धनबाद : श्रमिक नगरी भूली में कांग्रेस प्रत्याशी मन्नान मल्लिक के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित करने आए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव दिग्विजय सिंह का पूरा भाषण मोदी पर था.
कहा की मोदी मीडिया को गंदगी पर भिनभिनाने वाली मक्खी कहते हैं.
ऐसे में वे खुद को गाली क्यों दे रहे हैं. वह मीडिया की ही देन हैं कि आज वे प्रधानमंत्री बने हैं.
दिग्विजय ने बाबरी विध्वंश मामले की लड़ाई लड़ रहे हाशिम अंसारी के बयान पर मोदी सरकार को घेरा.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर सीधा हमला बोलते हुए कहा है कि मोदी झांसा देने में माहिर हैं. जिसने भी मोदी पर भरोसा किया, उसका पूरा कैरियर चौपट हो गया है.
दिग्विजय सिंह ने मोदी को अच्छा वक्ता बताते हुए कहा कि छह माह में उन्होंने लफ्फाजी के अलावा कुछ नहीं किया.
प्रधानमंत्री बन पिछले छह माह से वे भाषण ही दे रहे हैं. जनता का एक भी काम नहीं किया.
सिर्फ अच्छा भाषण देने से न तो विदेश से काला धन आएगा और ना ही देश आगे बढ़ेगा.
काला धन पर मोदी को घेरते हुए कहा कि लोस चुनाव में कहा था कि प्रधानमंत्री बना दो मैं सौ दिन में काला धन ला दूंगा.
प्रत्येक व्यक्ति को तीन-तीन लाख रुपये इस काला धन से मिलेगा. ऐसा होता तो प्रत्येक परिवार में 15-15 लाख रुपये मिलता.
चुटकी लेते हुए कहा कि मोदी के झांसे में आकर लोगों ने तो कैसे खर्च करेंगे, इसकी योजना भी बनाने लगे थे.
सावरकर, नाथूराम गोडसे विचारधारा से आने वाले मोदी काम तो उनका करते हैं लेकिन जुबान पर नाम कभी उनका नहीं लाते हैं. नाम वे महात्मा गांधी, सरदार पटेल का लेते हैं.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर प्रतिबंध लगाने वाले सरदार पटेल को मोदी भाजपा नेता बनाने की कोशिश कर रहे हैं.
दरअसल चोला बदलकर चलने की भारत की पुरानी परंपरा है.
झारखंड की चर्चा करते हुए कहा कि झारखंड की खनिज संपदा पर विदेशी ताकतों की नजर है. इन विदेशी ताकतों की नुमांइदगी मोदी कर रहे हैं.
भाजपा प्रचार पर जो करोड़ों की राशि खर्च कर रही है, वह इन्हीं विदेशी पूंजीपतियों की है.
इस कारण झारखंड को बचाने के लिए भाजपा को झारखंड से उखाड़ने एवं कांग्रेस की सरकार बनाने की जरूरत है.
दिग्विजय सिंह ने यह बातें श्रमिक नगरी भूली एवं सिंदरी में कांग्रेस की चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहीं.
वे धनबाद विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी मन्नान मल्लिक एवं सिंदरी विस क्षेत्र कांग्रेस प्रत्याशी जयराम सिंह यादव के समर्थन में नेहरू मैदान सिंदरी में सभा को संबोधित कर रहे थे. उनके साथ सूबे के श्रम व नियोजन मंत्री केएन त्रिपाठी भी थे.