जानलेवा हो सकता है पटाखों का धुआं, ये बीमारियां कर सकती हैं परेशान

हर साल दिवाली के मौके पर लोग, खासकर बच्‍चे कुछ दिन पहले ही पटाखे जलाना शुरू कर देते हैं. लेकिन दिवाली के दिन पटाखे जलाने की यह खुशी बाद में कई दिनों तक आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है. पिछले साल दिवाली के बाद पटाखों से पैदा हुए धुएं ने राजधानी में pollution को बेतहाशा बढ़ा दिया था. जिससे लोग घर से बाहर मास्‍क लगाकर निकलते थे. हालात इतने खराब हो गए थे कि आज भी कुछ लोग घर से बाहर मास्‍क लगाकर ही निकलते हैं.

जी हां पटाखों में कई ऐसे जानलेवा तत्‍व जैसे कैडमियम, लेड, मैग्नेशियम, सोडियम, जिंक, नाइट्रेट मौजूद होते है, जो जानलेवा साबित हो सकते हैं. इन्‍हीं सब चीजों को ध्‍यान में रखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने दिल्‍ली-एनसी आर में पटाखों की बिक्री पर रोक लगा दी है. आज हम आपको पटाखों में मौजूद जानलेवा तत्‍व और इसके शरीर पर प्रभाव के बारे में बताने जा रहे हैं.

प्रभाव: एल्‍यू‍मीनियम त्‍वचा को नुकसान पहुंचाता है और शरीर में जाकर जमा हो जरतर है. साथ ही अल्‍जाइमर रोग का कारण बन सकता है. इसके अलावा पारा भी शरीर के भीतर जहर की तरह एकत्रित हो जाता है.

जानलेवा तत्‍व: पोटेशियम नाइट्रेट और पर्चोरेट (अमोनियम और पोटेशियम)

प्रभाव: पोटेशियम नाइट्रेट बहुत जहरीला होता है इससे और पर्चोरेट से फेफड़े का कैंसर और थायरॉयड संबंधी समस्‍याएं हो सकती है.  

जानलेवा तत्‍व: आर्सेनिक और कैडमियम

प्रभाव: आर्सेनिक जैसे जानलेवा तत्‍व से आपको फेफड़े का कैंसर और त्‍वचा संबंधी बीमारियां हो सकती है और कैडमियम से आपके फेफड़ों को नुकसान, कैंसर और गैस्‍ट्रोइटेटाइनल संबंधी समस्‍याएं हो सकती है.  

जानलेवा तत्‍व: कॉपर और स्‍ट्रोटियम

प्रभाव: कैंसर, त्‍वचा संबंधी बीमारियां और हार्मोंन असंतुलन हो सकता है और स्‍ट्रोटियम से शिशुओं के शारीरिक विकास के लिए हानिकारक होता है.  

जानलेवा तत्‍व: सल्‍फर डाइऑक्‍साइड 

प्रभाव: सल्‍फर डाइऑक्‍साइड जहरीला होता है और एसिड रेन का कारण भी बन सकता है.

प्रभाव: इस जहरीले तत्‍व से सांस लेने में जलन हो सकती है और यह फेफड़े का कैंसर कारण भी बन सकता है.  

जानलेवा तत्‍व: नाइट्रिक ऑक्‍साइड और बेरियम नाइट्रेट्स

प्रभाव: जहां एक ओर नाइट्रिक ऑक्‍साइड जहरीला होता है और फेफड़ों के ऊतकों के साथ प्रतिक्रिया करता है. वहीं दूसरी तरफ बेरियम नाइट्रेट्स से सांस लेने में जलन, रेडियोधर्मी प्रभाव और मसल्‍स में कमजोरी हो सकती है.


Web Title : SMOKE OF FIRECRACKERS MAY BE FATAL, THESE DISEASES CAN DISTURB

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