एसीएच के खिलाफ युवती की शिकायत को संचालिका वसुंधरा मेश्राम ने बताया झूठा, पुलिस अधीक्षक से निष्पक्ष जांच की मांग

बालाघाट. विगत दिनों आंवलाझरी स्थित एसीएच प्रबंधन पर भरवेली पुलिस में शिकायत करते हुए युवती ने 

नौकरी का प्रलोभन देकर मोटी रकम ऐंठ लेने औैर अश्लील फोटो वायरल करने के दे रही धमकी देने की बात कही थी. जिसमें युवती ने 

एसीएच की वसंुधरा मेश्राम सहित सुरेन्द्र केवट और विवेक पांडे पर गंभीर आरोप लगायेे थे. जिस मामले में भरवेली पुलिस का कहना था कि मामले की जांच की जा रही है.  

वहीं 26 मई को एसीएच प्रबंधन से वसंुधरा मेश्राम ने सामने आकर युवती द्वारा कंपनी और उनके खिलाफ की गई शिकायत को निराधर और झूठा बताया है. उन्होंने इस मामले में पुलिस अधीक्षक से मामले की निष्पक्ष जांच किये जाने की मांग की है.

एसीएच प्रबंधन से जुड़ी वसंुधरा मेश्राम ने पुलिस अधीक्षक को की गई शिकायत में युवती पर भी आरोप लगाये है. वसुंधरा मेश्राम ने बताया कि एसीएच में मार्गदर्शक के पद पर पदस्थ हैं तथा एसीएच ऑफिस में डायरेक्ट सेलिंग बिजनेस का कार्य करती है और डायरेक्ट सेलिंग बिजनेस के लिए पढे़-लिखे बेरोजगार युवाओं को 03 दिन का प्रशिक्षण देकर सेलिंग बिजनेस में  ज्वाईन करवाया जाता है. जहां काम करने वाले स्वयं की आईडी बनाकर कपड़े क्रय कर विक्रय करने का कार्य अपनी आईडी के माध्यम से करते है.

उन्होंने कहा कि कंपनी नौकरी का दावा नहीं करती है और ना ही कोई फिक्स सैलरी है, इसमें काम करने वाला, अपने काम के अनुसार इंकम लेता है, उन्होंने बताया कि युवती ओमलता पगरवार ने मुझे मोबाईल पर फोन कर एसीएच के संबंध में जानकारी ली और कंपनी में ज्वाईनिंग के लिए अपना बायोडाटा ऑफिस में जमा किया था. और बायोडाटा के आधार पर ओमलता पगरवार  का कंपनी में सिलेक्शन किया गया और रूम रजिस्ट्रेशन एवं भोजन व्यवस्था के लिए 25 सौ रूपये शुल्क लिया गया था. जिसके ऐवज में युवती  को तीन दिन की ट्रेनिंग दी गई थी और ओमलता पगरवार द्वारा 02 माह 15 दिन तक अपना स्वयं का बिजनेस किया गया था और 17 हजार रूपए कमीशन प्राप्त किया.

उन्होंने बताया कि एसीएच ऑफिस में वर्तमान में लगभग 200 डिस्ट्रिब्यूटर कार्य कर रहे हैं, जिसमें 50 के लगभग लड़कियां है एवं 150 लड़के है जो अपने स्वयं की आईडी में अपना बिजनेस कर कपड़े विक्रय कर रहे हैं. ओमलता पगरवार एसीएच ऑफिस में कार्य करने के दौरान अन्य मित्र फ्रेण्ड में बातें करती थी और रूम से रात्रि में बिना बताये बाहर चली जाती थी, जिसके कारण उसे मेरे द्वारा कहा गया कि आप ऑफिस के नियमों एवं शर्तों का पालन नहीं कर रहे है, इसी बात से नाराज होकर ओमलता पगरवार ने मुझ पर ऑफिस के अन्य लोगों के विरुद्ध झूठे आरोप लगाकर फंसाने के आशय से आरोप लगाये है, जो पूर्णतया झूठे और बेबुनियाद है. उन्होंने बताया कि ऑफिस के कर्मचारियों ने ओमलता पगरवार से नौकरी लगाने के नाम से कोई पैसों की मांग नहीं की है, जो 50 हजार रूपए लेने की बात कही जा रही है वह झूठा है और ना ही कोई अश्लील तस्वीरें मोबाईल से लिये गये है. युवती द्वारा एसीएच प्रबंधन को केवल परेशान करने एवं फंसाने के आशय से झूठी शिकायत की है.

एसीएच ऑफिस में जिन स्थानों पर लड़के एवं लड़कियां किराये के कमरे में रहकर अपना बिजनेस करते हैं, उन्हीं के साथ ओमलता पगरवार भी निवास करती थी, किंतु ओमलता ने मुझे और उनके ऑफिस के लोगों को बदनाम करने के आशय से लड़ाई झगड़ा कर गाली-गलौच की है और धमकी दी थी कि तुम्हारा आफिस बंद करा दूंगी और तुम्हे जेल भिजवा दूंगी. इसी के चलतेे उसके द्वारा आफिस के विरूद्ध पुलिस थाना भरवेली में जाकर झूठी शिकायत की है.

जबकि अन्य कार्य करने वालो को कोई परेेशानी नहीं है, उन्होंने बताया कि ओमलता पगरवार ने जो कपड़े पर्चेस किये थे, उसे अपने साथ 23 मई को पुलिस थाना भरवेली में उसे सौंप दिया गया है. उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच वरिष्ठ अधिकारियों से करवाई जायें और यदि शिकायत झूठी पाई जाती है तो युवती के खिलाफ कार्यवाही की जाये.  


Web Title : WOMANS COMPLAINT AGAINST ACH CALLED BY SANCHALIKA VASUNDHARA MESHRAM FALSE, DEMANDS IMPARTIAL INQUIRY BY SUPERINTENDENT OF POLICE