क्षत्रिय पवार युवा संगठन के सर्वसम्मति से अध्यक्ष बने सुरेन्द्र गुड्डा चौधरी, समाज के अंतिम छोर के व्यक्ति तक पहुंचने का लक्ष्य-ओंकारसिंह बिसेन

बालाघाट. राजाभोज जयंती आयोजन और क्षत्रिय पवार युवा संगठन के गठन को लेकर 4 दिसंबर को पवार छात्रावास नवनिर्माणाधीन भवन में क्षत्रिय पवार समाज की बैठक अध्यक्ष ओंकारसिंह बिसेन, उपाध्यक्ष संजय गौतम, महासचिव शेषराम राहंगडाले, राष्ट्रीय क्षत्रिय पवार महासभा के उपाध्यक्ष अशोक बिसेन, कोषाध्यक्ष दिलीप राहंगडाले, संयुक्त सचिव हेमेंद्र क्षीरसागर, संरक्षक पूर्व अध्यक्ष खिरसागर पारधी, आर. सी. अमुळे, वेदप्रकाश पटेल, दिलीप पटेल, राज हरिनखेरे, डॉ. शेरसिंह बिसेन, विशाल बिसेन, भोजराज देशमुख, विक्की पटेल, विष्णु गौतम, डुलेन्द्र ठाकरे, बालकृष्ण बिसेन, रामकिशोर बिसेन, भोजेश्वर पटले, वैभव बिसेन, त्रिलोकसिंह तुरकर, भुनेश ठाकरे, खिलेंद्र टेंभरे, शंकर बिसेन एवं समाज के गणमान्य सामाजिक बंधु की उपस्थिति में आयोजित की गई.

महासचिव शेषराम राहंगडाले ने बताया कि बैठक में राजाभोज जयंती आयोजन, सामाजिक चर्चा, कार्यकारिणी सदस्यता तथा समाज के विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई.  इसके साथ ही सर्वसम्मति से पंवार युवा संगठन का गठन भी किया गया. जिसमें सर्वसम्मति से युवा कार्यकारिणी की घोषणा की गई. जिसमें अध्यक्ष सुरेंद्र गुड्डा चौधरी, उपाध्यक्ष नरेश पारधी, अरुण तुरकर, महासचिव दीपक राहंगडाले, अवलेश पारधी, सुनील पटले, कोषाध्यक्ष रजत कटरे को मनोनित किया गया है.  

बैठक में सामाजिक बंधुओं को संबोधित करते हुए अध्यक्ष ओंमकारसिंह बिसेन ने कहा कि हमें समाज के अंतिम छोर तक पहुंचने का कार्य किया जाना हैं. जिसमें युवा कार्यकारिणी का अभिन्न सहयोग रहेगा. उन्होंने बताया कि प्रतिमाह जिला बैठक का आयोजन होगा,और सदस्यता अभियान निरंतर चलता रहेगा.

युवा संगठन के नवनियुक्त अध्यक्ष सुरेंद्र गुड्डा चौधरी ने कहा कि समाज के वरिष्ठो के मार्गदर्शन और युवाओ के साथ मिलकर समाज के उत्थान के कार्य उनकी प्राथमिकता होगी. उन्होंने कहा कि युवाओ को शिक्षा और रोजगार प्राप्ति के लक्ष्य को ध्यान में रखकर युवा टीम कार्य करेगी.  महासचिव शेषराम राहंगडाले ने कहा कि समाज में लक्ष्य बनाकर कोई भी सरंचनात्मक कार्य करने के लिए कोई कसर नही छोड़ेंगे.


Web Title : SURENDRA GUDDA CHAUDHARY UNANIMOUSLY ELECTED PRESIDENT OF KSHATRIYA PAWAR YUVA SANGATHAN, AIMS TO REACH OUT TO THE LAST PERSON OF THE SOCIETY ONKARSINGH BISEN