जिला प्रभारी तरूण भनोट के निर्देश पर गंभीर नहीं कांग्रेस, राशि डबल मामले में आखिर कब प्रशासन को ज्ञापन सौेंपेगी ज्ञापन, एजेंटो का क्या होगा

बालाघाट. राशि डबल करने के शुरूआती मामले में जिस तरह से गर्माहट देखी जा रही थी, वहीं पुलिसिया कार्यवाही के बाद यह ठंडा होता नजर आ रहा है, चूंकि पुलिस ने जिस तरह से इस धंधे पर वार किया है, उससे इसके धंधेेबाजो की वाट लग गई है, धंधेबाज, जेल की सलाखो के पीछे है, कथित समर्थक एजेंटो ने भी मामले में शुरू मेें हल्ला मचाया लेकिन वह भी पुलिस लाठी के आगे बेबस है. अभी आरोपी न्यायिक रिमांड पर 30 मई तक जेल मंे बंद है. हालांकि सूत्रों की मानेें तो आरोपियोें की जमानत याचिका को लेकर हाईकोर्ट में जमानत अर्जी दाखिल हो गई है, हालांकि इस जमानत याचिका पर कब सुनवाई होती है, यह तो आगामी समय में पता चलेगा.

दूसरी ओर इस मामले को लेकर विगत दिनोें प्रदेश के पूर्व वित्तमंत्री एवं जिला प्रभारी तरूण भनोट ने जिले में कांग्रेसियों की बैठक लेकर उन्हें संगठन के साथ ही लांजी और किरनापुर क्षेत्र मेें राशि डबल मामले में जिला प्रशासन को ज्ञापन देने के ना केवल निर्देश दिये थे बल्कि यह बात उन्होंने प्रेस से चर्चा के दौरान भी स्वीकार की थी, लेकिन लगता है कि भाजपा की तरह कांग्रेस की राशि डबल मामले में खामोश है, तभी तोे जिला प्रभारी के निर्देश की कोई परवाह जिले के कांग्रेसियों की नहीं है. वहीं इस मामले मंे बैठको में अग्रणी भूमिका निभाने वाले कांग्रेसी भी बयान देने से कतरा रहे है. जबकि वहीं इस मामले में दूरभाष पर चर्चा करने पर जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष विश्वेश्वर भगत ने कहा कि चूंकि यह मामला विधायक सुश्री हिना कावरे द्वारा उठाया गया था औैर वह वर्तमान में जिले में नहीं है, जिनके बालाघाट आते ही इस मामले में कांग्रेस जरूर प्रशासन से मिलकर डबल राशि करने वालो पर कार्यवाही औैर निवेशकों को उनका पैसा वापस लौटाये जाने पर ज्ञापन के माध्यम से चर्चा करेगी.

हालांकि कांग्रेस अध्यक्ष की यह बात पचने लायक नहीं है, चंूंकि अक्सर कई मामले में उंगली में गिने जाने लायक ही कांग्रेसियो ने आंदोलन और कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर अन्य कई मामले में ज्ञापन सौंपा है, तो फिर इस मामले में वह विधायक सुश्री हिना कावरे का इंतजार क्यों कर रही है? जबकि जिला प्रभारी ने स्पष्ट तौर पर जिलाध्यक्ष की मौजूदगी में प्रेस से चर्चा करते हुए कहा था कि सोमवार को कांग्रेस इस मामले को लेकर जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपेगी और मानसुन सत्र में इस मामले को कांग्रेस द्वारा पुरजोर तरीके से उठाया जायेगा, लेकिन आज सोमवार से गुरूवार आ गया है, लेकिन कांग्रेस राशि के डबल मामले में ऐसी खामोशी अख्तियार कर बैठी है, जैसे उसे सांप संूघ गया हो. फिलहाल, यह कांग्रेस का आंतरिक मामला है, लेकिन कांग्रेस जिला प्रभारी के पहले ही निर्देश को जिस तरह से जिला कांग्रेस ने हवा-हवाई बनाया है, उससे लगता है कि जिले के कांग्रेसी सुनो सबकी और करो अपने मन की, पर विश्वास रखते है.

वहीं राशि डबल के प्रमुख आरोपी सोमेन्द्र कंकरायने, हेमराज आमाडारे और अजय तिड़के के जेल जाने के बाद हो-हल्ला मचाने वाले कथित उनके समर्थक एजेंट, पुलिस कार्यवाही के बाद मौन हो गये है. ऐसे में यदि जल्द ही राशि डबल के आरोपी, बाहर नहीं आते है तो उनके लिए राशि लाने वाले एजेंटों का क्या होगा? चूंकि राशि डबल करने के खेल में निवेश करने वाली जनता का सब्र का बांध, जैसे-जैसे मामले मेें देरी होती जा रहाी है, धीरे-धीरे कमजोेर होने लगा है, वहीं प्रशासन और पुलिस, लगातार निवेशकों को उनकी राशि वापसी का भरोसा दिलाकर उन्हें निवेश की जानकारी साझा करने का प्रयास कर रही है लेकिन अभी भी निवेशकों मेें प्रशासन और पुलिस, वह विश्वास नहीं जगा सकी है, अब भी निवेशकों का कहना है कि भले ही प्रशासन और पुलिस निवेशकों से उनकी जमा राशि के बारे मेें कोई पूछताछ नहीं करने की बात कह रही हो, लेकिन वह निवेशक के पहुंचने पर उससे, निवेश की राशि के स्त्रोत के बारे में पूछकर उन्हंे फंसा सकती है, निवेशकों में यह डर निकालने और निवेशकों में विश्वास पैदा कराने की वर्तमान समय में सबसे बड़ी चुनौती प्रशासन और पुलिस के सामने है.


Web Title : CONGRESS NOT SERIOUS ON THE DIRECTION OF DISTRICT IN CHARGE TARUN BHANOT, WHEN WILL IT SUBMIT A MEMORANDUM TO THE ADMINISTRATION IN THE MONEY DOUBLE CASE, WHAT WILL HAPPEN TO THE AGENTS