बालाघाट. विद्युत समस्या के निराकरण नहीं होने पर जनपद पंचायत वारासिवनी क्षेत्र के चंगेरा पंचायत अंतर्गत टुईयापार में ग्रामीणों द्वारा चुनाव बहिष्कार की खबर के बाद यहां प्रशासनिक अमले की समझाईश के बाद ग्रामीणों ने मतदान किया, लेकिन लांजी विधानसभा के बहेला में ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार कर दिया. हालांकि प्रशासनिक अधिकारी एआरओ पुष्पेन्द्र कौरव का कहना है कि बहिष्कार नहीं किया गया है बल्कि मत कम पड़े है. एक जानकारी के अनुसार बहेला पंचायत में लोकसभा चुनाव के मतदान के लिए हायर सेकेंडरी स्कूल में दो बूथ बनाए गए थे. जिसमें बूथ क्रमांक 212 में 858 और 213 में 779 मतदाता थे. इस तरह कुुल 1637 मतदाताओं को मतदान करना था. जिसमें बूथ क्रमांक 212 में 26 और बूथ क्रमांक 213 में 12 लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. जबकि शेष मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं किया.
बताया जाता है कि 1637 मतदाताओं वाले पंचायत के मतदान केन्द्रो में प्रातः 11 बजे तक महज 10 लोगों ने ही वोट किया. जिसकी जानकारी के बाद प्रशासनिक अमले में एआरओ एसडीएम प्रदीप कौरव, तहसीलदार और सीईओ, मतदान केन्द्र पहुंचे थे. यहां उन्होंने ग्रामीणों से मतदान को लेकर चर्चा की और उन्हें समझाने का प्रयास किया लेकिन ग्रामीणों ने पेयजल और नेटवर्क की समस्या के निराकरण नहीं होने पर मतदान का बहिष्कार कर वोट नहीं डाला. बताया जाता है कि ग्राम में ग्रामीण मोबाइल नेटवर्क, नल जल योजना किसानो को बिजली की समस्या सहित अनेक मूलभूत समस्यायों से जूझ रहे है. जिसके निराकरण को लेकर ग्रामीण लंबे समय से प्रयासरत थे. भाजपा की विकास और संकल्प यात्रा में भी ग्रामीणों ने इसे लिखित रूप से दिया था. बावजूद इसके समस्याओं के निराकरण की मांग पूर्ण नहीं होने पर ग्रामीणों ने चुनाव में मतदान का बहिष्कार कर दिया. जिन्हें समझाने प्रशासनिक अधिकारी भी पहुंचे, लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों की समझाईश का ग्रामीणों पर कोई असर नहीं पड़ा. बताया जाता है कि यह बीएसएनल का 2 जी टॉवर है, ग्रामीण 4 जी की मांग कर रहे है, प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि प्रस्ताव जा चुका है, नई सरकार के गठन के बाद, टॉवर लगाया जाएगा. जबकि नल-जल योजना पूरी नही हो सकी है. घरो में पानी नहीं पहुंच रहा है. यही नहीं अन्य और भी कई समस्याएं है, जिसकी ग्रामीण कई वर्षो निराकरण की मांग कर रहे थे.
मिली जानकारी के अनुसार समस्याओं के निराकरण नहीं होने पर जहां ग्रामीणों ने मतदान नहीं किया गया. वहीं पंचायत सरपंच ने भी मतदान नहीं किया. ग्रामीण जनप्रतिनिधियो से नाराज है, संकल्प यात्रा और विकास यात्रा में सांसद और भाजपा के लोग, यहां पहुंचे थे. सांसद ने टॉवर को लेकर एक माह में टॉवर लग जाने का आश्वासन दिया था, लेकिन वह भी पूरा नहीं हो सका. एआरओ एसडीएम प्रदीप कौरव ने बताया कि ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार नहीं किया है लेकिन बूथो में ज्यादा मत नहीं पड़े है. मतदान कम होने की जानकारी पर हमने ग्राम में पहुंचकर मतदाताओं से चर्चा की. जिसके बाद कुछ ग्रामीणों ने मतदान भी किया लेकिन मतदाताओ की संख्या के हिसाब से यहां मतदान कम रहा है.