पिता के सम्मान आगे बढ़ाने के सपने को भौमिका ने किया साकार

शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय कटंगी की छात्रा कुमारी भौमिका परिहार पिता चेतनप्रसाद परिहार ने प्रदेश की प्रावीण्य सूची में 9 वां स्थान हासिल किया है. जो अपनी सफलता से खुश है और अपनी सफलता का श्रेय वह परिवार और स्कूल के प्राचार्य, सभी शिक्षक, शिक्षिकाओं को देते हुए कहती है कि उसने हमेशा परीक्षा को एक चुनौती के रूप मंे लिया और उसके लिए उसने कड़ी मेहनत की. उसका सपना था कि वह पिता के सम्मान को बढ़ाये और आज इस सफलता से उसका यह सपना पूरा हो गया है, वह आगे भी अपने पिता का नाम आगे बढ़ाते हुए अपने सपनों को पूरा करना चाहती है.  

शिक्षक बनना चाहती है पायल

प्रदेश की प्रावीण्य सूची में 10 वें स्थान पर रहने वाली शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मनेरी की छात्रा कुमारी पायल चिखले पिता राजकुमार चिखले अपनी सफलता से उत्साहित है. कृषक पिता की पुत्री पायल ने स्कूल, परिवार और क्षेत्र का नाम प्रदेश में रोशन किया है. छात्रा पायल शिक्षक बनना चाहती है. वह अपनी सफलता का श्रेय स्कूल परिवार और माता पिता को देती है. पायल के पिता राजकुमार चिखले भी बेटी की सफलता से खुश है. स्कूल के प्राचार्य आर. अस. घोरमरे सहित पूरे शाला परिवार ने छात्रा पायल चिखले को बधाई देकर उसके उज्जवल भविष्य की कामना की है.

किसान पिता की बेटी दिव्या ने किया नाम रोशन

शासकीय हाईस्कूल रिसेवाड़ा की कक्षा 10 वी की छात्रा दिव्या ने प्रदेश प्रावीण्य सूची में 10 वां स्थान हासिल किया है. प्रदेश प्रावीण्य सूची में स्थान हासिल करने वाली दिव्या के पिता रूपलाल कुतरिये एक कृषक है. जो बेटी की सफलता से खुश है. उनका कहना है कि बेटी ने आज उनका नाम रोशन कर दिया. छात्रा दिव्या का कहना कि उसे पूरी उम्मीद थी और वह अपनी इस सफलता का श्रेय प्रभारी प्राचार्य सुश्री गुलनाज खान, शिक्षक डी. के. उइके, के. के. भीमटे और आर. के. कुशले को देते हुए कहा कि वह आगे रेलवे और शिक्षा क्षेत्र में कैरियर बनाना चाहती है.

आईएएस ऑफिसर बनना चाहती है रूही नेवारे

कक्षा दसवी में जिले के टॉप टेन में प्रथम स्थान पर शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल की छात्रा रूही नेवारे ने गणित विषय में 100 में 100 अंक हासिल किये है. उसके पिता म्युनिसिपल कार्यालय में एक क्लर्क है. बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि की धनी रूही नेवारे ने पढ़ाई के लिए कभी समझौता नहीं किया. वह अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता, परिवार और स्कूल परिवार को देती है. रूही नेवारे का कहना है कि वह आगे चलकर आईएएस ऑफिसर बनना चाहती है.

सिविल जज बनना चाहती है हसबुन कुरैशी

जिले की टॉप 3 सूची में तीसरे स्थान पर दादाबाड़ी जैन हायर सेकेंडरी स्कूल की छात्र हसबुन पिता अब्दुल मलिक कुरैशी रही. जो अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता, स्कूल परिवार और दोस्तो को देती है. अपने परीक्षा परिणाम पर खुशी जाहिर करते हुए छात्रा हसबुन कुरैशी ने बताया कि वह सिविल जज बनना चाहती है. उन्होंने बताया कि वह नियमित रूप से पढ़ाई करती थी और उसे पूरा विश्वास था कि परीक्षा परिणाम बेहतर आयेगा. बेटी की इस सफलता से पूरा परिवार और शालेय परिवार उत्साहित और खुश है और उसके उज्जवल भविष्य की कामना करता है.

स्पेस र्साइंटिस्ट बनना चाहता है जय फुलवाधवा

जिले की टॉप 3 सूची में द रॉयल हेरिटेज स्कूल हाईस्कूल के छात्र जय फुलवाधवा मनोहरलाल फुलवाधवा ने अपना नाम दर्ज कराया है. जो नियमित सुबह, शाम 4 घंटे पढ़ाई करता है. उसका कहना है कि उसे यह सफलता परिवार और स्कूल परिवार के सहयोग से ही मिली है. उसका सपना है कि वह स्पेस र्साइंटिस्ट बनना चाहता है और उसके लिए वह पूरी लगन से मेहनत करेगा. शाला परिवार ने छात्र की इस सफलता पर खुशी जाहिर करते हुए उसके उज्जवल भविष्य की कामना की है.


Web Title : STUDENTS, GIRL STUDENTS DREAM: NO SPACE SCIENTIST, NO CIVIL JUDGE, NO IAS OFFICER, ENGINEER AND TEACHER, STUDENT, GIRL STUDENTS