यातातात विभाग ने नदी किनारे फुटपाथ दुकानदारों को हटाया

बालाघाट. एक ओर सरकार कोरोना कॉल में आर्थिक रूप से टूट चुके स्ट्रीट वेंडरों को आर्थिक लाभ लेकर उनका धंधा बचाने का काम कर रही है, वहीं रोजी-रोटी के लिए सड़क किनारे छोटी-छोटी, कपड़े, बेल्ट और रसों की दुकान लगाकर धंधा करने वाले लोगों को हटाने का काम किया जा रहा है, बताया जाता कि यातायात पुलिस को माननीय की ओर से गर्रा पुल के उस पर गर्रा के पास सड़क किनारे स्ट्रीट वेंडरो द्वारा दुकान लगाये जाने से यातायात पर पड़ रहे असर को लेकर शिकायत मिली थी. जिसके बाद यातायात थाना अमले द्वारा उन स्ट्रीट वेंडरों को हटाने की 31 दिसंबर को कार्यवाही की गई. यातायात अधिकारी यादव ने बताया कि गर्रा पुल के पार सड़क किनारे फुटपाथ दुकानदारों के दुकान लगाने से यायायात प्रभावित हो रहा था. जिसे देखते हुए फुटपाथ में दुकान लगा रहे दुकानदारों को दुकान हटाने और दोबारा यहां दुकान नहीं लगाने के निर्देश दिये गये है.  

गौरतलब हो कि शहर में सड़क किनारे एक नहीं ऐसे दर्जनों फुटपाथ दुकानदार मिल जायेंगे, जो छोटी-छोटी दुकानो लगाते है, जहां शाम से ही लोगों का डेरा लग जाता है और आवागमन बाधित होता है, यही नहीं जिन दुकानदारों की दुकानें काम्पलेक्स में है, वहां आने वाले ग्राहकों के वाहन भी सड़क से सटकर रहते है, जिससे आवागमन में लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ता है और दुर्घटना का भी अंदेशा बना रहता है, लेकिन शहर में ऐसे हालतो के बावजूद कभी यातायात विभाग ने ध्यान नहीं दिया और वैनगंगा में छोटे फुटपाथ दुकानदारों को हटाने अमला पहुंच गया. सूत्रों की मानें तो यह यातायात विभाग द्वारा स्वयं संज्ञान में लेकर की गई कार्यवाही नहीं बल्कि किसी माननीय के कहने पर ईशारे में की गई कार्यवाही है. बहरहाल अब देखना है कि शहर में यातायात में बाधक बनकर फुटपाथ पर दुकानदारी चलाकर सड़को तक ग्राहकों के वाहनों की कतार लगाने वालो के खिलाफ यातायात विभाग कितना संजीदा होकर कार्यवाही करता है.


Web Title : YATATA DEPARTMENT REMOVES PAVEMENT SHOPKEEPERS ALONG RIVER