सहकारी कर्मचारियों को भ्रष्टाचारी कहने वाले आपूर्ति अधिकारी स्थानांतरित, सहकारी कर्मचारी महासंघ ने की हड़ताल खत्म, यह एकजुटता की जीत-चौहान

बालाघाट. 23 सहकारी समितियों को उपार्जन केन्द्र नहीं बनाये जाने पर उन्हें भ्रष्टाचारी कहने वाले जिला आपूर्ति अधिकारी एच. एस. चौधरी को मध्यप्रदेश सहकारी कर्मचारी महासंघ की हड़ताल के बाद सरकार ने उन्हें हटा दिया है. मध्यप्रदेश शासन के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा 4 नवंबर को जारी आदेश में तत्काल प्रभाव से जिला आपूर्ति अधिकारी एच. एस. चौधरी का संचालनालय खाद्य, भोपाल में स्थानांतरित करते हुए उनके स्थान पर जिला आपूर्ति अधिकारी खरगोन श्रीमती नुजहत बानो बकई को जिला आपूर्ति अधिकारी बालाघाट के पद पर स्थानांतरित किया है.

सहकारी कर्मचारियों को भ्रष्टाचारी कहने वाले जिला आपूर्ति अधिकारी एच. एस. चौधरी के स्थानांतरण की मांग को लेकर काम बंद अनिश्चितकाल हड़ताल पर गये मध्यप्रदेश राज्य कर्मचारी महासंघ ने अपनी हड़ताल खत्म कर दी है. मध्यप्रदेश राज्य सहकारी कर्मचारी महासंघ के जिलाध्यक्ष पी. सी. चौहान ने इसे सहकारी कर्मचारी साथियों की एकजुटता की जीत बताते हुए उनके आंदोलन की आवाज को सरकार, जनप्रतिनिधयों और जनता तक पहुंचाने वाले मीडियाकर्मियों, कर्मचारी महासंघ के प्रदेश संगठन पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों का आभार व्यक्त किया है.

गौरतलब हो कि जिला खाद्य अधिकारी एच. एस. चौधरी द्वारा सहकारी समिति कर्मियों को भ्रष्टाचारी बोलने और 23 केन्द्रो की धान उपार्जन के लिए स्थापना नही होने से मध्यप्रदेश राज्य सहकारी कर्मचारी महासंघ की जिला इकाई 15 अक्टूबर को से कामबंद अनिश्चितकालीन हड़ताल कर दी थी. सहकारी कर्मचारी महासंघ समिति कर्मचारियों को भ्रष्टाचारी बोलने वाले जिला आपूर्ति अधिकारी एच. एस. चौधरी के स्थानांतरण और 23 केन्द्रो की धान उपार्जन के लिए स्थापना करने की मांग कर रहे थे. जिले के सहकारी कर्मचारियों की हड़ताल को समर्थन देने 19 अक्टूबर को प्रदेश संगठन अध्यक्ष वी. एस. चौहान सहित प्रदेश पदाधिकारी और प्रदेश के अलग-अलग जिलो से जिलाध्यक्ष बालाघाट पहुंचे थे और यहां सहकारी महासंघ ने अपनी मांगो को लेकर ताकत का परिचय दिया था. हालांकि इसके बाद कलेक्टर के आश्वासन पर सहकारी कर्मचारी महासंघ ने अपनी हड़ताल स्थगित कर दी थी, लेकिन प्रशासनिक आश्वासन के बाद भी मांगो पर गंभीरता पूर्वक विचार नहीं किये जाने से आक्रोशित सहकारी कर्मचारी महासंघ ईकाई ने एक बार फिर 2 नवंबर से अनिश्चिकालीन कामबंद हड़ताल स्थगित कर दी थी. जिससे समितियों के माध्यम से कृषकों को मिलने वाली सुविधायें और पीडीएस की सेवायें पूरी तरह से ठप्प पड़ गई थी. अंततः सहकारी कर्मचारी महासंघ का आंदोलन रंग लाया और शासन द्वारा 4 नवंबर को जिला आपूर्ति अधिकारी श्री चौधरी के स्थानांतरण आदेश जारी हो गया.

उक्त आदेश के मध्यप्रदेश राज्य सहकारी कर्मचारी महासंघ की जिला इकाई के पास पहुंचने के बाद आज 6 नवंबर को जिला इकाई अध्यक्ष पी. सी. चौहान ने हड़ताल को खत्म करने की घोषणा की. उन्होंने कहा कि हमारी प्रमुख सहकारी कर्मचारियों को भ्रष्टाचारी कहने वाले जिला आपूर्ति अधिकारी के स्थानांतरण की मांग पूरी हो गई है वहीं अधिकारियों द्वारा 23 केन्द्रो की स्थापना को लेकर भी ठोस आश्वासन दिया गया है, वहीं उनकी बकाया राशि भी मिल गई है. उन्हांेने कहा कि खाद्य विभाग ने माना है कि जिले की समितियों में समर्थन मूल्य में जो धान खराब हुई है, चूंकि खरीदे गये धान का परिवहन नहीं होने, असमय बारिश और अन्य समस्याओ से धान खराब हुई है, जिसमें समिति कर्मचारी की कोई गल्ती नहीं है.

6 नवंबर को जिला सहकारी केन्द्रीय परिसर स्थित शिवमंदिर हड़ताल स्थल पर पी. सी. चौहान ने रखी गई मांगो के पूरी होने पर इसे संगठन की एकजुटता की जीत करार दिया है, उन्होंने कहा कि यह साथियों की एकजुटता की ताकत थी कि प्रशासन और शासन स्तर पर उन्हें जीत मिली है. उन्होंने कहा कि हमें, हमेशा एकजुट रहना है. सहकारी कर्मचारियों के आंदोलन और उसकी मांगो के निराकरण में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से दिये गये सहयोग के प्रति उन्होंने सभी का आभार व्यक्त किया है. इस दौरान सहकारी कर्मचारी संघ जिलाध्यक्ष पी. सी. चौहान, उपाध्यक्ष एल. जे. बिसेन, एल. पी. सोनगढ़े, संरक्षक के. सी. टेंभरे, सचिव एम. पी. ठाकरे, प्रांतीय प्रतिनिधि दिनेश परिहार, सहसचिव कार्तिक बिसेन, कोषाध्यक्ष योगेन्द्र मातरे, राकेश पटले, महामंत्री चेतसिंह भगत, संगठन मंत्री जे. एल. पटले, प्रवक्ता शारदा परिहार, सूचना प्रसार मंत्री जियालाल लिल्हारे, बालाघाट शाखा अध्यक्ष चंद्रशेखर दुर्गवार, गोपाल लानगे, आर. एल. ऐड़े, बी. एल. ठाकरे, वारासिवनी शाखा अध्यक्ष सुरेन्द्र बिसेन, सुरेश पारधी सहित अन्य कर्मचारी साथी मौजूद थे.


Web Title : SUPPLY OFFICER WHO CALLS CO OPERATIVE EMPLOYEES CORRUPT, CO OPERATIVE EMPLOYEES FEDERATION ENDS STRIKE, IT WINS SOLIDARITY CHAUHAN