नवसिद्धपीठ स्थल पर विधिविधान से होगी मां अन्नपूर्णा की प्राण प्रतिष्ठा, आज से सात दिवसीय विविध धार्मिक अनुष्ठान होंगे प्रारंभ, 3 को निकलेगी शोभायात्रा

बालाघाट. कहते है जो मंदिर सौ वर्ष पुराना हो जाता है वह सिद्धपीठ स्थल हो जाता है. ऐसा ही सिद्धपीठ स्थल मां अन्नपूर्णा मंदिर के भव्य नवनिर्मित मंदिर में मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा प्राण प्रतिष्ठा सात दिवसीय कार्यक्रम विधि विधान से किये जायेंगे. जिसको लेकपर आयोजित प्रेसवार्ता में ट्रस्ट पदाधिकारी सुशील वर्मा ने विस्तृत जानकारी दी.

उन्होंने बताया कि एक मई से सात मई तक आयोजित होने वाले मां अन्नपूर्णा प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम आयोजित किया गया है, जिसके बाद यह मंदिर श्रद्वालुओं के लिए खोल दिया जायेगा.

विदेश, देश, प्रदेश और जिले से मंदिर नवनिर्माण के लिए सहयोग

मां अन्नपूर्णा मंदिर ट्रस्ट पदाधिकारी सुशील वर्मा ने बताया कि मां अन्नपूर्णा मंदिर के लगभग 108 साल पुराने हो जाने से यह मंदिर के जीर्ण-शीर्ण हो गया था. जिसके बाद मंदिर ट्रस्ट समिति ने निर्णय लेकर 10 जून 2019 को मंदिर के भव्य निर्माण के लिए भूमिपूजन किया और लगभग पौने तीन साल में करोड़ो की लागत से मंदिर का नवनिर्माण पूरा हो चुका है, जहां अब मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा को प्रतिष्ठित किया जाना है. उन्होंने बताया कि मंदिर के नवनिर्माण के लिए मंदिर ट्रस्ट को विदेश, देश, प्रदेश और जिले के दानदाताओं ने भरपूर सहयोग किया और आज करोड़ो की लागत से यह मंदिर भव्य रूप में तैयार हो गया है. जहां सारी सुविधा है.  

एक मई से प्रारंभ होंगे प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम, 3 को निकलेगी शोेभायात्रा

पदाधिकारी सुशील वर्मा ने बताया कि मां अन्नपूर्णा के भव्य मंदिर निर्माण के बाद मां अन्नपूर्णा प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के सात दिवसीय आयोजन में एक मई को श्री गणेश, अंबिका पूजन, मंगल स्नान एवं जलयात्रा, 2 मई को मंडप, मंडल पूजन तथा विग्रह का जलाधिवास, 3 मई को श्री विग्रह का धान्य, घृत, गंध, पुष्प, धूप, फल, मिष्ठान औषध्याधिवास के साथ सायंकाल 5. 30 बजे मां अन्नपूर्णा प्रतिमा की भव्य शोभायात्रा मंदिर परिसर से निकाली जायेगी, जो शहर का भ्रमण करते हुए मंदिर पहुंचेगी. जहां पूजन एवं शयाधिवास होगा. 4 मई को प्रसाद, वास्तुपूजन, शिखरकलश एवं ध्वजापूजन, 5 मई को प्रधानपूजन, ध्वज एवं बलिदानादिक, 6 मई को माता अन्नपूर्णा एवं समस्त श्री विग्रहों की प्राण प्रतिष्ठा पूजन किया जायेगा. जबकि 7 मई को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के समापन अवसर पर पूर्णाहुति, महाआरती और महाप्रसाद का वितरण किया जायेगा. उन्होंने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा में आयोजित होने वाले सभी धार्मिक अनुष्ठान नासिक और बालाघाट के 11 पंडितों के मार्गदर्शन में किये जायेंगे. उन्होंने बताया कि सभी कार्यक्रम प्रातः 8 बजे से 1 बजे और अपरान्ह 4 बजे से रात्रि 7. 30 बजे तक मां अन्नपूर्णा मंदिर परिसर में आयोजित किये जायेंगे.

विधवा और निःसंतान महिला ने 1914 में बनवाया था मां अन्नपूर्णा मंदिर

मां अन्नपूर्णा मंदिर ट्रस्ट पदाधिकारी सुशील वर्मा ने बताया कि विधवा और 

निःसंतान महिला श्यामोबाई पति घसीटा द्वारा 14 दिसंबर 1914 को सौ रूपये में 29 डिसमील जमीन को क्रय कर यहां मां अन्नपूर्णा मंदिर बनवाया बल्कि इसके रखरखाव के लिए वर्तमान में प्रेमनगर स्थित ढाई एकड़ की जगह भी मंदिर को दान कर दी. जिनका निधन 18 मार्च 1931 को होने के बाद मां अन्नपूर्णा के मंदिर को कालांतर में मां अन्नपूर्णा मंदिर ट्रस्ट ने अपने आधिपत्य में लेकर जनसहयोग से आज मां का भव्य नवसिद्धपीठ स्थल का निर्माण करवाया है.  

अन्नपूर्णा रसोई से मिलेगा भोजन, अन्नपूर्णा अमृत से मिलेगा पानी

पदाधिकारी सुशील वर्मा ने बताया कि मंदिर के भव्य निर्माण में अन्नपूर्णा रसोई का निर्माण किया गया है. जहां से प्रतिदिन 50 से 100 गरीब लोगों को भोजन प्रदाय किया जायेगा. वहीं अन्नपूर्णा अमृत से शीतल जल की व्यवस्था मंदिर में की गई है.

मां अन्नपूर्णा के भव्य मंदिर में मां की प्रतिमा प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में उपस्थिति की अपील

मां अन्नपूर्णा मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष पंकज अग्रवाल, सचिव सुशील वर्मा, कोषाध्यक्ष संदीप नेमा, संयोेजक हरिओम अग्रवाल, उपाध्यक्ष ओमप्रकाश सोनी, दिलीप चौरसिया, उमेश जायसवाल, सहसचिव नितेश नेमा, सन्नी वर्मा, महेश डोेहरे, विशेष सहयोगी मानकचंद सोनी, विनोद कारडा, मार्गदर्शक अभय सेठिया, योगेश बाफना सहित ट्रस्ट सदस्योें ने आज एक मई से सात मई तक आयोजित होने वाले मां अन्नपूर्णा मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में जिले के भक्तों से अधिकाधिक संख्या में उपस्थिति की अपील की है.


Web Title : THE LIFE OF MOTHER ANNAPURNA WILL BE CELEBRATED BY LAW AT THE NAVSIDDHAPEETH SITE, FROM TODAY SEVEN DAYS OF VARIOUS RELIGIOUS RITUALS WILL BEGIN, PROCESSION WILL BE TAKEN OUT ON THE 3RD.