गलत इंजेक्शन से युवक की मौत मामले ने पकड़ा तूल, क्लीनिक सील-चिकित्सक फरार, डॉ. वर्षा सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर अड़े परिजन, पीएम के पश्चात शव लेने से किया इंकार

लांजी. धर्मनगरी लांजी में गत 15 मार्च की शाम 7 बजे दशन क्लीनिक में इलाज कराने पहुंचे 38 वर्षीय ओमकार कर्राहे की अचानक मौत ने क्षेत्र में सनसनी फैला दी थी. जिसके बाद आनन-फानन में पुलिस टीम और क्षेत्रिय विधायक भी अस्पताल पहुंचे थे. जानकारी अनुसार ग्राम बिसोनी के वार्ड क्रमांक 5 निवासी ओमकार कर्राहे जाति लोधी अपनी पत्नी और बेटी के साथ अपनी खांसी का इलाज कराने नगर के दशन क्लीनिक पहुंचे थे जहां उनका इलाज डॉक्टर वर्षा सिंग द्वारा किया गया और स्टाफ  से इंजेक्शन लगाने कहा गया, जिसके बाद युवक ओमकार कर्राहे को खांसी आई और उसके बाद उल्टी हुई और वह बेसुध हो गए. जिसके बाद दशन क्लीनिक में अफरा तफरी का माहोल बन गया और डॉ. वर्षा सिंग के पति राधेश्याम मीणा एवं स्टाफ द्वारा मृतक युवक के शव को सिविल अस्पताल में लाकर रख दिया. जिसका परीक्षण करने के पश्चात बीएमओ प्रदीप गेडाम ने युवक ओमकार कर्राहे को मृत घोषित कर दिया. जिसके बाद एसडीओपी सतेंद्र घनघोरिया के निर्देशन में पुलिस ने दशन क्लीनीक को सील कर दिया तथा दशन क्लीनिक की संचालिका डॉ. वर्षा सिंह के पति राधेश्याम मीणा को पूछताछ के लिये पुलिस थाने लेकर आई थी. वहीं रात अधिक होने की वजह से मृतक ओमकार कर्राहे के शव को मर्चुरी में रखा गया और शनिवार को उसका पीएम तीन डॉक्टरों की टीम ने किया.

विवादों से रहा है दशन क्लीनिक का पुराना नाता

जानकारी अनुसार नगर के दशन क्लीनिक का विवादों के साथ पुराना नाता रहा है. सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार सन 2019 में दशन क्लीनिक का रजिस्ट्रेशन नहीं होने के कारण जिला मुख्यालय से स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दबिश देकर कुछ समय के लिये दशन क्लीनिक को सील करने की कार्यवाही की थी, तथा दशन क्लीनिक की संचालिका डॉ. वर्षा सिंह द्वारा नगर में अपना प्राईवेट क्लीनिक खोले जाने की जानकारी भी बीएमओ प्रदीप गेडाम को उपलब्ध नहीं कराई गई थी. जिससे दशन क्लीनिक विवादों में आया था. वहीं इसके बाद से समय-समय पर क्षेत्र के लोगों द्वारा सही इलाज नहीं किये जाने की शिकायतें लगातार की है परंतु गंभीर घटना नहीं होने की वजह से आज तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं हो पाई थी.

पीएम तक अस्पताल में गहमागहमी का माहौल

विदित हो की बिसोनी निवासी ओमकार कर्राहे जो क्षेत्रिय विधायक राजकुमार कर्राहे के रिश्तेदार हैं, जो बीती रात में अपनी पत्नी और बेटी संजना को लेकर नगर के दशन क्लीनिक में हल्की खांसी के उपचार के लिये पहुंचे थे परंतु परिजनो के अनुसार गलत उपचार की वजह से युवक को इंजेक्शन लगने के बाद उल्टी और खांसी आई और वह बेसुध हो गया था वहीं शनिवार की सुबह से ही पुलिस टीम अस्पताल में मौजूद रही और पीएम होते तक सैकड़ों लोगों का अस्पताल आना-जाना लगा रहने से गहमागहमी का माहौल बना रहा. परंतु पुलिस की मुस्तैदी से किसी भी प्रकार की कोई वाद-विवाद की स्थिति अस्पताल परिसर में उत्पन्न नहीं हुई.

परिजनों ने किया शव ले जाने से इंकार

वहीं पीएम के पश्चात डॉक्टरों की टीम ने जब मृतक ओमकार कर्राहे का शव परिजनों को सौंपा तो मृतक  की पत्नी और अन्य लोगों ने शव ले जाने से इंकार करते हुए डॉ. वर्षा सिंह को तुरंत गिर$फतार करने की मांग की. परंतु नगर निरीक्षक दिनेश सोलंकी मौके की नजाकत को समझते हुए मोर्चा संभाला और परिजनों को शांत कराते हुए पीएम रिपोर्ट आने के बाद वैधानिक कार्यवाही करने का आश्वासन दिया और दोषियों पर सख्त कार्यवाही किये जाने की बात कही तब जाकर परिजनों ने शव अपने सुपुर्द लिया. जिसके बाद ग्राम बिसोनी के सोगलपुर रोड स्थित मोक्षधाम में सैकड़ों लोगों की उपस्थिति एवं क्षेत्रिय विधायक की मौजूदगी में ओमकार कर्राहे का अंतिम संस्कार किया गया जहां नम आंखों से लोगों ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए परिजनों को इस दुख को सहन करने की ईश्चर से प्रार्थना की.

क्षेत्र के विधायक के लिये दबी जुबान में गुस्सा

सिविल अस्पताल लांजी में ओमकार कर्राहे के पीएम के समय परिजन और क्षेत्र के लोगों को यह उम्मीद थी की रात्रि के समान सुबह भी विधायक राजकुमार कर्राहे अस्पताल पहुंचेगे और परिजनों को ढांढस बंधाएंगे, परंतु वे नहीं पहुंचे और लोग दबी जुमान में उनके प्रति गुस्सा जाहिर करने लगे. लोगों का कहना रहा की हमने स्थानीय व्यक्ति को क्षेत्र का नेता इसलिये चुना था ताकी लोगों को होने वाली परेशानियों से तुरंत निजात मिल सके परंतु माननीय की सरलता और सहजता से अधिकारी-कर्मचारी और प्रशासनिक अमले में उनकी कोई पकड़ नजर नहीं आती और सभी उन्हे तवज्जों नहीं देते है. जिसके कारण क्षेत्र के लोगों के बीच उनका विश्वास अब कमजोर होता जा रहा है. पोस्टमार्टम के दौरान सिविल अस्पताल में मौजूद महिलाओं का कहना था की विधायक महोदय द्वारा अगर रात्रि में ही सख्ती बरत ली जाती तो आज इस गंभीर घटना की जिम्मेदार डॉक्टर पुलिस प्रशासन के गिरफ्त में होती परंतु उनके द्वारा सिवाय घटना पर दुख जताने के अलावा कुछ नहीं किया गया.


Web Title : YOUNG MANS DEATH DUE TO WRONG INJECTION CAUGHT FIRE, CLINIC SEALED DOCTOR ABSCONDING, FAMILY ADAMANT ON DEMANDING DR. VARSHA SINGHS ARREST, REFUSES TO TAKE BODY AFTER PM