बालाघाट. आज देश में ई-व्यापार के कारण खुदरा व्यापार खत्म हो रहा है. जिसके कारण देश में रोजगार खत्म हो रहा है. खुदरा व्यापार के 11 करोड़ व्यापारी असंगठित क्षेत्र के 43 करोड़ लोगों को रोजगार देने का काम करते है. लेकिन यह दुर्भाग्य है कि देश की आजादी को 75 साल से ज्यादा का समय हो गया है लेकिन सरकार ने खुदरा व्यापार को आगे बढ़ाने जो कार्य करना था, वह नहीं किया. जिसके कारण आज खुदरा व्यापार, ई-व्यापार के कारण अस्तित्व बचाने की जद्दोजहद कर रहा है. खुदरा व्यापार देश की लाईफ लाईन है, यदि यह नहीं बचेगा तो देश नहीं बचेगा. चूंकि व्यापार बचेगा तो रोजगार बचेगा. यह बात राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित गुप्ता ने प्रेस से चर्चा करते हुए कही.
मुख्यालय के एक निजी हॉटल मंे राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन की आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित गुप्ता, जिला पंचायत पूर्व अध्यक्ष श्रीमती रेखा बिसेन, मानव अधिकार आयोग मित्र श्रीमती फिरोजा खान, श्रीमती पशीने और आयोजक संगठन की राष्ट्रीय महामंत्री एवं प्रदेश प्रभारी श्रीमती निशि सुनिल पशीने मौजूद थी. बैठक में प्रदेश अध्यक्ष के पद पर जिले के उद्योगपति उमेश जायसवाल और जिलाध्यक्ष शाहरूख कुरैशी का मनोनयन किया गया. जिसका सभी ने स्वागत किया.
संगठन राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित गुप्ता ने कहा कि यदि खुदरा व्यापार खत्म हो गया तो रोजगार खत्म हो जायेगा. जिसके लिए सरकार को चिंता करनी चाहिये कि खुदरा व्यापार बचे रहे. जिसके लिए जरूरी है कि खुदरा व्यापार को मजबूत करने सरकार ई-व्यापार पर 28 प्रतिशत अतिरिक्त टैक्स लगाये. उन्होंने कहा कि ई-व्यापार के कारण खुदरा व्यापार आज बुरी तरह से प्रभावित होता जा रहा है या यह कहे कि खत्म होता जा रहा है. जहां ई-व्यापार, 2008 में 200 करोड़ रूपये का था, आज वह बढ़कर 15 लाख करोड़ का पहुंच गया है. जो खुदरा व्यापार के लिए चिंतनीय है. आज जरूरत है कि हमें पूर्व की तरह घटते खुदरा व्यापार को उसी स्थिति में लाने की. उन्होंने कहा कि आगामी समय में संगठन ने खुदरा व्यापार को बचाने के लिए भोपाल और फिर फरवरी में दिल्ली में एक आंदोलन का निर्णय लिया है. हमारे इस संगठन से सब्जी से कपड़े और इलेक्ट्रानिक से दवा व्यवसायी जुड़ सकता है क्योंकि सबका काम प्रभावित हो रहा है. हमें उम्मीद है कि प्रदेश संगठन और जिला संगठन के पदाधिकारी छोटे से छोटे व्यापार को जोड़ने का काम करेंगे. हमारी सरकार से मांग है कि जिस तरह से बड़े उद्योग के लिए उद्योग मंत्रालय, मध्यम उद्योग के लिए एमईसीबी है, उसी तरह खुदरा व्यापार के लिए खुदरा मंत्रालय का गठन किया जाये ताकि खुदरा व्यापारियों की आवाज भी सुनी जा सके. जिसे आज अनसुना किया जा रहा है.
राष्ट्रीय महामंत्री एवं प्रदेश प्रभारी निशि पशनी ने कहा कि संगठन से छोटे-छोटे दुकानदारो और व्यापारियों को जोड़ने का काम किया जायेगा और इनके हितों की लड़ाई लड़ी जायेगी. प्रदेश अध्यक्ष उमेश जायसवा ने कहा कि संगठन ने जो जिम्मेदारी सौंपी है, वह एक बड़ी जिम्मेदारी है पर वह विश्वास दिलाते है कि हर जिम्मेदारी का वह पूरी ईमानदारी से पालन करेंगे और प्रदेश सहित जिले में संगठन को आगे बढ़ाने काम किया जाकर खुदरा व्यापारियों के हितों को लेकर संघर्ष किया जायेगा.